जानिए पीरियड्स पेन का कारण और इसे दूर करने के आसान तरीके

हर महीने महिलाएं मासिक धर्म (Menstruation) की प्रक्रिया से गुजरती हैं, जिसे सामान्य भाषा में हम पीरियड्स कहते हैं. पीरियड्स के पहले या पीरियड्स के दौरान उन्हें पेट में दर्द और ऐंठन (Stomach Pain and Cramps) जैसी समस्या शुरु हो जाती है

Update: 2022-07-01 07:06 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।  हर महीने महिलाएं मासिक धर्म (Menstruation) की प्रक्रिया से गुजरती हैं, जिसे सामान्य भाषा में हम पीरियड्स कहते हैं. पीरियड्स के पहले या पीरियड्स के दौरान उन्हें पेट में दर्द और ऐंठन (Stomach Pain and Cramps) जैसी समस्या शुरु हो जाती है. कई बार तो ये दर्द इतना असहनीय हो जाता है कि समझ में नहीं आता कि क्या किया जाए. ऐसे में महिलाओं को कई बार पेन किलर्स की मदद लेनी पड़ती है. लेकिन ज्यादा पेन किलर्सखाने से आपके शरीर को इसके अन्य साइड ​इफेक्ट्स झेलने पड़ते हैं. अगर आप भी हर बार पीरियड्स (Periods) के दौरान असहनीय दर्द झेलती हैं, तो यहां पहले समझिए इस दर्द की वजह और फिर जानिए इससे बचने के घरेलू उपाय.

जानिए पीरियड्स के दौरान दर्द की हैं दो वजह
प्राइमरी डिसमेनोरिया : पीरियड्स में दर्द दो वजहों से हो सकता है. पहली वजह है प्राइमरी डिसमेनोरिया. प्राइमरी डिसमेनोरिया को मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स भी कहते हैं. ये कोई बीमारी नहीं है, एक नेचुरल प्रक्रिया का हिस्सा है. इसमें निचले पेट के निचले हिस्से में दर्द या ऐंठन होती है, जो मेंस्ट्रुअल पीरियड्स से पहले या उसके दौरान अनुभव हो सकती है. ये समस्या यूट्रस में ऐंठन की वजह से होती है. जब यूट्रस संकुचन प्रक्रिया शुरु करता है तो प्रोस्टाग्लैंडीन हार्मोन रिलीज होते हैं. जिसकी वजह से दर्द महसूस होता है. इस प्रक्रिया के दौरान ही यूट्रस से क्लॉट्स भी बाहर निकल आते हैं, जिसकी वजह से दर्द ज्यादा महूसस होता है. 80 फीसदी महिलाओं में पीरियड्स के दर्द की वजह यूट्रस में ऐंठन होती है.
सेकेंडरी डिसमेनोरिया : गर्भाशय में फाइब्रॉयड्स, पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज या एंडोमेट्रिओसिस जैसी कोई होने पर पीरियड्स के दौरान तेज दर्द हो सकता है. इसे सेकेंडरी डिसमेनोरिया कहा जाता है. कई बार ये पीरियड्स शुरु होने से एक हफ्ते पहले से शुरू हो सकता है. ऐसे में पीरियड्स हैवी और अधिक लंबे हो सकते हैं. हालांकि कभी-कभी इसकी वजह से कब्ज, गैस की शिकायत भी होती है. ऐसे में आपको विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए.
प्राइमरी डिसमेनोरिया में घरेलू उपाय आ सकते हैं काम
– पीरियड्स के दर्द को कम करने के लिए आप 50 ग्राम जीरे को पीस लें और इसे 25 ग्राम गुड़ के साथ मिलाकर कैप्सूल बना लें. इन कैप्सूल को पीरियड्स की डेट आने से 2-3 दिन पहले लेना शुरू कर दें. जीरे से बने ये कैप्सूल आपको दर्द में काफी राहत दे सकते हैं.
– अजवाइन को पानी में गर्म कर लें. इस पानी को गुनगुना रहने पर घूंट घूंट करके पीएं. इससे भी आपको पीरियड्स के दर्द में राहत मिलती है.
– पीरियड्स के दर्द को कम करने के लिए बिना दूध की अदरक की चाय को काली मिर्च के साथ लेना कारगर माना जाता है. दूध वाली चाय आपके पेट में गैस की समस्या को बढ़ा सकती है.
– पीठ के निचले हिस्से में मालिश करने और पेट पर गर्म पैड से सिंकाई करने से भी काफी आराम मिलता है. इसके अलावा आप नहाने के लिए भी गर्म पानी का ही इस्तेमाल करें.
– हाई फाइबर युक्त फल, सलाद और सब्जियां वगैरह खाएं. इसके अलावा हल्के व्यायाम करें और वॉक करें. इससे भी पीरियड्स के दर्द में राहत मिलती है.
– हल्दी डालकर गुनगुना दूध पीने से भी पेट की सूजन कम होती है और दर्द में आराम मिलता है. आप चाहें तो इसके साथ गुड़ और सोंठ को मिलाकर भी खा सकती हैं.
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