इस आसान टिप्स की मदद से बच्चे को नींद से जगाकर करवा सकती हैं फीडिंग

नवजात शिशु के लिए मां का दूध ही संपूर्ण आहार होता है। इसमें सभी जरूरी तत्व होने से बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर तरीके से होता है।

Update: 2022-04-09 14:42 GMT

नवजात शिशु के लिए मां का दूध ही संपूर्ण आहार होता है। इसमें सभी जरूरी तत्व होने से बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर तरीके से होता है। वहीं छोटे बच्चे दिनभर में करीब 15-16 घंटे सोते हैं। ऐसे में कई बार माएं बच्चे को दूध पिलाने के लिए शिशु को जगाती नहीं है। मगर ऐसा करने से शिशु के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ आसान से टिप्स बताते हैं, जिसकी मदद से आप आसानी से बच्चे को नींद से जगाकर फीडिंग करवा सकती हैं।

बच्चे को फीडिंग के समय नींद से जगाना जरूरी
एक्सपर्ट अनुसार, शिशु को हर 2-3 घंटे के अंदर फीडिंग करवाना चाहिए। असल में, मां के दूध में वे सभी पोषक तत्व होते हैं जो बच्चे के विकास के लिए जरूरी होते हैं। बच्चा इस दूध को आसानी से पचा लेता है। साथ ही समय पर शिशु को दूध ना पिलाने से उसे खाली पेट होने के करण गैस या दर्द हो सकता है। इसके अलावा सोएं हुए बच्चे को फीडिंग करने से दूध उसके गले में अटक सकता है।
. बच्चे को नींद से जगाने के टिप्स...
बच्चे के आसपास कम रोशनी करें
छोटे बच्चे अपने आसपास की रोशनी को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं। ऐसे में रोशनी कम करने पर वह अपने आप उठ सकते हैं और रोते भी नहीं है।
हल्का मसाज करें
आप शिशु को नींद से जगाने के लिए उसकी पीठ या पैरों में हल्की मसाज कर सकते हैं। इससे वह आसानी से जाग जाएगा और आपको उसे फीडिंग कराना आसान होगा।
बच्चे को गोद में उठाए
बच्चे को नींद से जगाने के लिए उसे प्यार से गोद में लें। इस दौरान उसे ज्यादा हिलाएं नहीं बल्कि प्यार से जगाने की कोशिश करें। इससे उसकी नींद आसानी से खुल जाएगी।
धीमी आवाज में गाएं
आप बच्चे को नींद से जगाने के लिए धीमी आवाज में गाना भी गा सकती है। मां की आवाज सुनकर बच्चा बिना रोएं आसानी से उठ जाता है और दूध भी सही तरीके से पी लेते हैं।
डायपर बदले
कई पेरेंट्स शिशु के सोने के दौरान उसका डायपर नहीं बदलते हैं। मगर इससे शिशु की स्किन खराब होने का खतरा रहता है। ऐसे में आप उसे नींद से जगाने व दूध पिलाने के लिए उसका डायपर बदलें। इससे वे आसानी से जाग जाएगा और आप उसे दूध पिला सकती हैं।
. बच्चे को समय पर दूध पिलाना जरूरी
एक्सपर्ट अनुसार, बच्चे को समय-समय पर दूध पिलाना बेहद जरूरी होता है। इससे उसका शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर होने में मदद मिलती है। वहीं छोटे बच्चे ज्यादा देर तक सोते हैं। ऐसे में मां को उसे नींद से जगाकर भी फीडिंद करवाना चाहिए। इससे उसे सभी जरूरी तत्व मिलेंगे जो उसके विकास के लिए जरूरी है।
बच्चे का खाली पेट रहना गलत
बच्चे का लंबे समय तक पेट खाली रहने से व कमजोर हो सकता है। इसके लिए आप उसकी एक रुटीन सेट करें। इसके लिए उसे हर 2-3 घंटे में दूध पिलाएं ताकि उसका पेट खाली ना रहे।
बच्चे को सही वजन दिलाए
कई बच्चों का जन्म के बाद वजन कम होता या होने लगता है। ऐसे में उन्हें सही वजन दिलाने के लिए सही समय पर दूध पिलाना बेहद जरूरी होता है। बच्चे को बार-बार दूध पिलाने से उसका शारीरिक और मानसिक स्वस्थ सही रहता है।
ब्रेस्टमिल्क में बढ़ोतरी
मां के शरीर में बच्चे की आवश्यकता के मुताबिक दूध बनता है। ऐसे में अगर शिशु को समय-समय पर ब्रेस्ट फीडिंग न करवाएं जाए तो दूध बनाने की प्रक्रिया धीमी पड़ सकती है। इसके कारण बच्चे का पेट भरने में परेशानी हो सकती है।
बच्चा रोते हुए नहीं जागता
बच्चे को समय पर दूध पिलाने पर वह गहरी नींद में सोता है। इसतरह उसके भूख से रोकर उठने की परेशानी भी नहीं होती है।


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