आप भी चावल खाने के शौकीन हैं तो जान लें इसके अधिक सेवन से होने वाले नुकसानों के बारे में
चावल भारतीय भोजन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जिसे उत्तर भारत में तो कभी-कभार राजमा-चावल, छोले-चावल, कढ़ी-चावल या पुलाव के तौर पर बनाया जाता है और दक्षिण भारत में दैनिक तौर पर इसका सेवन किया जाता है। कई लोग तो चावल के इतने शौकीन होते हैं कि सुबह-शाम इनका सेवन करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह शौक आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता हैं। जी हां, चावल का अधिक मात्रा में सेवन करने से स्वास्थ्य जुड़ी कई समस्या हो सकती है जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं अधिक मात्रा में चावल खाने के साइड इफेक्टस के बारे में...
डायबिटीज का खतरा
अधिक मात्रा में या रोज चावल खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल, चावल में अधिक मात्रा में कैलोरी मौजूद होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है। ऐसे में जरूरत से ज्यादा खाने से शुगर की बीमारी होने का खतरा रहता है।
पेट फूलना
चावल भले ही जल्दी पेट भर देता है, लेकिन लगातार इसका अत्याधिक सेवन करने से एक समय पर पेट के फूलने की समस्या नजर आने लगती है। अगर आप चावल खाना भी चाहते हैं, तो उबले हुए चावल का ही सेवन करें। साथ ही चालव खाकर तुरंत बिस्तर पर सोने से भी कई बीमारियां हमें अपनी चपेट में लेती है। चावल खाने के बाद सोने की वजह से अपच की समस्या होती है और कुछ समय बाद अक्सर लोगों को एसिडिटी होने लगती है।
मोटापा
ज्यादा चावल खाने से वजन बढ़ने का खतरा भी रहता है। दरअसल चावल में कैलोरी ज्यादा होती है, जिससे मोटापे का खतरा रहता है। वजन को नियंत्रित रखने के लिए सीमित मात्रा में ही चावल का सेवन करें।
ओवर ईटिंग
चावल हैवी होते हैं इसलिए इसे खाने से पेट जल्दी भर जाता है। हालांकि, चावल जल्दी पच जाते हैं इसलिए थोड़ी देर में फिर से भूख लगने लगती है। ऐसे में आप भूख मिटाने के लिए कुछ ना कुछ खा लेते हैं, जिससे ओवर ईटिंग हो जाती है।
पथरी
कई लोग कच्चे चावल भी खाते हैं और एक समय पर उन्हें पथरी हो जाती है। इतना ही नहीं पके हुए चावल अगर लगातार अधिक मात्रा में खाए जाए, तो भी पथरी की समस्या पेट में बन सकती है। इतना ही नहीं विशेषज्ञों के मुताबिक चावल के ठीक से पके नहीं होने पर कैंसर होने का खतरा भी बना रहता है।
शरीर में सुस्ती
यदि आप ऑफिस या घर पर लंच टाइम में पेट भरकर चावल खाते हैं, तो आपको खाने के थोड़ी ही देर बाद नींद सी आने लगती है। यह इसलिए होता है क्योंकि चावल शरीर में शुगर की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है। चावल खाने से शरीर सुस्त हो जाता है और आलस्य बढ़ता है।
मेटाबोलिक सिंड्रोम का खतरा
मेटाबॉलिक सिंड्रोम के खतरे को बढ़ाने के लिए सिर्फ चावल की डाइट काफी होती है। दरअसल, अगर ये कंडीशन हो जाती है तो इसका मतलब ये होता है कि आपका खाना आसानी से डाइजेस्ट नहीं होगा और शरीर ठीक तरह से फंक्शन नहीं करेगा। ये कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए भी अच्छा नहीं है।
सर्दी-खांसी की शिकायत
चावल की तासीर ठंडी होती है। इसलिए चावल का रात में सेवन करने से सर्दी-खांसी जैसी शिकायत हो सकती है। इसलिए चावल का सेवन रात में नहीं करना चाहिए। अगर आपको मामूली खांसी या सर्दी-जुकाम भी है, तो चावल के सेवन से परहेज करना चाहिए क्योंकि इससे गले की खराश बढ़ सकती है। इसके अलावा साइनस और अस्थमा की समस्या में भी रात को चावल खाने से परेशानी बढ़ सकती है और सांस फूलने की दिक्कत हो सकती है।