हेल्थ टिप्स Health Tips: किसी भी अचार में कलौंजी का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। आज हम इसी छोटे से दिखने वाले मसाले के बारे में बात करेंगे। कलौंजी बहुत छोटे से आकार का काले रंग का बीज होता है, जिसे कुछ लोग मंगरैल के नाम से जानते हैं। कुछ इसको ब्लैक सीड भी कहते हैं। यह मसाला लगभग सभी भारतीय घरों के किचन में पाया जाता है। कलौंजी के बीज का उपयोग आमतौर पर भारतीय डिशेज में तड़के के लिए किया जाता है। एक पैन में तेल या घी गर्म करके उसमें जीरा, सरसों, करी पत्ता आदि के साथ कलौंजी के बीज भी डालकर तड़का तैयार करके सब्जियों, चावल के व्यंजनों और दाल आदि में डाला जाता है। बंगाल में पंचफोड़न का तड़का, जिसमें अन्य चीजों के अलावा के बीज भी होते हैं, काफी कलौंजीDishes में लगाया जाता है। यह बीज न सिर्फ खाने को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
ऐसे करें इस्तेमाल
हमारे भारतीय मसाले की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि जिन मसालों का प्रयोग हम प्रतिदिन भोजन बनाने में करते हैं, सभी एक से बढ़कर एक हैं। ये सभी मसाले ना सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि पौष्टिक भी होते हैं। कलौंजी की बात करें तो यह स्वाद व खुशबू तो बढ़ाती ही है,साथ ही इसके डालने से डिश भी आकर्षक लगती है। मैं अपनी डिशेज में इसका इस्तेमाल तीन तरीकों से करती हूं। पहला साबुत बीज के रूप में,दूसरा हल्का सा रोस्ट करके पाउडर के रूप में और तीसरा पानी में रात भर भिगोकर।
कैसे करें कलौंजी का उपयोग, आइए जानें:
1 मैं कलौंजी को हल्का सा रोस्ट करके एयरटाइट डिब्बे में रखती हूं और अपनी ब्रेड पर मक्खन लगाकर उसके ऊपर छिड़कती हूं। भुने हुए पापड़ पर प्याज, टमाटर, चाट मसाले के साथ इसको भी बुरक देती हूं। कच्चे पनीर के स्लाइसेज को हल्का सा रोस्ट करके उसके ऊपर खरबूजे के बीज बुरकती हूं, साथ ही 5-6 कलौंजी के रोस्टेड बीज भी डाल देती हूं। देखने में तो आकर्षक लगता ही है,साथ ही खाने में भी स्वादिष्ट होता है।
2 अचारी दही के तड़के में थोड़े से कलौंजी के बीज डाल देती हूं ,यह स्वाद को दोगुना कर देते हैं। साथ ही एक विशिष्ट स्वाद और सजावटी स्पर्श जोड़ने के लिए मैं नान ,तंदूरी रोटी, पूरी,मठरी, ब्रेड के आटे पर कुछ दाने छिड़क देती हूं। बनने के बाद देखने में बहुत सुंदर लगता है। पर, कभी-कभी बच्चे कलौंजी खाने में नखरे करते हैं, तब मैं इसके पाउडर को आटा में मिलकार गूंद लेती हूं।
3 गर्मियों में करेला, परवल, भिंडी आदि भरवां सब्जी बनाने के लिए मैं एक मसाला तैयार करके रखती हूं। इस मसाले के लिए एक कप साबुत धनिया, आधा कप जीरा, एक चौथाई कप सौंफ, 1/8 कप मेथी और 1/16 कप कलौंजी को एक साथ हल्का भून लेती हूं और फिर इन मसालों का पाउडर तैयार कर लेती हूं। कोई भी भरवां सब्जी बनानी हो तो अन्य मसालों के साथ यह मिला देती हूं। सब्जी बहुत ही अच्छी बनती है ।
4 फूलगोभी, आलू ,काशीफल, कढ़ी आदि में पंचफोड़न डालिए और देखिए कलौंजी का स्वाद बहुत उभर कर आता है। कलौंजी का इस्तेमाल आप जीरे के विकल्प के रूप में भी तड़के में कर सकती हैं।
5 सलाद की ड्र्रेंसग ड्र्रेंसग बनाने के लिए थोड़े से Olive Oil में नमक और काली मिर्च के साथ एक चुटकी कलौंजी मिलाकर सलाद में डालें। स्वाद बढ़ जाएगा।
6 आम की लौंजी, अचार, चटनी में कलौंजी का प्रयोग करें। टमाटर की चटनी और मिक्स सब्जी के अचार में भी कलौंजी डालती हूं। चावल में भी जीरे के साथ कलौंजी का तड़का लगाएं।
सेहत की बातें
कलौंजी का स्वाद कुछ हद तक अखरोट जैसा होता और तासीर गर्म होती है, इसलिए गर्मियों में इसका इस्तेमाल कम मात्रा में ही करना चाहिए। यह पोषक तत्वों का भंडार है और सेहत के लिए तो यह संजीवनी बूटी का काम करती है। इसमें पोटैशियम, आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। साथ ही यह एंटीबैक्टीरियल, एंटी इंफ्लामेट्री गुणों और एंटीऑक्सीडेंस से भरपूर है। इसके सेवन से कई बीमारियों में राहत मिलती है।