पेट की चर्बी को कम करने के सारे उपाय हो चुके हैं फेल? इन आयुर्वेदिक टिप्स की लें मदद

इन आयुर्वेदिक टिप्स की लें मदद

Update: 2023-09-09 07:14 GMT
:पेट की चर्बी से आज के वक्त में काफी महिलाएं परेशान हैं। कई बार सही डाइट, एक्सरसाइज और भी कई कोशिशों के बाद पेट की जिद्दी चर्बी टस से मस नहीं होती है। जंक और अनहेल्दी फूड से दूरी बनाने से लेकर डाइट में हेल्दी और पौष्टिक चीजों को शामिल करने तक, अगर आप सब जतन कर चुके हैं, लेकिन आपका बेली फैट कम नहीं हो रहा है, तो आपको कुछ आयुर्वेदिक टिप्स की मदद लेनी चाहिए। बता दें कि आयुर्वेद इंसान के शरीर की प्रकृति के हिसाब से बेली फैट को कम करने में मदद करता है। बेली फैट का शरीर में मौजूद तीनों दोषों से क्या कनेक्शन है, बेली फैट को कम करने के लिए किन आयुर्वेदिक टिप्स की मदद लेनी चाहिए, इस बारे में डॉक्टर शिखा शर्मा से जानते हैं। डॉक्टर शर्मा ने दिल्ली से पढ़ाई की है। वैदिक और मॉर्डन न्यूट्रिशन को फॉलो कर वह लोगों को सही डाइट चुनने और हेल्दी रहने में मदद करती हैं।
आयुर्वेद के अनुसार बेली फैट का कारण 
बेली फैट के पीछे कई वजहे हो सकती हैं। अगर बात आयुर्वेद की करें, तो आयुर्वेद चिकित्सा का पूरा सिध्दान्त, शरीर में मौजूद तीन दोषों वात, पित्त और कफ के संतुलन पर निर्भर करता है। इनमें असंतुलन होने पर शरीर को कई बीमारियां घेर लेती हैं। अगर शरीर में कफ दोष बढ़ जाता है, तो यह मोटापे के कारण होता है। अगर आप जरूरत से ज्यादा मीठा, नमकीन खाती हैं और लाइफस्टाइल सही नहीं है, तो इससे कफ दोष असंतुलित हो जाता है और बेली फैट बढ़ जाता है।
बेली फैट को कम करने के आयुर्वेदिक टिप्स
बेली फैट को कम करने के लिए डाइट में ज्यादा मीठी, ऑयली, जंक और स्टार्च शामिल नहीं करना चाहिए।
आयुर्वेद के अनुसार, डिनर का समय 6.30-7 बजे के बीच होना चाहिए। हमारी बायलॉजिकल क्लॉक और दोष प्रकृति के अनुसार, यह डिनर करने का सबसे सही समय है।
इसके अलावा, पानी की सही मात्रा और टेम्परेचर, कफ दोष को इंबैलेंस करता है और बेली फैट को बढ़ाता है।
शरीर में जमे हुए फैट या बिना पचे हुए खाने को शरीर से निकालने के लिए गुनगुना पानी जरूरी होता है।
बेली फैट को कम करने के लिए दालचीनी या जीरे का पानी पीना चाहिए।
पेट की चर्बी को कम करने के लिए फिजिकल एक्सरसाइज जैसे रनिंग, वॉकिंग, ब्रिस्क वॉकिंग बहुत जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार, इन एक्सरसाइज को करने से बॉडी से हीट निकलती है और कफ दोष कम होता है।
वहीं, स्ट्रेस लेवल को कम करने के लिए योग, मेडिटेशन और प्राणायाम जरूरी है।
इसके अलावा, कम से कम 6 घंटे की नींद बहुत जरूरी है। अगर आप रात में जरूरत से ज्यादा सोते हैं या फिर दिन में सोती हैं, तो इसका असर कफ दोष पर होता है और मेटाबॉलिज्म पर असर पड़ता है, जिससे बेली फैट कम होता है।
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