गुणकारी ग्वारपाठे से बने पौष्टिक शक्तिवर्धक लड्डू

Update: 2023-07-24 13:49 GMT
ग्वारपाठे का सेवन सेहत के लिए जरूरी भी है और आवश्यक भी I हमारे बड़े बुजुर्ग कहते है की ग्वारपाठे का सेवन से हर बीमारी से छुटकारा मिल सकता है I
सर्दियों मे आटे लड्डू का सेवन करने के बजाये अगर ग्वारपाठे के लड्डू का सेवन हो तो इससे सेहत भी अच्छी रहेगी और जोड़ो मे दर्द की समस्या भी नहीं रहेगी I तो आइये जानते है ग्वारपाठे के लड्डू बनाने की विधि के बारे मे ......
सामग्री :
सामग्री-एलोवेरा का गूदा-500 ग्राम
देशी घी-500 ग्राम
मैदा-250 ग्राम
चीनी-500 ग्राम
विधि :
एलोवेरा का गूदा हाथों से मलकर पेस्ट जैसा बना लें। कलईदार या स्टील की कढ़ाही में घी डालकर गर्म करें। जब घी गरम होने लगे तब एलोवेरा का गूदा डालकर मंद-मंद आँच पर पकायें। पकने पर मैदा और चीनी डालकर हिलाते रहें। इस सामग्री को लड्डू बनाने लायक स्थिति होने तक आंच पर गर्म करते रहे फिर उतारकर ठंडा करके गोल गोल लड्डू बना लें।
अगली स्लाइड में जानिए कैसे बनाये ग्वारपाठे का हलवा
ग्वारपाठे का हलव
ग्वारपाठे का हलवा भी सेहत के लिए फायदेमंद है I साथ यह सबसे ज्यादा जरूरी होता है मधुमेह रोगियों के लिए I ग्वारपाठा मधुमेह रोगियों का शुगर का स्तर बढ़ने नहीं देता है I तो आइये जानते है इसको बनाने की विधि के बारे मे .....
सामग्री :
ग्वारपाठे का गूदा, मैदा, चीनी और देशी घी समान मात्रा में ले ले I
विधि :
एलोवेरा का गूदा हाथों से मलकर पेस्ट जैसा बना लें। कलईदार या स्टील की कढ़ाही में घी डालकर गर्म करें। जब घी गरम होने लगे तब एलोवेरा का गूदा डालकर मंद-मंद आँच पर पकायें। पकने पर मैदा और चीनी डालकर हिलाते रहें। अंत में थोडा सा पानी मिलाकर हलवे जैसा बना लें I
ग्वारपाठे की सब्जी
ग्वारपाठे की सब्जी भी सेहत के लिए फायदेमंद होती है I यह शरीर को पोषक तत्व प्रदान करती है I यह जोड़ो के दर्द और मधुमेह रोगियों के लिए असरकारक दवाई की तरह काम करती है I तो आइये जानते है इसको किस तरेह से बनाये .....
सामग्री:
एलोवेरा 500 ग्राम
दाना मेथी 100 ग्राम
काजू के टुकडे 50 ग्राम
किशमिश 50 ग्राम
छुआरे के टुकड़े 50 ग्राम
सौंफ दरदरी पिसी हुई दो छोटी चम्मच
सरसों- दो छोटी चम्मच
धनिया पाउडर दो छोटी चम्मच
लाल मिर्च पाउडर दो छोटी चम्मच
हल्दी पाउडर एक छोटी चम्मच
अमचूर दो चम्मच
नमक स्वादानुसार
राई आधा चम्मच
जीरा आधा चम्मच
हींग चुटकीभर
चीनी एक चम्मच
सरसों या मूंगफली का तेल 3 चम्मच
विधि :
ग्वारपाठे को धोकर काँटे निकालकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और अच्छी तरह उबालकर छान लें।मेथी दाने को भी एक घंटा पहले भिगोकर रखें तथा उबालकर छान लें। काजू, किशमिश व छुआरों को 10 से 15 मिनट तक पानी में भिगोकर रखें। सबसे पहले कड़ाही में तेल डालकर गर्म होने पर उसमें हींग, राई व जीरे का छोंक लगाएँ, फिर उसमें उबला हुआ ग्वारपाठा डालकर दो मिनट तक पकने दें।बाद में उसमें उबली हुई छनी हुई मेथी डाल दें। मेथी डालने के बाद सारे मसाले डालें। मसाला पकने के बाद अमचूर डालें।उसके बाद उसमें काजू, किशमिश व छुआरो के टुकड़े डाल दें। एक चम्मच चीनी डालकर दो मिनट ढक्कन लगाकर छोड़ दें। फिर किसी बर्तन में निकाल लें।
ग्वारपाठे का चूर्ण
ग्वारपाठे का चूर्ण भी शरीर की अपच और गैस की समस्या से छुटकारा दिलाने मे सहायक होता है I इसकी रोज एक चम्मच लेने से कब्ज़ नहीं हॉट है और पेट साफ़ रहता है I तो आइये जानते है किस तरह ग्वारपाठे का चूर्ण बनाया जाता है .....
सामग्री:
ग्वारपाठे का गुदा, नींबू और काला नमक समान मात्रा मे ले ले I
विधि :
एलोवेरा के गूदे के पतले-पतले और छोटे-छोटे टुकड़े करके काँच के बर्तनों में भरकर नीबू के रस में डूबोकर स्वादानुसार काला नमक डालकर दस दिन तक रखें। एक बार प्रतिदिन हिला दें, चला दें। फिर धूप में सूखाकर पीस लें। यह स्वादिष्ट चूर्ण तैयार है।
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