दही खाएं
दही प्रोबायोटिक्स का अच्छा स्त्रोत है और इसमें गुड बैक्टीरिया होते हैं। जो आपकी गट हेल्थ और वेजाइनल हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं। एनसीबीआई के अनुसार दही किसी भी तरह के इन्फेक्शन या यूटीआई को कम कर सकता है। यह इंटीमेट हाइजीन का ख्याल रखने में फायदेमंद है।
नीम पत्ती
नीम में एंटी फंगल गुण होते हैं जो शरीर में पनप रहे इंफेक्शन को रोकने का काम करते हैं। आप नीम की पत्तियों को उबालकर उसका पानी नहाने के पानी में मिलाएं। आपको खुजली से राहत मिलेगी।
एप्पल साइडर विनेगर
सेब के सिरके के इस्तेमाल से भी योनि की खुजली को दूर किया जा सकता है। बता दें कि सेब के सिरके में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसके अंदर एंटीफंगल गुण भी मौजूद होते हैं। ऐसे में आप सेब के सिरके को गुनगुने पानी में मिलाएं और दिन में कम से कम 2 बार वजाइना को धोएं। ध्यान रहे, सेब का सिरका अनफ्लेवर्ड होना चाहिए।
आइस क्यूब लगाएं
यदि किसी वजह से आप डॉक्टर के पास नहीं जा पा रही हैं और आपकी जलन या खुजली रुक नहीं रही है, तो आइस क्यूब लगाएं। यह तुरंत जलन या खुजली से राहत दिलाएगी और इसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं। आप आइस को एक कपड़े में बांध कर प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकती हैं।
नारियल तेल
आपको भी खुजली से असहजता महसूस हो रही है तो आप नारियल के तेल को वजाइना पर लगाएं, हां इसकी क्वालिटी का ध्यान रखें, अच्छी क्वालिटी का तेल ही यूज करें। जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल ना करें और आंतरिक त्वचा पर भी ना लगाएं।
मीठा सोडा
बेकिंग सोडा, जिसे सोडियम बाइकार्बोनेट भी कहा जाता है, वेजाइनल बर्निंग से राहत दिला सकता है। यह किसी भी बैक्टीरिया को बढ़ने नहीं देता है। यह खुजली, जलन और सूजन को शांत करने में मदद करता है। बस अपने नहाने के पानी में कप बेकिंग सोडा मिलाएं और इसे घुलने दें। इस पानी में कुछ देर बैठी रहें।
टी ट्री ऑइल
इस तेल में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जिससे खुजली में आराम मिलता है। इसे इस्तेमाल करने के लिये टी ट्री ऑइल की 4 से 6 बूंद ले कर नहाने के पानी में मिक्स करें। यही नहीं आप चाहें तो इसे एलोवेरा जेल के साथ मिक्स कर के अपने प्राइवेट पार्ट में लगा सकती हैं। उसके थोड़ी देर के बाद जब वह सूख जाए तब धो लें।
लहसुन
लहसुन एक और ऐसी प्राकृतिक औषधि है, जिसमें एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। यह यीस्ट को नष्ट करने के लिए जानी जाती है, कुछ शोधों की मानें तो लहसुन में ऐसे यौगिक मौजूद होते हैं जो जलन, सूजन, मोच, खुजली और लालिमा को कम करने में मदद करते हैं। लहसुन का पेस्ट योनि में भी लगाया जा सकता है, लेकिन कई विशेषज्ञ ऐसा न करने की सलाह देते हैं। इससे बेहतर अपने आहार में लहसुन के सेवन को बढ़ाना ज्यादा फायदेमंद रहेगा और उससे किसी प्रकार की समस्या भी नहीं होगी। लहसुन को पीसकर या घिस का सीधा सेवन करें या इसे अपने खाने में भी मिलाकर खाया जा सकता है।