जंक फूड खाना पड़ सकता है भारी, सेवन से हो सकते हैं ये नुकसान
जंक फूड खाना पड़ सकता है भारी,
आज के इस बदलते ज़माने में हर किसी की लाइफस्टाइल में भी बदलाव देखने को मिलते हैं। आम तौर पर यह बदलाव फैशन के साथ साथ खाने में भी देखने में मिलते हैं, जो हर किसी की डाइट का हिस्सा बन चुका है। बदलते खानपान के साथ फास्टफूड ने हमारे जीवन में अहम हिस्सेदारी बना ली हैं। चटपटे स्वाद के कारण यह बच्चो से लेकर बूढ़ो तक लोकप्रिय व्यंजन बन गया हैं, लेकिन अधिक जंकफूड खाने शरीर कई बीमारियों से ग्रस्त हो सकता है। आज हम आपको बताएँगे कि जंकफूड खाने से क्या नुकसान हो सकते है?
जंकफूड क्या है?
आमतौर पर जंकफूड को फास्टफूड के नाम से भी जाना जाता है। इसमें पोषक तत्वों ( जैसे विटामिन, मिनरल्स आदि ) की कमी होती है और कैलोरी, वसा, चीनी व अन्य नुकसानदायक प्रदार्थों की अधिकता होती है। यह स्वाद में अच्छे होते है लेकिन स्वास्थ्य के लिए नहीं।
जंकफूड के नुकसान
जैसा की हमने पहले भी आपको बताया था कि जंकफूड में पोषक तत्वों ( जैसे विटामिन, मिनरल्स आदि ) की कमी होती है और कैलोरी, वसा, चीनी व अन्य नुकसानदायक प्रदार्थों की अधिकता होती है। अतः इनका सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
सिरदर्द
दरअसल, फास्ट फूड में मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) का उपयोग होता है। जिससे चाइनीज रेस्टोरेंट सिंड्रोम हो सकता है। इसमें फास्ट फूड खाते ही सिरदर्द और अन्य लक्षण नजर आने लगते हैं। एक रिसर्च के अनुसार, जंक फूड से मांसपेशियों में सिकुड़न पैदा होती है, जिससे सिरदर्द होता है। यही कारण है कि माइग्रेन पीड़ितों को फास्ट फूड से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
कील/मुंहासों की परेशानी
एक रिपोर्ट के अनुसार जंक फूड का सेवन से मुंहासे हो सकते है। इंस्टेंट नूडल्स, जंक फूड, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, स्नैक्स, प्रोसेस्ड चीज, चिकन का सेवन करने वालों को मुंहासे की परेशानी अधिक होती है। वहीं, पौष्टिक आहार का सेवन करने वालों में मुंहासों की समस्या नहीं होती हैं।
हृदय रोग की संभावना
जंक फूड भी हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण होता है। इसके सेवन से धमिनयों में थक्का बन जाता जिस कारण रक्त हृदय तक सही से नहीं पहुँच पाता और हृदय में रक्त की पम्पिंग में समस्या आ सकती है। पहला हृदय में थकान और दूसरा ऑक्सीजन की आपूर्ति में नुकसान होना । इसी वजह से जंक फूड के नुकसान में हृदय रोग की समस्या को भी गिना जाता है।
एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर 6 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों व व्यस्कों पर किया गया रिसर्च प्रकाशित है। साल 2011-2012 में हुए इस रिसर्च के दौरान आहार में जंक फूड जैसे कि नमकीन स्नैक्स, मिठाई, मीठे पेय पदार्थ और फास्ट फूड खाने वालों में मोटापे का जोखिम बढ़ा।
मधुमेह
जंकफूड सेवन करने वालो में मधुमेह की समस्या का बढ़ना संभावित हैं। मधुमेह एक क्रोनिक मेटाबोलिक डिसऑर्डर है, जो हाइपरग्लेसेमिया, ग्लाइकोसुरिया, हाइपरलिपीमिया, नकारात्मक नाइट्रोजन संतुलन और कई बार केटोनीमिया (चयापचय विकार) का कारण बनता है। जंक फ़ूड का सेवन करने वाले 90 % लोगों में डायबिटीज की समस्या हुई है।
जंक फ़ूड खाने के कारण अन्य बीमारियां
जंक फ़ूड में पोषक प्रदार्थो की कमी होती है जिस कारण आपको ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है।
- शरीर में पोषण की कमी हो जाती है
- एकाग्रता कम हो सकती है
- अस्थमा की समस्या हो सकती है
- स्वाभाव में चिडचिड़पन पैदा हो सकता है
- मानसिक विकार भी हो सकता है
जंक फ़ूड खाना हमेशा नुकसानदायक होता है फिर भी लोग इसका सेवन करके बिमारियों को दावत देते है। हमेशा जंक फूड के बजाय पौष्टिक आहार को ही तवज्जो दें, क्योंकि आज की सतर्कता, कल के स्वास्थ्य संबंधी नुकसान से बचा सकती है।