ब्रेस्ट कैंसर से बचना है तो डब्लूएचओ के बताए इन 7 टिप्स को जीवन में उतार लें
लाइफस्टाइल: दुनिया का कोई भी ऐसा देश नहीं है जहां ब्रेस्ट कैंसर के मामले नहीं है. कैंसर से होने वाली बीमारियों में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर ही होता है. डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक 2020 में 6.85 लाख लोगों की मौत ब्रेस्ट कैंसर से हो गई जबकि 23 लाख लोग ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रहे हैं. सिर्फ 0.5 से 1 प्रतिशत ब्रेस्ट कैंसर के मामले पुरुषों में आते हैं, बाकी 99 प्रतिशत ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं को होता है. इस बीमारी में ब्रेस्ट के अंदर सेल का ग्रोथ अनियंत्रित हो जाता है जिसके कारण ट्यूमर हो जाता है. शुरुआत में ब्रेस्ट कैंसर जीवन को जोखिम में डालने वाला नहीं होता है.
कुछ इलाज के बाद यह ठीक हो जाता है. लेकिन जब यह ज्यादा हिस्सों में फैल जाता है तब इसे संभालना मुश्किल हो जाता है. इस कारण ट्यूमर ब्रेस्ट में गांठ के रूप में या मोटा दिखने लगता है. शुरुआत में अगर इसकी पहचान हो जाए तो ब्रेस्ट कैंसर का इलाज बहुत आसानी से हो जाता है. इसलिए डब्ल्यूएचओ ने ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए महिलाओं को खास टिप्स दिए हैं. इन टिप्स से ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को महिलाएं बहुत हद तक कम कर सकती है. यहां तक कि जीवन में कैंसर की बीमारी से मुक्त हो सकती है.
इन महिलाओं को है ब्रेस्ट कैंसर का ज्यादा खतरा
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक महिलाओं में उम्र, मोटापा, अल्कोहल का इस्तेमाल, फेमिली हिस्ट्री, रेडिएशन के साथ संपर्क, प्रजनन हिस्ट्री जैसे कि किस उम्र में पीरिययड्स शुरू हुए और किस उम्र में पहला बच्चा हुआ, तंबाकू का इस्तेमाल, पोस्टमेनोपॉज हार्मोन थेरेपी आदि कारक जिम्मेदार होते हैं. हालांकि आधी से अधिक महिलाओं में बिना किसी जोखिम के ब्रेस्ट कैंसर होता है.
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
1.जब ब्रेस्ट कैंसर होता है तो अधिकांश मामलों में स्तन में बिना दर्द गांठ हो जाता है जिसे छूने पर सख्त महसूस होता है. कभी-कभी स्तन को कोई भाग मोटा या उभर जाता है और उसमें लंप्स हो जाता है.
2. ब्रेस्ट उपर से अपने रूप और आकार में परिवर्तन कर लेता है.
3. स्किन के रंग में परिवर्तन होने लगता है. स्किन में गढ्ढा होने लगता है. हल्का लालिमा भी दिखने लगता है.
4. निप्पल और निप्पल के आसपास स्किन बदलने लगता है. रंग में भी परिवर्तन हो सकता है.
4. निप्पल से असामान्य तरल पदार्थ निकलने लगता है.
ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए WHO के 7 नियम
1. बच्चों को दूध पिलाएं- आजकल कुछ मां बच्चे को एक-दो महीने के बाद दूध पिलाना बंद कर देती है. लेकिन ज्यादा समय तक बच्चों को दूध पिलाने से ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम कम हो जाता है.
2. फिजिकल एक्टिविटी- महिलाएं अगर नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी करें तो उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम हो सकता है.
3.मोटापे पर लगाम-ज्यादा वजन वैसे तो कई बीमारियों को दावत है लेकिन ज्यादा वजन के कारण महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. इसलिए मोटापे पर लगाम लगाएं. .
4. अल्कोहल को न कहें-अल्कोहल का सेवन महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा देता है. इसलिए महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए शराब का सेवन न करें.
5.सिगरेट को कहें बाय-यदि आप सिगरटे पीती हैं तो यह ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है. इसलिए तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन न करें.
6. हार्मोन का इस्तेमाल सोच-समझ कर– कई बीमारियों या सौंदर्य को निखारने में महिलाएं हार्मोन का इस्तेमाल करती हैं लेकिन बिना डॉक्टरों की सलाह ऐसा न करें. लंबे समय तक हार्मोन का इस्तेमाल ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है.
7. रेडिएशन के संपर्क में ज्यादा न रहें- कुछ महिलाओं को लैब में काम करना पड़ता है लेकिन जहां ज्यादा रेडिएशन का एक्सपोजर हो, वहां काम न करें रेडिएशन का ज्यादा एक्सपोजर ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा देता है.
महिलाएं इन फूड का सेवन करें
नानावटी मैक्स अस्पताल, मुंबई में सीनियर डायटीशियन डॉ. रसिका माथुर के मुताबिक कैंसर शरीर में तब हमला करता है जब शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है. इसलिए महिलाओं को अपनी डाइट में इम्यूनिटी बूस्टर चीजों को शामिल करना चाहिए. डॉ. रसिका माथुर ने बताया कि महिलाएं ऐसे फूड का चयन करें जिसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा ज्यादा हो. इसके लिए रोजाना सलाद, सीड्स, नट्स, ग्रीन बेजिटेबल, ताजे साइट्रस फल आदि को शामिल करें. पंपकिन, अलसी के बीज, रागी, ज्वार, बाजरा, बादाम, अखरोट, खुबानी, छुहारा, खजूर, डार्क ग्रीन बेजिटेबल, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, जामुन, अंगूर, संतरा, कीवी आदि का सेवन हर रोज करें.ब्रेस्ट कैंसर से बचना है तो डब्लूएचओ के बताए इन 7 टिप्स को जीवन में उतार लें