लाइफस्टाइल: बालों से जुड़े ऐसे तमाम फैक्ट्स हैं, जिसके बारे में हमें पता नहीं होता है। परिणाम यह होता है कि कई बार हम खुद ही अपने बालों को नुकसान पहुंचाते हैं। खूबसूरत बालों की चाह रखने के लिए आइए जानें, बालों से जुड़े कुछ मिथ्य और फैक्ट्स के बारे में।
बालों की सुंदरता को बनाए रखने के लिए महिलाएं ना जाने कितने ट्रीटमेंट करती हैं, पर बालों से जुड़े कई तरह के मिथ और फैक्ट्स के चक्कर में वह मिथ और हकीकत में फर्क को नहीं समझ पातीं। क्या हैं बालों से जुड़े मिथ्य और फैक्ट्स, एक नजर डालें-
बालों को रंगने या डाई करने से बाल खराब हो जाते हैं और आगे उसी रंग के बाल निकलते हैं। डाई करने से जो बाल सिर पर हैं केवल वही प्रभावित होते हैं। जितने नए बाल उगेंगे वह अपने स्वाभाविक रंग में रहेंगे। अगर बालों की सही ढंग से देखभाल की जाए तो वो खराब नहीं होते हैं। बीयर से बाल धोने से बालों में चमक आ जाती है।सच तो यह है कि बीयर से बाल धोने से रूसी की समस्या पैदा हो सकती है और वो रूखे भी हो सकते हैं। कंडीशनर का प्रयोग करने से बाल और भी घुंघराले तथा रूखे हो जाते हैं। कंडीशनर के प्रयोग से बाल रूखें नहीं होते हैं, न ही घुंघराले, बल्कि इससे बालों में चमक आती है। शैंपू के बाद कंडीशनर का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। हर महीने बाल कटवाने से बाल घने हो जाते हैं। जी नहीं, बालों का घटना-बढ़ना बालों के टैक्सचर पर निर्भर करता है। बालों को कटवाने से वो घने नहीं होते बल्कि अच्छे ढंग से कटवाने के कारण वे घने लगने लगते हैं। जब बाल एक निर्धारित लंबाई तक बढ़ जाते हैं तो उसके बाद नहीं बढ़ते हैं। यह धारणा गलत है। बालों का बढ़ना उसके टैक्सचर और क्यूटिकल पर निर्भर करता है, लेकिन एक समय तक बाल तेजी से बढ़ते हैं, फिर उसके बाद बालों की बढ़त धीमी हो जाती हैं बीमार होने पर बाल नहीं कटवाने चाहिए क्योंकि लेटे रहने से उनकी बनावट खराब हो जाती है।बीमार होने पर शरीर कमजोर हो जाता है और बालों की चमक खो जाती है। भली-भांति कटे हुए बाल जैसे हैं वैसे ही रहेंगे। ज्यादा शैंपू से बाल धोने से खराब हो जाते हैं।
अगर इस डर से आप बालों को बिना शैंपू के धो रही हैं तो वो गलत हैं। शैंपू न करने से बाल गंदे रहते हैं। धूल-मिट्टी से ग्रस्त होकर तैलीय हो जाते हैं और गंदगी से झड़ने भी लगते हैं।
सफेद बाल को तोड़ने से उस जगह और भी अधिक सफेद बाल निकल आते हैं।
एक रोम कूप से एक ही बाल उत्पन्न होता है, इसीलिए अधिक सफेद बाल बढ़ने की गुंजाइश कम रहती है।
खुले बाल रखने से बालों में रूसी की समस्या पैदा हो जाती है।
रूसी की समस्या केवल बालों के अधिक तैलीय होने से पैदा होती है। बालों को खुला रखने से रूसी का कोई संबंध नहीं होता है।
लगातार बालों को पंमिंग कराने से केवल बालों का उतना ही हिस्सा प्रभावित होता है, जितने में पंमिंग करवाई होती है। पूरे बाल घुंघराले नहीं होते हैं। बाल घुंघराले जन्मजात होते हैं।
ड्रायर और ब्लोड्रायर के इस्तेमाल से बाल स्वाभाविक रूप से स्ट्रेट हो जाते हैं।
ड्रायर के इस्तेमाल से बाल कुछ देर के लिए ही स्ट्रेट होते हैं, उसके बाद वापस पहले जैसे हो जाते हैं। इसके अलावा ब्लो ड्रायर से बालों को बहुत अधिक नुकसान भी पहुंचता है, इसलिए कोशिश करें कि इसका इस्तेमाल न करें।
दोमुंहे बाल नीचे से जड़ की ओर बढ़ते हैं।
यह धारणा पूर्णत: गलत है, क्योंकि दोमुंहे बालों को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। लगातार कटिंग और शेपिंग हमें दोमुंहे बालों से निजात दिलाते हैं।
पर्मानेंट वेविंग हमारे सिर पर ड्रायनेस पैदा कर तेल को सोख लेती है।
बालों में तेल का होना न होना आपके हार्मोंस पर निर्भर करता है या भोजन पर। हां, किंतु अधिक कैमिकल्स का प्रयोग बालों में ड्रायनेस पैदा कर बालों को हानि जरूर पहुंचा सकता है। इस तरह से रखें बालों का ख्याल
एएस क्लिनिक के फाउंडर डॉ. अरविंद पोसवाल का कहना है कि अगर थोड़ी सावधानी के साथ कुछ उपाय किए जाएं तो बालों की देखभाल अच्छे से हो सकती है, जैसे-
बाहर निकलने से पहले बालों को स्कॉर्फ या चुन्नी से ढक लें।
रासायनिक शैंपू व कंडीशनर की जगह नेच्युरल प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें।
बालों को हीटिंग प्रॉब्लम से बचाए रखने के लिए हेयर ड्रायर, स्ट्रेटनर इत्यादि जैसे हेयर टूल्स का प्रयोग कम से कम करें।
बालों में नियमित रूप से ऑयलिंग जरूर करें। इससे बाल जड़ों से लंबे, मजबूत और स्वस्थ रहेंगे।
शैंपू करने के बाद बालों में कंडीशनर जरूर लगाएं। यदि बाल कुछ ज्यादा ही रफ हैं तो एक्सपर्ट की मदद से बताया गया कोई हेयर सीरम भी नियमित रूप से इस्तेमाल करें।
गीले बालों को टॉवल से कभी भी न झटकें। ऐसा करने से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। साथ ही बाल बीच लेंथ में से भी टूट जाते हैं, जिससे आगे चलकर दोमुंहे बालों की समस्या हो सकती है।