जानिए सावन में दही क्यों नहीं खाना चाहिए
बरसात के मौसम में खान पान पर विशेष ध्यान रखना होता है। मानसून में अक्सर घर के बड़े बुजुर्ग हरी पत्तेदार सब्जियों, कढ़ी आदि का सेवन करने से मना करते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बरसात के मौसम में खान पान पर विशेष ध्यान रखना होता है। मानसून में अक्सर घर के बड़े बुजुर्ग हरी पत्तेदार सब्जियों, कढ़ी आदि का सेवन करने से मना करते हैं। इसके कुछ आयुर्वेदिक और मौसमी वजह होती हैं। आहार विशेषज्ञों के मुताबिक, मानसून में संक्रामक रोगों का जोखिम बढ़ जाता है, ऐसे में बाहर से आने वाली हरी पत्तेदार सब्जियों में रोगाणुओं का खतरा बढ़ जाता है। इससे पेट की समस्याओं का जोखिम हो जाता है। इसी तरह बारिश में दही और उससे बनी चीजों का सेवन भी न करने की सलाह दी जाती है। वैसे तो रोजाना दही खाने की सलाह दी जाती है। दही में मौजूद कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन सेहत के लिए फायदेमंद है और पाचन को दुरुस्त रखता है लेकिन सावन या मानसून के मौसम में दही के सेवन की मनाही क्यों होती है? चलिए जानते हैं सावन में दही क्यों नहीं खाना चाहिए।