यदि आप माइग्रेन के मरीज़ हैं तो इन चीजों को खाना छोड़ दें,नहीं तो बढ़ सकती है समस्या

माइग्रेन के मरीज़

Update: 2022-06-24 16:19 GMT

जनता से रिश्ता वेब डेस्क न्यूज़ :-खानपान का असर हमारे शरीर पर दिखता है. अगर आप हेल्दी डाइट लेते हैं, तो यह आपको लंबे समय तक स्वस्थ रखता है. हेल्दी डाइट को रूटीन में शामिल करने से स्किन पर भी चमक आती है. वहीं, अनहेल्दी फूड आइटम्स का सेवन करने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं.जिनमें से एक है माइग्रेन. बदलती लाइफस्टाइल और खानपीन के बीच माइग्रेन की समस्या आम होती जा रही है.

हेल्थलाइन के मुताबिक माइग्रेन जीवनशैली के कारण होने वाली ही एक बीमारी है. ये लाइलाज नहीं है. इसे अपनी जीवन शैली, खान-पान की आदत को सुधार कर सही कर सकते हैं. डॉक्टर के अनुसार अगर आपको माइग्रेन की समस्या है, तो डेयरी प्रॉडक्ट्स को अवॉयड करें. इस बीमारी में चीज और दही का सेवन नुकसानदायक हो सकता है. दरअसल प्रॉडक्ट्स में मिलने वाला टायरामिन नामक एक तत्व इन सभी प्रकार की चीजों में पाया जाता है. यह माइग्रेन और उससे जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है.

चीज का भूल से भी न करें सेवन

एज्ड चीज़ में टायरामाइन पाया जाता है, जिसकी वजह से माइग्रेन हो सकता है. चीज़ को लंबे समय तक इस्तेमाल करने के लिए उसे एक निश्चित तापमान में रखा जाता है. ऐसे चीज़ को ही एज्ड चीज़ कहा जाता है. इसका सेवन माइग्रेन में बहुत नुकसानदायक हो सकता है.

कॉफी से भी होती है दिक्कत

आमतौर पर सिर दर्द होने पर हम लोग चाय और कॉफी पीते हैं. इससे आराम महसूस होता है, लेकिन माइग्रेन में ऐसा नहीं होता. इस दर्द में कॉफी पीने से ये और बढ़ जाता है. कॉफी में बेहद उच्च मात्रा में पाया जाने वाला कैफीन दिमाग की नसों के काम में रुकावट डालता है. इसकी वजह से दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है और व्यक्ति को तेज सिरदर्द या आधे सिर में तेज दर्द का अहसास होता है.

चॉकलेट न खाएं

आमौतर पर तो चॉकलेट सबको पसंद होती है, लेकिन माइग्रेन पीडि़त व्यक्ति के लिए ये नुकसानदायक हो सकता है. चॉकलेट में पाया जाने कैफीन और बीटा−फेनीलेथाइलामीन नामक तत्व रक्त वाहिकाओं में खिंचाव पैदा करता है, जिसके कारण व्यक्ति को सिर में दर्द का अहसास होता है.

खट्टे फलों से भी बढ़ता है दर्द

संतरा, नींबू और कीवी जैसे फलों को इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बेहतर माना जाता है. इन सभी फलों में भरपूर मात्रा में विटामिन C पाया जाता हैं, लेकिन माइग्रेन से पीड़ित लोगों के लिए इनका सेवन उनकी मुश्किलें बढ़ा सकता है.

ऐसे पहचाने शुरुआती लक्षणों को

माइग्रेन से पीड़ित होते ही शुरुआत में फूड क्रेविंग, थकान, लो एनर्जी, अवसाद, हाईपरटेंशन, गर्दन व पेट में जकड़न, उल्टी, रोशनी व आवाज के प्रति संवेदनशीलता महसूस हो सकती है.





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