कंधे और गर्दन का दर्द ठीक करने लिए अपनाएं ये टिप्स
लंबे समय तक एक ही पॉश्चर में काम करने और रात में गलत तरीके से सोने पर कंधे और गर्दन की समस्या होती है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। लंबे समय तक एक ही पॉश्चर में काम करने और रात में गलत तरीके से सोने पर कंधे और गर्दन की समस्या होती है। ऐसा तब होता है, जब आप रात में सिर के नीचे तकिया रखते हैं। इससे गर्दन में खिंचाव आ सकता है। साथ ही सिरदर्द, बाहों और कंधों में दर्द एवं झुनझुनी की भी शिकायत रहती है। कई लोग कंधे और गर्दन के दर्द को दूर करने के लिए दवा का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, यह अस्थायी उपचार है। स्थायी उपचार के लिए आप योग का सहारा ले सकते हैं। योग के कई ऐसे आसन हैं, जिन्हें करने से कंधे दर्द में बहुत जल्द आराम मिलता है। अगर आप भी कंधे और गर्दन के दर्द को दूर करना चाहते हैं, तो रोजाना ये योगासन जरूर करें। इन योगासन को करने से कंधे और गर्दन के दर्द में बहुत जल्द आराम मिलता है। आइए जानते हैं-
कंधे और गर्दन के दर्द को दूर करने में Neck Release एक्सरसाइज बहुत फायदेमंद है। इस एक्सरसाइज को करने से गर्दन दर्द में बहुत जल्द आराम मिलता है। यह करने में बहुत आसान है। इस योग को किसी समय कर सकते हैं। इसके लिए समतल भूमि पर दरी या चटाई बिछाकर ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं। अब बाएं हाथ को सिर पर रखकर गर्दन को दाहिने तरफ करें। इस मुद्रा में कुछ पल तक रहें। इसके बाद दाएं हाथ को सिर पर रखकर गर्दन को बाईं तरफ करें। इस क्रम को दोहराएं। इसके बाद गर्दन को नीचे सीने की ओर झुकाएं। इस मुद्रा में भी कुछ पल रहें। फिर गर्दन को ऊपर उठाएं। इस योग को करने से कंधे और गर्दन के दर्द में आराम मिलता है।
वीरभद्रासन करें
आप वीरभद्रासन का सहारा ले सकते हैं। इस योग को करने से भी कंधे और गर्दन को दूर करने में मदद मिलती है। वीरभद्रासन तीन प्रकार के होते हैं। इनमें पहली मुद्रा को करने से कंधे और गर्दन के दर्द से छुटकारा मिलता है। इसके लिए सबसे पहले ताड़ासन मुद्रा में आ जाएं। अब अपने दोनों हाथों को धड़ की सीध में ऊपर उठाएं। इस दौरान अपना ध्यान हाथों पर रखें। इसके बाद अपने दाहिने पैर को आगे करें। इस अवस्था में कुछ देर तक रहें। इसके बाद पुन: पहली अवस्था में आ जाएं।
धनुरासन करें
इस आसन को करने के समय शरीर की आकृति धनुष के समान हो जाती है। इसके लिए यह धनुरासन कहलाता है। धनुरासन करने से कंधे और गर्दन के दर्द से छुटकारा मिलता है। इसके लिए जमीन पर पेट के बल लेट जाएं। फिर घुटनों को मोड़कर अपने हाथ से टखनों को पकड़े। इस स्थिति में कमर, जांघ और सीने को ऊपर उठाएं। इस मुद्रा में आकर धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें।