स्वाद से भरी जलेबी नहीं है भारत का व्यंजन, जानिए इतिहास

जलेबी (Jalebi) खाना हर किसी की फरमाइश होती है. हालांकि कोरोना महामारी की वजह से पिछले दो साल से लोग बाहर से जलेबी खरीदने में हिचक रहे हैं. आइए जानते हैं जलेबी का इतिहास...

Update: 2021-12-17 07:00 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जलेबी एक ऐसा मीठा व्यंजन है, जो हर किसी के मुंह में पानी लाता है और खाने को मन भी ललचा जाता है. सर्दी हो या फिर गर्मी गरम गरम जलेबी खाने का अपना ही मजा होता है. अक्सर त्योहारों आदि पर घरों में आज भी खास रूप से जलेबी को बनाया जाता है. जलेबी का स्वाद भले हर भारतियों के जबान पर चढ़ा हो लेकिन इसको और भी देशों में पसंद किया जाता है. घुमावदार सेप में बनी जलेबी का मीठा स्वाद हर किसी को पसंद होता है. कहा जाता है कि इस मिठाई की धूम भारतीय उपमहाद्वीप से शुरू होकर पश्चिमी देश स्पेन तक जाती है.

आमतौर पर जलेबी स्वादिष्ट सादी ही बनाई जाती है और चाशनी में डुबोई जाती है. जलेबी को दूध,रबड़ी और दही के साथ भी स्वाद बढ़ाने के लिए खाया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जलेबी की शुरुआत कहां से हुई और इसका इतिहास क्या है. आज हम आपको जलेबी के बारे में सब कुछ बताएंगे.
जलेबी की शुरुआत कहां से हुई
कहा जाता है कि जलेबी मूल रूप से अरबी शब्द है. इस मिठाई का असली नाम है जलाबिया. लेकिन भारत में इसको जलेबी कहा जाता है.रस से भरी और चाशनी में सराबोर होने कारण से इसको यह नाम मिला और फिर इसका रूप जलेबी हो गया. उत्तर पश्चिमी भारत और पाकिस्तान में जहां इसे जलेबी कहा जाता है वहीं महाराष्ट्र में इसे जिलबी कहा जाता है और बंगाल में इसका उच्चारण जिलपी करते.
प्राचीन किताबों में है जिक्र
रिपोर्ट्स के अनुसार प्राचीन काल में जलेबी व्यंजन का जिक्र किया गया था 13वीं शताब्दी में मुहम्मद बिन हसन अल-बगदादी ने इस शानदार व्यंजन पर एक क़िताब तक लिखी थी. कहा जाता है कि इसका नाम था अल-तबीख. इस किताब में ज़ौलबिया यानी कि जलेबी के बारे में जिक्र किया गया था. इतना ही नहीं कहते हैं कि फारसी और तुर्की व्यापारियों भारत आए तो इसके बाद से इसे हमारे देश में भी बनाया जाने लगा.
जलेबी भारत की शान है
अपने रसीले स्वाद के कारण से जलेबी हर किसी के बीच पसंद की जाती है, जलेबी को आसानी से घर पर भी बनाया जा सकता है.अलग अलग जगहों पर जलेबी को अलग अलग नाम से पुकारा जाता है. जलेबी को सर्दियों के मौसम में खास रूप से पसंद किया जाता है. हालांकि ठंडी जलेबी खाने में मजा नहीं देती है. इतना ही नहीं जलेबी को बनाने के लिए आवश्यक सामग्री हैं मैदा, घी और चीनी है. इसको आप आसानी से आधे घंटे में घर पर तैरार कर सकती हैं.
जलेबी के होते हैं कई प्रकार
आमतौर पर जलेबी सामान्य रूप से ही बनाई जाती है. लेकिन इसको बनाने के आज और भी कई तरीके हैं. जलेबी पनीर से बनी होती है, तो कभी खोया की बनी जलेबी स्वाद में रंग भरती है. आमतौर पर जलेबी छोटी और घुमावदार स्टाइल में ही बनाई जाती है. आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में एक जगह ऐसी जलेबी मिलती है जो आकार में आम जलेबियों से बड़ी होती है.


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