पारंपरिक रूप से भारतीय तकनीक है ऑयल पुलिंग, जाने फायदे

Update: 2023-07-29 18:01 GMT
प्राचीन समय से ही भारत में कई ऐसी तकनीकें इस्तेमाल होती आई हैं जो सेहत को फायदा पहुंचाने का काम करती हैं। इन्ही में से एक हैं ऑयल पुलिंग जो एक प्राकृतिक और हर्बल तरीका है और आयुर्वेद में भी इसका बहुत महत्व माना गया हैं। ऑयल पुलिंग अर्थात तेल से कुल्ला करने की विधि हैं जो सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचाने का काम करता हैं। कई बड़े सेलेब्रिटी हैं जो अपनी सेहत और सुंदरता के लिए इसी तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको ऑयल पुलिंग करने के तरीके और इससे मिलने वाले फायदों की जानकारी देने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में...
क्या है ऑयल पुलिंग?
ऑयल पुलिंग का मतलब होता है तेल से कुल्ला करना। इससे आयुर्वेद में कवाला या गंदुशा भी कहा जाता है। गंडुशा में अपने मुंह को पूरी तरह से तेल से भरना पड़ता है और थोड़े समय बाद इसे बाहर थूकना पड़ता है। इसमें और कवलग्रह में बस इतना अंतर है कि कवलग्रह में मुंह को पूरी तरह तेल से भरा नहीं जाता है। यहाँ मुँह से तेल को थूकने से पहले मुँह में हिलने की जगह होती है। नियमित रूप से ऑयल पुलिंग करने से स्वास्थ्य को कई लाभ होते हैं। ऑयल पुलिंग के लिए जैतून या नारियल दोनों तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस क्रिया में महीने डेढ़ महीने बाद तेल बदलते रहना अच्छा रहता है। जैसे अगर आप डेढ़ या 2 महीने से तिल के तेल से आयल पुलिंग कर रहे हैं, तो आप इसे बदल कर एक डेढ़ महीने के लिए नारियल का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं।
ऑयल पुलिंग करने का तरीका
ऑयल पुलिंग करने के लिए आप नारियल के तेल, तिल के तेल, सूरजमुखी के तेल या जैतून के तेल में से किसी एक तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ऑयल पुलिंग करने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट है। इसके लिए एक बड़े चम्मच तेल को अपने मुंह में डालकर इसे 15 से 20 मिनट के लिए मुंह के अंदर चारों तरफ घुमाएं और कुल्ला करें। ध्यान रखें कि इस दौरान आपको तेल को बिल्कुल भी निगलना नहीं है। इसके बाद तेल को थूक कर सादे पानी या गर्म पानी से अच्छी तरह से कुल्ला कर लें। इसके बाद आप ब्रश कर लें।
ऑयल पुलिंग के फायदे
कैविटी से बचाव
मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया दांतों में प्लाक का कारण बनते हैं, जिससे कैविटी यानी दातों में खोखलेपन की समस्या हो जाती है। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि ऑयल पुलिंग के लिए तिल, नारियल और सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल किया जाता है। इन तेलों में एंटीबैक्टीरियल गुण होता है, जो दांतों को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया से लड़ते हैं। इससे कैविटी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। इसके अलावा, इससे दांतों और मसूड़ों की मजबूती भी बरकरार रहती है।
ऊर्जा में बढ़ोतरी
दोस्तों आयल पुलिंग का सबसे बड़ा लाभ है कि यह आपके शरीर की एनर्जी को बढ़ाता है। सुबह उठने पर जिन लोगों को आलस से आता है उनके लिए आयल पुल्लिंग वरदान है। इससे आपको दिनभर तरोताजा और खुशनुमा महौल का एहसास होगा।
मसूड़ों की सूजन दूर करे
तिल के तेल, सूरजमुखी के तेल और नारियल के तेल से होने वाले ऑयल पुलिंग के फायदे में मसूड़ों की सूजन को दूर करना भी शामिल है। इन तेलाें में पाए जाने वाले फैटी एसिड में 45-50 प्रतिशत लॉरिक एसिड होता है। लॉरिक एसिड में सूजन को रोकने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। ये गुण कीटाणुओं से मसूड़ों की सुरक्षा करने के साथ ही उनकी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
आयल पुलिंग से शरीर से परजीवी और विषाक्त पदार्थ साफ हो जाते हैं। यह खून को शुद्ध करता है। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और आप जल्दी बीमार नहीं पड़ते हैं।
सांस की बदबू होगी दूर
बुरी सांस एक आम समस्या है। हर चार लोगों में एक इस समस्या से पीड़ित है। बैक्टीरिया विषाक्त पदार्थों को उत्पन्न करते हैं और खाद्य कणों को तोड़ते हैं, जिससे बदबूदार गंध आती है। आयल पुल्लिंग से इस बदबू से छुटकारा मिल सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि खराब सांस को कम करने और बैक्टीरिया को नष्ट करने में यह क्लोरहेक्सिडाइन के जितना ही प्रभावी है।
हार्मोंस में संतुलन
शरीर में मौजूद टॉक्सिन हमारे हारमोंस को प्रभावित करते हैं जिससे आगे चलकर हमें विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं ऑइल पुलिंग हार्मोस का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
सिरदर्द दूर करने के लिए
यह और भी कई समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है। माना जाता है कि ऑयल पुलिंग प्रक्रिया मुंह को साफ करने के साथ-साथ माइग्रेन और सिरदर्द से छुटकारा दिलाने का काम भी कर सकती है। हालांकि, इस दावे की पुष्टि के लिए वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
स्किन के लिए फायदेमंद
इसके रोजाना इस्तेमाल से हमारा खून धीरे-धीरे साफ नहीं लगता है जिससे हमारी स्किन चमकदार बनती है। ऑयल पुलिंग के सिर्फ 3 सप्ताह बाद ही आप अपनी स्किन पर इसका असर खुद ही महसूस करने लगेंगे। यह त्वचा को मॉइस्चराइज करने के साथ ही हानिकारक पदार्थों को दूर कर त्वचा को साफ और चमकदार बनाने में फायदेमंद हो सकता है।
दांतो की चमक बढ़ाने में मददगार
अपने दांतो का पीलापन दूर करने के लिए केमिकल युक्त विभिन्न प्रकार के टूथपेस्ट करने की जरूरत नहीं है ऑयल पुलिंग में मौजूद एंटीबायोटिक आपके दांतो को साफ कर उनकी सफेदी बढ़ाते हैं जिससे आपके दांत अधिक चमकदार दिखने लगते हैं।
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