Eyes Care: आई फ्लू के मरीजों ने बताया कि पहले उनकी आंख में जलन हुई और फिर खुजली। खुजली के बाद आंखों में से पानी आने लगा और आंख सूज गई। इसके बाद उन्होंने कुछ घरेलू इलाज किया तो आंख और भी लाल हो गई और इसमें दर्द और चुभन जैसी समस्याएं होने लगी। जैसे उनकी आंख में यह समस्या हुई तो बाकी घर के लोग भी इससे संक्रमित हो गए ।
पिंक आई के रुप में जाना जाता है रोग
एक्सपर्ट्स की मानें तो यह एक फैलने वाला रोग है। आई भी कहा जाता है। यह एक ऐसा इंफेक्शन है जिसमें कंजंक्टिवा में सूजन हो जाती है। आपको बता दें कि कंजंक्टिवा एक क्लियर लेयर होती है जो आंख के सफेद भाग और पलकों की अंदर की परत को कवर करती है। मानसून में कम तापमान, हाई ह्यूमिडिटी के कारण लोगों को बैक्टीरिया, वायरस, एलर्जी के कारण यह समस्या हो रही है। Pink conjunctivitis
न करें इंफेक्शन किसी का तौलिया इस्तेमाल
इसके अलावा एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर आपके घर में किसी को यह समस्या है तो एक-दूसरे का तौलिया, रुमाल के साथ चेहरा साफ न करें। इसके अलावा कोई घरेलू उपचार भी न करें। इससे आंखों की रोशनी भी जा सकती है। यह आई फ्लू की बीमारी छूने के कारण होती है। आंखों में इंफेक्शन और आंखों में जलन भी होने लगती है।
आई फ्लू के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं जैसे
. नजला
. जुखाम
. बुखार
.आंखें लाल होना
. आंखों में से पानी निकलना
. आंखों में से सूजन होना
कैसे करें अपना बचाव?
. थोड़े-थोड़े समय पर अपने हाथ साफ करते रहें
. आंखों को बार-बार हाथ न लगाएं
. आस-पास सफाई रखें
. यदि बाहर जाना है तो काला चश्मा लगाएं
. पीड़ित व्यक्ति के साथ आई कांटेक्ट न बनाएं
. Infection वाले व्यक्ति का बैड, तौलिया या कपड़ा न इस्तेमाल करें
. टीवी और मोबाइल से दूरी बनाएं।