Health Tips हेल्थ टिप्स: भोजन का मकसद सिर्फ स्वाद को संतुष्ट करना नहीं होता है। इसमें मौजूद पोषण ही जीवन का आधार है। पौष्टिक भोजन से ही शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान रहता है। इसमें कोई दोराय नहीं है कि आप अपने परिवार की सेहत का भरपूर ख्याल रखती हैं और उनको पोषणवाली थाली परोसने में कोई कमी नहीं छोड़तीं। लेकिन कई बार जाने-अनजाने हुई गलतियों के कारण यह आहार पेट तक पहुंच जाता है, पर इसका पोषण शरीर को पूरी तरह से नहीं मिल पाता। खराब जीवनशैली, भोजन खाने और पानी पीने के सही तरीके की अनदेखी इसका मुख्य कारण है। इस बाबत न्यूट्रीशनिस्ट मोनिका वासुदेव कहती हैं कि भोजन की थाली में पोषण को भरना एक विज्ञान है, जिसमें तमाम नियमों को ध्यान रखना पड़ता है। आपको मालूम होना चाहिए कि आपके शरीर के लिए किस पोषक तत्व की कितनी मात्रा में जरूरत है। तमाम पोषक तत्वों के बीच संतुलन बिठाना बहुत जरूरी है। थोड़ी सजगता आपकी इस समस्या को दूर कर सकती है:
करें पाचन तंत्र मजबूत
आपके पाचन तंत्र की खराबी शरीर की सौ बीमारियों का कारण है यानी पेट स्वस्थ तो आप स्वस्थ। अगर पेट ठीक से साफ नहीं होता है भोजन का पोषण आपको नहीं मिल पाएगा। इतना ही नहीं, इसके उलट पोषक तत्व विषाक्त बनते जाएंगे और शरीर को ही नुकसान पहुंचाना शुरू कर देंगे। पाचन को दुरुस्त रखने के लिए अपनी खुराक में फाइबर की मात्रा को ज्यादा रखें। साथ ही मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के तरीके अपनाएं। Metabolism को दुरुस्त रखने के लिए आप ग्रीन-टी, ब्लैक कॉफी, सेब और चुकंदर आदि सेवन व नियमित व्यायाम आदि का सहारा लें।
भोजन का तरीका रखें सही
केवल भोजन करने मात्र से पोषण नहीं मिलता। असल में हमारे शरीर को संतुलित आहार की जरूरत होती है। मोनिका की मानें तो देर से पचने वाले भोजन के बाद और साथ सुपाच्य भोजन नहीं लेना चाहिए, ऐसा इसलिए क्योंकि सुपाच्य भोजन देर से पचने वाले भोजन के ऊपर खाया जाए तो वह पचता नहीं बल्कि सड़ने लगता है। ऐसे में शरीर को पोषण मिलने की जगह विषाक्त मिलने लगते हैं। इसी प्रकार आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आप दिन में कब और कितना भोजन ले रही हैं। आप फूड पिरामिड का पालन कर सकती हैं।
प्रोटीन युक्त हो नाश्ता
सुबह का नाश्ता प्रोटीन युक्त होना चाहिए। इस प्रोटीन को पचाने के लिए आहार में फाइबर शामिल होना चाहिए। इसी प्रकार कार्बोहाइड्रेट भी शारीरिक श्रम के हिसाब से ही होना चाहिए। इसके साथ आपको भोजन में सही कॉम्बिनेशन का भी ख्याल रखना चाहिए। जैसे अलग-अलग तरह के प्रोटीन का सेवन एक साथ नहीं करना चाहिए। कैल्शियम को पचाने के लिए विटामिन-डी जरूरी है, ऐसे ही आयरन के अवशोषण के लिए विटामिन-सी की जरूरत पड़ती है। इन सभी बातों का ख्याल रखते हुए अगर आहार लिया जाए तो उसका पूरा पोषण शरीर को मिलता है।
पानी पिएं हिसाब से
जल ही जीवन है, लेकिन इसे पीने का सही तरीका भी आपको पता होना चाहिए। पानी पीने के नियम का सही तरह से पालन करके भी आप अपने पाचन को दुरुस्त कर सकती हैं, जिससे पोषण सही प्रकार से आपके शरीर को मिल सके। सात से आठ गिलास पानी तो पिएं, साथ ही पानी पीने के समय का भी ध्यान रखें। अगर आप भोजन के साथ या भोजन के तुरंत बाद पानी पीती हैं तो भोजन का पूरा पोषण आपको नहीं मिल पाएगा। इसकी जगह आपको खाना खाने से आधा घंटा पहले एक गिलास पानी पीना चाहिए और भोजन के एक से डेढ़ घंटे बाद ही पानी पीना चहिए ताकि भोजन को पचने का मौका मिले। इसके साथ इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि भोजन के बाद का पानी बहुत ठंडा नहीं होना चाहिए। यह कमरे के सामान्य तापमान जितना ठंडा का हो या गुनगुना हो तो बेहतर है।
इनका भी रखें ख्याल
भोजन के साथ या तुरंत बाद चाय या कॉफी पीने से बचें, क्योंकि tea Coffee पीने से भोजन के पोषक तत्व शरीर को नहीं मिल पाते।
पोषण को अच्छी तरह प्राप्त करने के लिए प्रोबायोटिक्स का सहारा ले सकती हैं।
भोजन को धीरे-धीरे और अच्छे से चबाकर खाएं।
बायोलॉजिकल क्लॉक का पालन करते हुए बेहतर नींद लेने से भी शरीर को भरपूर पोषण मिल पाता है।