Lifestyle: मंडूकासन डायबिटीज और लटकती तोंद से दिलाता है छुटकारा
जाने इसे करने का तरीका
लाइफस्टाइल: लंबी सिटिंग जॉब हो या सुस्त जीवनशैली, दोनों ही चीजें लोगों के लिए बैली फैट के साथ डायबिटीज जैसे सेहत से जुड़े कई अन्य गंभीर खतरे पैदा करते हैं। अगर आप भी अपने बिजी लाइफस्टाइल रूटिन की वजह से इस तरह की परेशानी का सामना कर रहे हैं तो आज हम आपको एक ऐसा योगासन बताने जा रहे हैं जो बैली फैट के साथ डायबिटीज और पेट से जुड़ी कई अन्य समस्याओं को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। जी हां, आसान का नाम है मंडूकासन।
मंडूकासन को फ्रॉग पोज के नाम से भी जाना जाता है। यह आसन डायबिटीज और पेट के रोगों के लिए रामबाण माना जाता है। मंडूकासन करते समय शरीर मेढक के जैसा प्रतीत होता है। जो लोग पेट की समस्या से अकसर पीड़ित रहते हैं उनके लिए यह योगासन किसी वरदान से कम नहीं है। इस आसन के नियमित अभ्यास से गैस,अपच और पेट फूलने जैसी समस्या से राहत मिल सकती है।
मंडूकासन करने का तरीका: मंडूकासन करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठकर अपनी मुट्ठी बांधें और इसे अपने नाभि और जांघ के पास ऐसे रखें कि मुट्ठी खड़ी हो और अंगुलियां आपके पेट के तरफ हो। अब अपनी सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। ऐसा करते हुए अपनी छाती को इस तरह नीचे की तरफ लाएं कि वह जांघों पर टिकी रहे। आप इस तरह आगे की तरफ झुकें कि नाभि पर ज्यादा से ज्यादा दबाव आए। ऐसा करते समय अपना सिर और गर्दन उठाए रखें और आंखों को सामने रखें। ऐसा करते समय सांसों को धीरे-धीरे लेते और छोड़ते रहें। इसके बाद सांस लेते हुए अपनी सामान्य अवस्था में वापस आ जाएं। ऐसा करते हुए अपना एक चक्र पूरा करें। शुरुआत में आप इस आसन को तीन से पांच बार कर सकते हैं।
मंडूकासन के फायदे:
बैली फैट: मंडूकासन का नियमित अभ्यास पेट पर दबाव बनाकर तोंद कम करने में मदद करता है। इस आसन को करने से पेट की मांसपेशियां टोन होती हैं और बैली फैट को कम करने में मदद मिलती है।
डायबिटीज: मंडूकासन करने से डायबिटीज रोगियों को बहुत फायदा मिलता है। इसका नियमित अभ्यास करने से शरीर में इंसुलिन उत्पादन ठीक ढंग से होता है और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
पीरियड्स के दर्द: नियमित रूप से मंडूकासन करने से महिलाओं को पीरियड्स के दर्द और ऐंठन की समस्या से राहत मिल सकती है।