लाइफस्टाइल: शादी का फैसला हर व्यक्ति के जीवन का एक अहम फैसला होता है। अपनी शादी को लेकर लोग उत्साहित रहते हैं और कई उम्मीदें रखते हैं। शादी के बाद महिला का रिश्ता अपने पति के साथ ही उसके परिवार से भी जुड़ता हैं। पति का घर और परिवार उसका ससुराल कहलाता है। अपने ससुराल में एक अच्छी बहू बनना हर लड़की की इच्छा होती हैं। सभी चाहती है कि ससुराल में उनके गुणों की वाहवाही हो। इसके लिए आपको अपनी तरफ से कई एफर्ट डालने पड़ते हैं। ऐसे में आज हम आपको परफेक्ट बहू में पाए जाने वाले गुणों की जानकारी देने जा रहे हैं जो आपको एक अच्छी और आदर्श बहु के रूप में पेश करेंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...
सबका सम्मान
एक आदर्श बहू बनने के लिए सबसे पहले अपने ससुराल वालों से जुड़ना होगा। इसके लिए ससुराल के सदस्यों का सम्मान करें। सास-ससुर हों या देवर व ननद हों, सभी का सम्मान करें। सम्मान के साथ परिवार के हर एक रिश्ते से जुड़ना शुरू करें, इससे रिश्ते में समझ बढ़ेगी और आप एक आदर्श बहू बन पाएंगी।
किचन में मदद जरूर करें
इसमें कोई दोराय नहीं कि घर की बहू से सबकी बहुत सी अपेक्षाएं जुड़ी होती हैं। मगर पढ़ाई और नौकरी के कारण बहुत सी लड़कियां रसोईघर के कार्यों से भली भांति परिचित नहीं होती है। मगर ससुराल जाने के बाद बहू का ये फर्ज है कि अगर आप खाना बनाना नहीं भी जानती हैं। तब भी आप रसोई में मदद जरूर कराएं, ताकि घरवालों को किसी तरह की कोई बात करने का मौका न मिल सके।
पति और परिवार को समझें
महिला का रिश्ता पहले पति से जुड़ता है और साथ ही उसके परिवार से भी। इसलिए शादी के बाद महिला को अपने पति के विचारों और पसंद के बारे में जानना चाहिए। यह आदर्श पत्नी के गुण हैं लेकिन आदर्श बहू बनने के लिए उसे ससुराल के सदस्यों को समझना चाहिए। ससुराल के छोटे-बड़े सदस्य की पसंद नापसंद को समझें।
शिष्ट रहें
जब आपकी सास घर पर हो तो उनके प्रति शिष्ट रहें। उनके साथ बैठें और बातें करें, उन्हें शहर घुमाएं और अगर वह खाना बनाने में आपकी मदद करना चाहती है तो उन्हें ऐसा करने दें। इससे आप उन्हें और बेहतर तरह से समझ सकते हैं। अगर आपकी सास घर का काम करने की इच्छुक नहीं है तो आप खाना बनाने और दूसरे तरह के काम में अपने पति की मदद ले सकती हैं।
परिवार के हर सदस्य का दिल जीते
एक अच्छी बहू बनने के लिए हर लड़की को चाहिए कि वह अपने परिवार के हर सदस्य का दिल जीते और सबसे पहले उसको अपने पति का दिल जीतना चाहिए। सास ससुर का मान सम्मान करना चाहिए और उनके कहे अनुसार ही परिवार के सभी कार्य को करना चाहिए ना कि अपने मन से करें। अपने पति सास ससुर घर के बाकी सभी सदस्यों का दिल जीतने की कोशिश करें उनके पसंद नापसंद का ख्याल रखें। जो सबको पसंद हो वही करें जो किसी को पसंद ना हो वह कार्य बिल्कुल भी ना करें। परिवार को खुश रखने और सुखी रखने के लिए लड़की को चाहिए कि वह सभी के पसंद का ख्याल रखें सभी के इच्छा अनुसार ही कार्य करें जिससे परिवार में खुशहाली बढ़ेगी और आप एक अच्छी बहू बन सकेगी
सलाह भी है जरूरी
बहू के अपने विचार और पसंद नापसंद हो सकते हैं, लेकिन ससुराल में नए होने के नाते आपको उनके विचारों से तालमेल बनाना होता है, इसलिए किसी कार्य या फैसले से पहले घर के बड़ों जैसे सास-ससुर या जेठ-जेठानी से सलाह लें। सलाह लेने से काम भी होते हैं और अनुभव से मार्गदर्शन भी मिलता है
ससुराल के रीति रिवाजों को सीखें
हर परिवार की अपनी अलग मान्यताएं और अपने रिवाज होते हैं। अब ये बहू का फर्ज़ है कि अगर उन मान्यताओं के स्वीकार करने से परिवार की गरिमा बनी रहती है, तो हमें किसी प्रकार की अड़चन पैदा नहीं करनी चाहिए। हांलाकि हर मनुष्य के अलग विचार होते हैं। मगर ये भी सच है कि जिस काम में परिवार का साथ मिले, वही सच्ची खुशी है।
ज्यादा डिमांडिंग नहीं होना चाहिए
विवाह के दौरान हम ज़रूरत के हर सामान की खरीददारी करते हैं। जो चीजें सालों साल हमारे काम आती रहती है। ऐसे में हमें कोशिश करनी चाहिए कि विवाह के फौरन बाद हमें ज्यादा खरीददारी से बचना चाहिए। इसके अलावा हमें बात बात पर अपनी डिमांडस नहीं करनी चाहिए और जो जैसा मिला हो उसे वैसे ही स्वीकार कर लेना चाहिए।शादी का फैसला हर व्यक्ति के जीवन का एक अहम फैसला होता है। अपनी शादी को लेकर लोग उत्साहित रहते हैं और कई उम्मीदें रखते हैं। शादी के बाद महिला का रिश्ता अपने पति के साथ ही उसके परिवार से भी जुड़ता हैं। पति का घर और परिवार उसका ससुराल कहलाता है। अपने ससुराल में एक अच्छी बहू बनना हर लड़की की इच्छा होती हैं। सभी चाहती है कि ससुराल में उनके गुणों की वाहवाही हो। इसके लिए आपको अपनी तरफ से कई एफर्ट डालने पड़ते हैं। ऐसे में आज हम आपको परफेक्ट बहू में पाए जाने वाले गुणों की जानकारी देने जा रहे हैं जो आपको एक अच्छी और आदर्श बहु के रूप में पेश करेंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...
सबका सम्मान
एक आदर्श बहू बनने के लिए सबसे पहले अपने ससुराल वालों से जुड़ना होगा। इसके लिए ससुराल के सदस्यों का सम्मान करें। सास-ससुर हों या देवर व ननद हों, सभी का सम्मान करें। सम्मान के साथ परिवार के हर एक रिश्ते से जुड़ना शुरू करें, इससे रिश्ते में समझ बढ़ेगी और आप एक आदर्श बहू बन पाएंगी।
किचन में मदद जरूर करें
इसमें कोई दोराय नहीं कि घर की बहू से सबकी बहुत सी अपेक्षाएं जुड़ी होती हैं। मगर पढ़ाई और नौकरी के कारण बहुत सी लड़कियां रसोईघर के कार्यों से भली भांति परिचित नहीं होती है। मगर ससुराल जाने के बाद बहू का ये फर्ज है कि अगर आप खाना बनाना नहीं भी जानती हैं। तब भी आप रसोई में मदद जरूर कराएं, ताकि घरवालों को किसी तरह की कोई बात करने का मौका न मिल सके
पति और परिवार को समझें
महिला का रिश्ता पहले पति से जुड़ता है और साथ ही उसके परिवार से भी। इसलिए शादी के बाद महिला को अपने पति के विचारों और पसंद के बारे में जानना चाहिए। यह आदर्श पत्नी के गुण हैं लेकिन आदर्श बहू बनने के लिए उसे ससुराल के सदस्यों को समझना चाहिए। ससुराल के छोटे-बड़े सदस्य की पसंद नापसंद को समझें।
शिष्ट रहें
की सास घर पर हो तो उनके प्रति शिष्ट रहें। उनके साथ बैठें और बातें करें, उन्हें शहर घुमाएं और अगर वह खाना बनाने में आपकी मदद करना चाहती है तो उन्हें ऐसा करने दें। इससे आप उन्हें और बेहतर तरह से समझ सकते हैं। अगर आपकी सास घर का काम करने की इच्छुक नहीं है तो आप खाना बनाने और दूसरे तरह के काम में अपने पति की मदद ले सकती हैं।
परिवार के हर सदस्य का दिल जीते
एक अच्छी बहू बनने के लिए हर लड़की को चाहिए कि वह अपने परिवार के हर सदस्य का दिल जीते और सबसे पहले उसको अपने पति का दिल जीतना चाहिए। सास ससुर का मान सम्मान करना चाहिए और उनके कहे अनुसार ही परिवार के सभी कार्य को करना चाहिए ना कि अपने मन से करें। अपने पति सास ससुर घर के बाकी सभी सदस्यों का दिल जीतने की कोशिश करें उनके पसंद नापसंद का ख्याल रखें। जो सबको पसंद हो वही करें जो किसी को पसंद ना हो वह कार्य बिल्कुल भी ना करें। परिवार को खुश रखने और सुखी रखने के लिए लड़की को चाहिए कि वह सभी के पसंद का ख्याल रखें सभी के इच्छा अनुसार ही कार्य करें जिससे परिवार में खुशहाली बढ़ेगी और आप एक अच्छी बहू बन सकेगी
सलाह भी है जरूरी
बहू के अपने विचार और पसंद नापसंद हो सकते हैं, लेकिन ससुराल में नए होने के नाते आपको उनके विचारों से तालमेल बनाना होता है, इसलिए किसी कार्य या फैसले से पहले घर के बड़ों जैसे सास-ससुर या जेठ-जेठानी से सलाह लें। सलाह लेने से काम भी होते हैं और अनुभव से मार्गदर्शन भी मिलता है।
ससुराल के रीति रिवाजों को सीखें
हर परिवार की अपनी अलग मान्यताएं और अपने रिवाज होते हैं। अब ये बहू का फर्ज़ है कि अगर उन मान्यताओं के स्वीकार करने से परिवार की गरिमा बनी रहती है, तो हमें किसी प्रकार की अड़चन पैदा नहीं करनी चाहिए। हांलाकि हर मनुष्य के अलग विचार होते हैं। मगर ये भी सच है कि जिस काम में परिवार का साथ मिले, वही सच्ची खुशी है।
ज्यादा डिमांडिंग नहीं होना चाहिए
विवाह के दौरान हम ज़रूरत के हर सामान की खरीददारी करते हैं। जो चीजें सालों साल हमारे काम आती रहती है। ऐसे में हमें कोशिश करनी चाहिए कि विवाह के फौरन बाद हमें ज्यादा खरीददारी से बचना चाहिए। इसके अलावा हमें बात बात पर अपनी डिमांडस नहीं करनी चाहिए और जो जैसा मिला हो उसे वैसे ही स्वीकार कर लेना चाहिए।शादी का फैसला हर व्यक्ति के जीवन का एक अहम फैसला होता है। अपनी शादी को लेकर लोग उत्साहित रहते हैं और कई उम्मीदें रखते हैं। शादी के बाद महिला का रिश्ता अपने पति के साथ ही उसके परिवार से भी जुड़ता हैं। पति का घर और परिवार उसका ससुराल कहलाता है। अपने ससुराल में एक अच्छी बहू बनना हर लड़की की इच्छा होती हैं। सभी चाहती है कि ससुराल में उनके गुणों की वाहवाही हो। इसके लिए आपको अपनी तरफ से कई एफर्ट डालने पड़ते हैं। ऐसे में आज हम आपको परफेक्ट बहू में पाए जाने वाले गुणों की जानकारी देने जा रहे हैं जो आपको एक अच्छी और आदर्श बहु के रूप में पेश करेंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...
सबका सम्मान
एक आदर्श बहू बनने के लिए सबसे पहले अपने ससुराल वालों से जुड़ना होगा। इसके लिए ससुराल के सदस्यों का सम्मान करें। सास-ससुर हों या देवर व ननद हों, सभी का सम्मान करें। सम्मान के साथ परिवार के हर एक रिश्ते से जुड़ना शुरू करें, इससे रिश्ते में समझ बढ़ेगी और आप एक आदर्श बहू बन पाएंगी।
किचन में मदद जरूर करें
इसमें कोई दोराय नहीं कि घर की बहू से सबकी बहुत सी अपेक्षाएं जुड़ी होती हैं। मगर पढ़ाई और नौकरी के कारण बहुत सी लड़कियां रसोईघर के कार्यों से भली भांति परिचित नहीं होती है। मगर ससुराल जाने के बाद बहू का ये फर्ज है कि अगर आप खाना बनाना नहीं भी जानती हैं। तब भी आप रसोई में मदद जरूर कराएं, ताकि घरवालों को किसी तरह की कोई बात करने का मौका न मिल सके।
पति और परिवार को समझें
महिला का रिश्ता पहले पति से जुड़ता है और साथ ही उसके परिवार से भी। इसलिए शादी के बाद महिला को अपने पति के विचारों और पसंद के बारे में जानना चाहिए। यह आदर्श पत्नी के गुण हैं लेकिन आदर्श बहू बनने के लिए उसे ससुराल के सदस्यों को समझना चाहिए। ससुराल के छोटे-बड़े सदस्य की पसंद नापसंद को समझें।
शिष्ट रहें
जब आपकी सास घर पर हो तो उनके प्रति शिष्ट रहें। उनके साथ बैठें और बातें करें, उन्हें शहर घुमाएं और अगर वह खाना बनाने में आपकी मदद करना चाहती है तो उन्हें ऐसा करने दें। इससे आप उन्हें और बेहतर तरह से समझ सकते हैं। अगर आपकी सास घर का काम करने की इच्छुक नहीं है तो आप खाना बनाने और दूसरे तरह के काम में अपने पति की मदद ले सकती हैं।
परिवार के हर सदस्य का दिल जीते
एक अच्छी बहू बनने के लिए हर लड़की को चाहिए कि वह अपने परिवार के हर सदस्य का दिल जीते और सबसे पहले उसको अपने पति का दिल जीतना चाहिए। सास ससुर का मान सम्मान करना चाहिए और उनके कहे अनुसार ही परिवार के सभी कार्य को करना चाहिए ना कि अपने मन से करें। अपने पति सास ससुर घर के बाकी सभी सदस्यों का दिल जीतने की कोशिश करें उनके पसंद नापसंद का ख्याल रखें। जो सबको पसंद हो वही करें जो किसी को पसंद ना हो वह कार्य बिल्कुल भी ना करें। परिवार को खुश रखने और सुखी रखने के लिए लड़की को चाहिए कि वह सभी के पसंद का ख्याल रखें सभी के इच्छा अनुसार ही कार्य करें जिससे परिवार में खुशहाली बढ़ेगी और आप एक अच्छी बहू बन सकेगी
सलाह भी है जरूरी
बहू के अपने विचार और पसंद नापसंद हो सकते हैं, लेकिन ससुराल में नए होने के नाते आपको उनके विचारों से तालमेल बनाना होता है, इसलिए किसी कार्य या फैसले से पहले घर के बड़ों जैसे सास-ससुर या जेठ-जेठानी से सलाह लें। सलाह लेने से काम भी होते हैं और अनुभव से मार्गदर्शन भी मिलता है।
ससुराल के रीति रिवाजों को सीखें
हर परिवार की अपनी अलग मान्यताएं और अपने रिवाज होते हैं। अब ये बहू का फर्ज़ है कि अगर उन मान्यताओं के स्वीकार करने से परिवार की गरिमा बनी रहती है, तो हमें किसी प्रकार की अड़चन पैदा नहीं करनी चाहिए। हांलाकि हर मनुष्य के अलग विचार होते हैं। मगर ये भी सच है कि जिस काम में परिवार का साथ मिले, वही सच्ची खुशी है।
ज्यादा डिमांडिंग नहीं होना चाहिए