गार्डनिंग से कर सकते है ओवरऑल बॉडी एक्सरसाइज

उन लोगों के लिए बागवानी बहुत ही बेहतरीन एक्सरसाइज है

Update: 2023-02-23 17:45 GMT

आप कितने समय से वजन तो कम करने की सोच रहे हैं लेकिन उसके लिए टाइम नहीं निकाल पा रहे हैं। तो आज हम आपको इसका एक ऐसा ऑप्शन बताएंगे जिससे आप एंजॉय करते हुए कर सकते हैं वजन कम। इतना ही नहीं ये ऑप्शन तनाव कम करने में भी है मददगार। तो आइए जानते हैं इसके बारे में।

हम बात कर रहे हैं बागवानी यानी गार्डनिंग की। जी हां, गॉर्डनिंग एक तरह की थेरेपी है। जिससे सिर्फ आपका बगीचा ही हरा-भरा नहीं रहता बल्कि सेहत भी चुस्त-दुरुस्त रहती है। महज 20 से 30 मिनट की बागवानी कई समस्याओं से दिलाएगी राहत।
तनाव होता है दूर
कई स्टडी में यह पाया गया है कि गार्डनिंग करने वाले लोग उन लोगों की तुलना में ज्यादा स्ट्रेस फ्री रहते हैं जो बागवानी नहीं करते। दरअसल, बागवानी करने से माइंड रिलैक्स रहता है और इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है। गार्डनिंग करने वाले लोगों में कॉर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) का लेवल कम होता है, जो तनाव दूर करने में मददगार है।
बीमारियां रहती हैं दूर
बागवानी करने से इम्युनिटी बढ़ती है जिससे कई सारी संक्रामक बीमारियों के होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं। इतना ही नहीं इससे कोलेस्ट्रोल, ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है। शरीर फिट एंड फाइन रहता है।
ओवरऑल बॉडी एक्सरसाइज
उन लोगों के लिए बागवानी बहुत ही बेहतरीन एक्सरसाइज है जो एक्सरसाइज के लिए टाइम नहीं निकाल पाते या फिर उसे करने में आलस आता है। गार्डनिंग से पूरे शरीर की एक्सरसाइज हो जाती है बॉडी की सारी मसल्स एक्टिव हो जाती हैं। गार्डनिंग के दौरान खुदाई, गुड़ाई, सिंचाई जैसी गतिविधियों के चलते शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सुधरता है और इससे हार्ट भी हेल्दी रहता है।
मेमोरी बढ़ती है
गार्डनिंग करने से याददाश्त को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है, दरअसल, 3,000 वयस्कों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि गार्डनिंग यानी बागवानी करने वाले लोगों को भूलने की बीमारी का खतरा अन्य लोगों की तुलना में 36 फीसदी तक कम होता है. गार्डनिंग के दौरान की जानेवाली गतिविधियां दिमाग को एक्टिव बनाए रखने में मदद करती हैं, जिससे दिमाग की कार्यक्षमता और याद रखने की क्षमता में इजाफा होता है
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