घर में मौजूद गंदगी सीधे तौर पर हमारे हेल्थ पर ही असर डाल सकती है। घर की सफाई में हम मैट्रेस, फर्श और बाथरूम साफ करते तो हैं। लेकिन किचन में बर्तन की सफाई के अलावा हम सिंक की सफाई करना भूल जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि आपके रसोई के सिंक में कितने ऐसे कीटाणु होते हैं जो दिखाई तो नहीं देते, पर आपके हेल्थ के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।
रसोई के सिंक गंदे होने से हेल्थ पर क्या असर पड़ता है?
फूड पॉइजनिंग: कच्चे मांस, मछली या अंडे से बैक्टीरिया और वायरस सिंक में फैल सकते हैं। यदि आप इन बैक्टीरिया या वायरस के संपर्क में आते हैं, तो आपको फूड पॉइजनिंग हो सकती है, जिसके लक्षण हैं मतली आना, उल्टी आना, दस्त और पेट में ऐंठन होना।
इन्फेक्शन: सिंक में जमा होने वाला पानी और गंदगी बैक्टीरिया और वायरस के लिए एक आइडियल ब्रिडिंग प्लेस हो सकता है। ये बैक्टीरिया और वायरस त्वचा के घावों के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे संक्रमण हो सकता है।
सांस लेने में समस्याएं: सिंक में जमा होने वाला धूल और गंदगी एलर्जी और सांस की समस्याओं का कारण बन सकती है।
सिंक में कीटाणु और माइक्रो ऑर्गेनिज्म के साथ इंफेक्ट कर सकता है, जिसमें खाने का सामान हो सकता है। यह पेट की समस्याओं, डायरिया और उल्टियों का कारण भी बन सकता है।
रसोई के सिंक में सबसे ज्यादा फैलने वाले कीटाणु?
साल्मोनेला (Salmonella): यह एक बैक्टीरिया है जो कच्चे या अधपके अंडे, मांस और मछली से फैलता है। सालमोनेला से फूड पॉइजनिंग हो सकती है, जिसके लक्षण हैं मतली, उल्टी, दस्त और पेट में ऐंठन।
इस्क्चेरिशिया कोलाई (Escherichia coli): यह एक बैक्टीरिया है जो कच्चे या अधपके खाद्य पदार्थों से फैलता है। ई. कोलाई से फूड पॉइजनिंग हो सकती है, जिसके लक्षण हैं मतली, उल्टी, दस्त और पेट में ऐंठन। यदि आप खाने से पहले बिना धोए हाथों को छूते हैं और फिर खाने में हाथ लगाते हैं, तो आप इस बैक्टीरिया को खाद्य सामग्री पर पहुंचा सकते हैं।
कैम्पिलोबैक्टर (Campylobacter): यह एक बैक्टीरिया है जो कच्चे या अधपके मांस और दूध उत्पादों से फैलता है। कैम्पिलोबैक्टर से फूड पॉइजनिंग हो सकती है, जिसके लक्षण हैं मतली, उल्टी, दस्त और पेट में ऐंठन।
स्टैफिलोकॉकस और स्ट्रेप्टोकॉकस (Staphylococcus and Streptococcus): ये बैक्टीरिया भी रसोई में पाए जाते हैं और खाद्य संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
लिस्टेरिया (listeria): यह एक बैक्टीरिया है जो कच्चे या अधपके मांस, मछली, डेयरी उत्पादों और कुछ सब्जियों से फैलता है। लिस्टेरिया से फूड पॉइजनिंग हो सकती है, जिसके लक्षण हैं मतली, उल्टी, दस्त और बुखार।
हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (Helicobacter pylori): यह एक बैक्टीरिया है जो कच्चे या अधपके भोजन से फैलता है। हेलिकोबैक्टर पाइलोरी से पेट में अल्सर हो सकता है।
रसोई के सिंक को ऐसे रखे साफ:
सिंक को गर्म पानी और डिशवॉशिंग लिक्विड से धोएं।
सिंक को एक साफ कपड़े से पोंछ लें।
सिंक के नीचे के हिस्से को साफ करने के लिए एक टूथब्रश या बर्तन ब्रश का उपयोग करें।
धोने के बाद सिंक को सूखने दें।
सिंक को साफ करने के लिए, आप एक डिशवॉशर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप डिशवॉशर का इस्तेमाल करते हैं, तो जरूर जांच लें कि आप सिंक को डिशवॉशर डिटर्जेंट से साफ कर रहे हैं। सिंक को साफ करने के अलावा, कच्चे मांस, मछली या अंडे को सिंक में धोने से बचें। इसके बजाय, ऑयली बर्तन को एक अलग जगह पर धो लें।
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