जंक फूड खाना पड़ सकता है भारी, सेवन से हो सकते हैं ये नुकसान

सेवन से हो सकते हैं ये नुकसान

Update: 2023-09-01 09:19 GMT
जामुन गर्मियों में खाए जाने वाला एक अत्यंत ही स्वादिष्ट फल है। जामुन मीठा होने के साथ साथ कई औषधीय गुणों का खजाना भी हैं। जामुन को ब्लैक प्लम या जावा प्लम के नाम से भी जाना जाता है। जामुन के सेवन सेहत को कई तरह से फायदे पहुंचाता हैं। ये डायरिया, गठिया, पेट दर्द, डायबिटीज, पाचन, पेचिस संबंधी कई बीमारियों को ठीक करने में फायदेमंद है। आज इस लेख में हम जानेंगे कि गर्मियों में जामुन खाने से क्या क्या फायदे होते है?
\शरीर मे रक्त की मात्रा बढ़ती है
आयरन और विटामिन सी युक्त जामुन शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ाता है। शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ने से रक्त ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है। जिस कारण शरीर में खून की कमी पूरी हो जाती है और आप स्वस्थ रहते हैं। इसके अलावा जामुन में उपस्थित आयरन तत्व खून को विशुद्ध करने में मदद करता है।
त्वचा सम्बन्धी बीमारियों को दूर करता है
जामुन एस्ट्रिंजेंट गुणों से युक्त होता है, जो हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायता करता है। इसे खाने से त्वचा पर होने वाली फुंसी की समस्या खत्म हो जाती है। अगर आपकी त्वचा से तेलीय पदार्थ स्रावित होता है तो जामुन का सेवन जरूर करें। इससे त्वचा फ्रेश रहेगी। जामुन स्किन समस्याओं को दूर कर त्वचा को साफ रखने में हमारी सहायता करता है।
मोटापा भगाने में मददगार
फाइबर से भरपूर जामुन में कैलोरी बहुत कम होती है। इसमें विटामिन सी, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम और फोलिक एसिड भी पाया जाता है। ये सभी तत्व हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में हमारी मदद करते है। इसके सेवन से पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है, जिससे आपको बार-बार भूख का एहसास नहीं होता है। इसका नियमित सेवन बढ़ते हुए वजन को कम करने में हमारी मदद करता है।
इम्यूनिटी बूस्टर में सहायक
जामुन में विटामिन, मिनरल, एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं। जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करके शरीर का स्टैमिना बढ़ाते हैं। और हमें स्वस्थ रखने में सहायक होते है।
जामुन, मसूड़ों और दांतों के लिए लाभदायक होता है। जामुन की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल तत्व होते हैं। इसका सेवन मसूड़ों से निकलने वाले खून को रोकने में सहायता करता है साथ ही यह संक्रमण को फैलने से रोकता है। जामुन की पत्तियों को सुखाकर टूथ पाउडर के रूप में प्रयोग किया जा सकता हैं। इसमें एस्ट्रिंजेंट गुण होते हैं जो मुंह के छालों को ठीक करने में भी सहायता करता है। इसके अलावा, मुंह के छालों में जामुन की छाल के काढ़े का इस्तेमाल करना भी फायदेमंद होता है।
पोटैशियम से भरपूर जामुन, दिल के लिए बेहद लाभदायक होता है। प्रति 100 ग्राम जामुन में लगभग 55 मिलीग्राम से ज़्यादा पोटेशियम मौजूद होता है। हाई ब्लड प्रेशर, हृदय से जुड़ी बीमारी और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों के खतरे को दूर रखने में ये फल लाभदायक होता है। जामुन धमनियों को स्वस्थ रखता है और उसे सख्त होने से रोकता है।
इंफेक्शन को रोकने में सहायक
जामुन में एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफेक्टिव और एंटी मलेरियल गुण होते हैं। इसके साथ ही जामुन में मैलिक एसिड, टैनिन, गैलिक एसिड, ऑक्सैलिक एसिड और बेट्यूलिक एसिड भी होते हैं। इसके सेवन से शरीर में कॉमन इंफेक्शन भी दूर रहता है।
डायबिटीज में फायदेमंद
जामुन डायबिटीज के लिए फायदेमंद फल माना जाता है। ये बार-बार पेशाब लगने की समस्या और अधिक प्यास लगने वाले डायबिटीज के लक्षणों को कम करने में हमारी मदद करता है। इसके अंदर लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करता है। जामुन के पेड़ की छाल और पत्तियां डायबिटीज के इलाज के लिए बहुत ही उपयोग की जाती हैं।
आंखों की बीमारी के लिए लाभदायक
जामुन हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाये रखने में मदद करता है और इसमें मौजूद आयरन तत्व रक्त को शुद्ध करने का कार्य करता है। ये त्वचा के लिए लाभकारी होने के साथ-साथ आंखों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। जामुन में कई तरह के मिनरल, विटामिन सी और ए पाए जाते है जो हमे स्वस्थ रखने में सहायक होते है।आज के इस बदलते ज़माने में हर किसी की लाइफस्टाइल में भी बदलाव देखने को मिलते हैं। आम तौर पर यह बदलाव फैशन के साथ साथ खाने में भी देखने में मिलते हैं, जो हर किसी की डाइट का हिस्सा बन चुका है। बदलते खानपान के साथ फास्टफूड ने हमारे जीवन में अहम हिस्सेदारी बना ली हैं। चटपटे स्वाद के कारण यह बच्चो से लेकर बूढ़ो तक लोकप्रिय व्यंजन बन गया हैं, लेकिन अधिक जंकफूड खाने शरीर कई बीमारियों से ग्रस्त हो सकता है। आज हम आपको बताएँगे कि जंकफूड खाने से क्या नुकसान हो सकते है?
जंकफूड क्या है?
आमतौर पर जंकफूड को फास्टफूड के नाम से भी जाना जाता है। इसमें पोषक तत्वों ( जैसे विटामिन, मिनरल्स आदि ) की कमी होती है और कैलोरी, वसा, चीनी व अन्य नुकसानदायक प्रदार्थों की अधिकता होती है। यह स्वाद में अच्छे होते है लेकिन स्वास्थ्य के लिए नहीं।
जंकफूड के नुकसान
जैसा की हमने पहले भी आपको बताया था कि जंकफूड में पोषक तत्वों ( जैसे विटामिन, मिनरल्स आदि ) की कमी होती है और कैलोरी, वसा, चीनी व अन्य नुकसानदायक प्रदार्थों की अधिकता होती है। अतः इनका सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
सिरदर्द
दरअसल, फास्ट फूड में मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) का उपयोग होता है। जिससे चाइनीज रेस्टोरेंट सिंड्रोम हो सकता है। इसमें फास्ट फूड खाते ही सिरदर्द और अन्य लक्षण नजर आने लगते हैं। एक रिसर्च के अनुसार, जंक फूड से मांसपेशियों में सिकुड़न पैदा होती है, जिससे सिरदर्द होता है। यही कारण है कि माइग्रेन पीड़ितों को फास्ट फूड से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार जंक फूड का सेवन से मुंहासे हो सकते है। इंस्टेंट नूडल्स, जंक फूड, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, स्नैक्स, प्रोसेस्ड चीज, चिकन का सेवन करने वालों को मुंहासे की परेशानी अधिक होती है। वहीं, पौष्टिक आहार का सेवन करने वालों में मुंहासों की समस्या नहीं होती हैं।
हृदय रोग की संभावना
जंक फूड भी हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण होता है। इसके सेवन से धमिनयों में थक्का बन जाता जिस कारण रक्त हृदय तक सही से नहीं पहुँच पाता और हृदय में रक्त की पम्पिंग में समस्या आ सकती है। पहला हृदय में थकान और दूसरा ऑक्सीजन की आपूर्ति में नुकसान होना । इसी वजह से जंक फूड के नुकसान में हृदय रोग की समस्या को भी गिना जाता है।
मोटापा
एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर 6 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों व व्यस्कों पर किया गया रिसर्च प्रकाशित है। साल 2011-2012 में हुए इस रिसर्च के दौरान आहार में जंक फूड जैसे कि नमकीन स्नैक्स, मिठाई, मीठे पेय पदार्थ और फास्ट फूड खाने वालों में मोटापे का जोखिम बढ़ा।
मधुमेह
जंकफूड सेवन करने वालो में मधुमेह की समस्या का बढ़ना संभावित हैं। मधुमेह एक क्रोनिक मेटाबोलिक डिसऑर्डर है, जो हाइपरग्लेसेमिया, ग्लाइकोसुरिया, हाइपरलिपीमिया, नकारात्मक नाइट्रोजन संतुलन और कई बार केटोनीमिया (चयापचय विकार) का कारण बनता है। जंक फ़ूड का सेवन करने वाले 90 % लोगों में डायबिटीज की समस्या हुई है।
जंक फ़ूड खाने के कारण अन्य बीमारियां
जंक फ़ूड में पोषक प्रदार्थो की कमी होती है जिस कारण आपको ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है।
- शरीर में पोषण की कमी हो जाती है
- एकाग्रता कम हो सकती है
- अस्थमा की समस्या हो सकती है
- स्वाभाव में चिडचिड़पन पैदा हो सकता है
- मानसिक विकार भी हो सकता है
जंक फ़ूड खाना हमेशा नुकसानदायक होता है फिर भी लोग इसका सेवन करके बिमारियों को दावत देते है। हमेशा जंक फूड के बजाय पौष्टिक आहार को ही तवज्जो दें, क्योंकि आज की सतर्कता, कल के स्वास्थ्य संबंधी नुकसान से बचा सकती है।
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