घर पर बनाएं सीताफल फूल के पकौड़े, जाने रेसिपी

सीताफल के फूल के पकौड़ों का आपने कभी स्वाद लिया है? कई लोगों ने तो शायद इसके बारे में सुना भी न हो. हम आपको इसकी सब्जी के गुण या इसके पौधे की खासियत नहीं बताने जा रहे. हम तो इस सीताफल के फूल के पकौड़े बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं.

Update: 2021-11-11 02:33 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।  सीताफल के फूल के पकौड़ों (Sitafal ke Pakode) का आपने कभी स्वाद लिया है? कई लोगों ने तो शायद इसके बारे में सुना भी न हो. दरअसल बिहार-झारखंड में जिसे कोंहड़ा कहा जाता है और लगभग तमाम पर्व-त्योहारों पर इसे शुभ मानकर पकाया जाता है. इसी कोंहड़े को हिंदी में कुंभड़ा या सीताफल (Sitafal) भी कहते हैं. लोग इसे सीताफल रूप में ज्यादा जानते हैं. हल्के मीठे स्वादवाली कोहड़ा की सब्जी बहुत लोगों को पसंद है. बिहार-झारखंड के खुले इलाके में रहनेवाले लोगों के घरों में सीताफल के पौधे दिख जाएंगे. इसकी लता जमीन पर पसरी हुई या छत पर फैली हुई अक्सर मिल जाएगी. लेकिन आज हम आपको इसकी सब्जी के गुण या इसके पौधे की खासियत नहीं बताने जा रहे. हम तो इस सीताफल के फूल के पकौड़े (Sitafal ke Phool Ke Pakode) बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं.

इसे बनाना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है. हालांकि एक बार इसका स्वाद चख लिया जाए तो उस जायके को भूलना जरूर मुश्किल है.
सामग्री
सीताफल के फूल
चावल
लहसुन
हल्दी
लाल मिर्च
नमक
इस तरह बनाएं सीताफल फूल के पकौड़े
स्टेप 1 – सीताफल के फूल सुबह ही खिलते हैं, दोपहर होते-होते तक ये कुंभलाने लगते हैं. इसलिए बेहतर है, बाजार से लाएं या अपने आसपास के बगीचे या खेत से इन्हें तोड़ लें. यह काम सुबह ही करें. इस फूल की पंखुड़ियां इसके निचले हिस्से से अलग कर रख लें.
स्टेप 2 – अब अगर आपके पास 5 फूल हैं, तो एक छोटी कटोरी या एक मुट्ठी यानी लगभग 200 ग्राम अरवा चावल पानी में भिंगो दें. बिहार में इसे चावल फुलाना भी कहते हैं. तीन-चार घंटे बाद जब चावल पानी सोख ले, उसे मिक्सी में या सिल पर पीस लें. इस तरह चावल के आटे का घोल तैयार हो जाएगा.
स्टेप 3 – अब इस घोल में स्वादानुसार नमक डालें. पीसा हुआ लहसुन, थोड़ी हल्दी और लाल मिर्च का पाउडर अपने स्वाद के मुताबिक इस घोल में मिला दें.
स्टेप 4 – आटे के इस घोल में सीताफल के हर फूल को अलग-अलग लपेट दें. फूल की चौड़ाई ठीक-ठाक होती है, इसलिए चावल के साथ इसे लपेटकर आप परतदार बना लें
स्टेप 5 – अब इसे तलने के लिए कड़ाही में तेल डालें और उसे पूरा गर्म होने दें. अगर लोहे वाली कड़ाही है तो और बेहतर. आपने स्ट्रीट फूड बनाने वाले लोगों को चाउमीन बनाने के लिए लोहे की कड़ाही का इस्तेमाल करते जरूर देखा होगा. जानकार बताते हैं कि लोहे की कड़ाही में बनाई गई चाउमीन या छाने गए पकौड़े का स्वाद सामान्य कड़ाही में बनाई गई चीजों से ज्यादा बेहतर होता है.
स्टेप 6 – अब इसे पूरा पकने तक तल लें. लीजिए, इस तरह तैयार हो गए हैं सीताफल के फूल के पकौड़े. खुद भी खाएं और दूसरों को भी खिलाएं यह जायकेदार पकौड़े.


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