आजकल की जीवनशेली के कारण लोगों को कई बिमारियों ने घेर रखा हैं। उसमें से एक हैं साइटिका। साइटिका ऐसी बिमारी हैं इसमें नसों में तेज दर्द होने लगता हैं, खासकर कमर से लेकर पैर की नसों तक और इसका मुख्य कारण होता हैं अनियमित जीवनशैली तथा उठने-बैठने के गलत तरीकें। बहुत समय तक एक ही आगाह बैठे कर काम करने वाले लोगों को यह दर्द ज्यादा परेशानी में डालता हैं। अगर आप भी साइटिका से परेशान हैं तो निश्चिंत रहिये क्योंकि आज हम लेकर आये हैं साइटिका के दर्द को दूर भगाने के लिए कुछ घरेलू उपाय। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में।
एक्सरसाइजसाइटिका के दर्द के उपचार का सबसे उपयुक्त तरीका है व्यायाम। खासकर वे व्यायाम जिनमें शरीर को आगे की ओर खींचना होता है, क्योंकि इस प्रक्रिया द्वारा आप प्रभावित तंत्रिका जड़ों पर दबाव पड़ता है और आप राहत महसूस करते हैं।*
लहसुन की खीरलहसुन की खीर इस रोग के निवारण में महत्वपूर्ण है। 100 ग्राम दूध में 4-5 लहसुन की कली चाकू से बारीक काटकर डालें। इसे उबालकर ठंडी करके पीलें। यह विधान 2-3 माह तक जारी रखने से साईटिका रोग को उखाड फ़ैंकने में भरपूर मदद मिलती है। लहसुन में एन्टी ओक्सीडेन्ट तत्व होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने हेतु मददगार होते है । हरे पत्तेदार सब्जियों का भरपूर उपयोग करना चाहिये। कच्चे लहसुन का उपयोग साईटिका रोग में अत्यंत गुणकारी है। सुबह शाम 2-3 लहसुन की कली पानी के साथ निगलने से भी फायदा होता है। हरी मटर, पालक, कलौंजी, केला, सूखे मेवे ज्यादा इस्तेमाल करें।
* डी और गर्म सिंकाईसाइटिका पेन आर्गेनाईजेशन के अनुसार, गर्म और ठंडी सिंकाई के उपयोग से साइटिका के दर्द से अस्थायी रूप से राहत पाई जा सकती है। ठंडा पैक सूजन को कम करने और परेशनियों को दूर करने के लिए शुरू में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसके लिए जमे हुए मटर के बैग को एक साफ तौलिये में लपेटकर इसे 20 मिनट के लिए कई बार इस्तेमाल करें फिर उसे पुन: जमने के लिए रख दें। दो और तीन दिनों के बाद, परिसंचरण को बढ़ाने के लिए और सूजन को कम करने के लिए गर्म सिंकाई करें। इसके लिए आप गर्म पैच, हीटिंग पैड या हीटिंग लैम्प का उपयोग कर सकते हैं।
* हरसिंगारहरसिंगार के ढाई सौ ग्राम पत्ते साफ करके एक लीटर पानी में उबालें। फिर ठंडा करके छान कर इसमें 1-2 रत्ती केसर मिला लें। इस पानी को रोज सुबह-शाम एक कप मात्रा में पिएं।इससे साइटिका के दर्द में राहत मिलती है।
* नींबूसाईटिका रोग को ठीक करने में नींबू का अपना महत्व है। रोजाना नींबू के रस में दो चम्मच शहद मिलाकर पीने से आशातीत लाभ होता है।
* मेथी के बीजमेथी दाना गुणों की खान है। मेथी दाने में फॉस्फेट, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर आदि पोषक तत्व पाये जाते हैं। मेथी में प्रोटीन की मात्रा भी बहुत अधिक होती है। मेथी हमें बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करती है। मेथी के बीज आर्थराइटिस और साइटिका के दर्द से निजात दिलाने में मददगार होते हैं। साइटिका की समस्या होने पर सुबह बासी मुंह एक चम्म्च मेथीदाना पानी के साथ निगल लें। इसके अलावा करीब 1 ग्राम मेथी दाना पाउडर और सौंठ पाउडर को मिलाकर गर्म पानी के साथ दिन में दो-तीन बार लेने से लाभ होता है।