जानिए उपवास रखना शरीर के लिए क्यों होता है बेहद फायदेमंद, जिससे शरीर रहता है हेल्दी और मोटापा को भी करता है कंट्रोल

आयुर्वेद में लंबे समय तक उपवास करने के महत्व और इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताया गया है

Update: 2020-10-20 08:23 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नवरात्रि का पर्व पूरी धूमधाम से मनाया जा रहा है. कई भक्त, नौ दिन का उपवास रख कर मां की अराधना कर रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं उपवास रखने से शरीर को ढेरों फायदे मिलते हैं. हालांकि उपवास और अच्छे स्वास्थ्य के बीच कनेक्शन कुछ नया नहीं है. आयुर्वेद में लंबे समय तक उपवास करने के महत्व और इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताया गया है. चाहे आप धार्मिक कारण से उपवास करें या आप इसे एक लाइफस्टाइल च्वाइस की तरह करें, दोनों ही स्थिति में आपके स्वास्थ्य पर समान प्रभाव पड़ता है.

उपवास करने के है कई लाभ

उपवास, शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में तो मदद करता ही है, इसके अतिरिक्त उपवास वजन कम करने और metabolic व chronic (पुरानी) बीमारियों के विकास के जोखिम को भी कम करता है. इसके अलावा, उपवास करने से दिल स्वस्थ रहता है और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है जोकि आज के समय में ज्यादातर लोगों की चिंता का मुख्य कारण है.

रक्तचाप नियंत्रित रहता है

यकीन मानिए अगर आप एक निश्चित समय के लिए खुद को भोजन से दूर रखते हैं तो ऐसा करने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है, कॉलेस्ट्रोल कम हो जाता है, डायबिटीज भी कंट्रोल हो जाती है. इतना ही नहीं मोटापे की समस्या से भी निजात मिल जाती है. ये सभी हृदय संबंधी बीमारियों जैसे स्ट्रोक और कार्डियक अरेस्ट के विकास के कारण भी है. हालांकि इन सभी की नियमित जांच करते रहने से दिल से जुड़ी समस्याओं के जोखिम में 80 प्रतिशत तक कमी हो सकती है.


कई स्टडीज में फास्टिंग डाइट को बताया गया बेहतर

बहुत सी स्टडीज में दावा भी किया गया है कि उपवास करने से दिल संबंधी जटिलाताओं में कमी आती है और आयु भी लंबी होती है. एक स्टडी के मुताबिक जो लोग फास्टिंग डाइट फॉलो करते हैं उऩका दिल काफी स्वस्थ रहता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि जो लोग नियमित रूप से उपवास करते हैं, वे अपने कैलोरी इनटेक को अच्छे प्रकार से कंट्रोल कर पाते हैं. ये उन्हे शरीर के वजन को कम करने और बेहतर खाने के विकल्प ढूंढने में भीमदद करता है. नियमित रूप से उपवास करने से खराब कॉलेस्ट्रोल लेवल सुधर सकता है और यह मेटाबालिज्म को भी इंप्रूव करता है. इसलिए जो लोग उपवास नहीं करते हैं उन्हे अगर अपने दिल को स्वस्थ रखना है व कई अन्य बीमारियों से बचना है तो उन्हे नियमित रूप से उपवास को अपनी लाइफस्टाइल में जरूर शामिल करना चाहिए.

कुछ भी नया करने से पहले डॉक्टर से लें सलाह

वैसे तो उपवास सभी के लिए सुरक्षित है और इसका हमारे स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है. लेकिन अगर किसी को कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, तो कुछ भी नया करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

इन्हे सावधानी बरतने की जरूरत है:

गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं

बच्चे और किशोर

ईटिंग डिसआर्डर से जूझ रहे लोग

टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोग

अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोग

उपवास के दौरान इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप उपवास करने के बारे में सोच रहे हैं तो इसे कैसे करना चाहिए इससे जुड़ी सारी जानकारी लें, साथ ही आपको पता होना चाहिए कि उपवास तोड़ने के दौरान आपके पास क्या होना चाहिए और किसी भी जटिलताओं से बचने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. उपवास के बारे में आपको जिन 4 बुनियादी बातों की जानकारी होनी चाहिए, वे हैं-

1-अपने उपवास की अवधि को कम रखें, 24 घंटे से ज्यादा लंबा उपवास न करें. ऐसा करना सेहत के लिए अच्छा नहीं हो सकता है.

2- उपवास के दौरान खुद को हाइड्रेटेड रखें. इसके लिए खूब पानी पिएं. निर्जलीकरण से सिरदर्द, कब्ज और थकान हो सकती है.

3- दावत के साथ व्रत न तोड़ें. दरअसल जब आप व्रत तोड़ते हैं, तो पहले प्रोटीन और स्वस्थ पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें. एक दावत के साथ अपना उपवास समाप्त करने से आप सुस्त महसूस करेंगे.

4-अगर आप अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं तो उपवास न करें तो बेहतर है. आपका स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण है.

5-उपवास के दिनों में आमतौर पर आपकी एनर्जी लेवल थोड़ा डाउन हो जाता है और किसी भी प्रकार की फिजिकल एक्टिविटी में शामिल न हो. दरअसल ऐसा करने से आप कमजोर महसूस कर सकते हैं.


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