लाइफस्टाइल : भारतीय मौसम विभाग ने अंदेशा जाहिर किया है कि इस साल पूरे देश में गर्मी के मौसम में तापमान औसत से ज्यादा रहेगा। मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि राजस्थान और हरियाणा से लेकर बिहार और झारखंड तक कई राज्यों में मार्च से मई माह तक के बीच लू भी चलेगी। मार्च से मई तक के बारे में यह पूर्वानुमान है, तो आप खुद ही सोच लें कि जून में स्थिति कैसी होगी।तेज तापमान के कारण बैक्टीरिया और वायरस गर्मी में तेजी से पनपने लगते हैं। वहीं, शरीर से पसीना ज्यादा निकलने से एलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बिगड़ जाता है। तेज धूप के कारण थकान भी हावी होने लगती है। इन सब समस्याओं से अगर खुद को बचाना है, तो आपको अपने खानपान में जरूरी बदलाव भी करने होंगे।
विटामिन-सी का साथ
गर्मी के मौसम में फ्लू और तरह-तरह के बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इस खतरे को कम करने और शरीर को भीतर से मजबूत बनाने के लिए अपनी डाइट में विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से शामिल करें।
प्रोटीन की ताकत
प्रोटीन एक ऐसा पोषक तत्व है, जो हमारे शरीर के लिए आधार का काम करता है। गर्मी के मौसम में अधिकांश लोग कमजोरी और थकान से परेशान रहते हैं। इस परेशानी को दूर करने में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन प्रभावी साबित हो सकता है। प्रोटीन तेज गर्मी वाले दिनों में भी आपके शरीर में ऊर्जा की कमी नहीं होने देगा। तरह-तरह के बीज, दाल और अनाज आदि के माध्यम से प्रोटीन को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।
थकान-कमजोरी के लिए पोटैशियम
ज्यादा गर्मी यानी ज्यादा पसीना और ज्यादा पसीना का मतलब शरीर के लिए जरूरी एलेक्ट्रोलाइट्स में से एक पोटैशियम की मात्रा में कमी। तेज धूप वाले मौसम में शरीर को थकान, कमजोरी और क्रैम्प से बचाने के लिए सिर्फ ठंडा-ठंडा पानी पीने से बात नहीं बनेगी।
सूरज की किरणों से सुरक्षा के लिए
कैरोटेनॉइड्स एंटीऑक्सिडेंट्स का एक ऐसा समूह है, जो मुख्य रूप से लाल, पीली और हरे रंग की सब्जियों व फलों में पाया जाता है। इनमें लाइकोपिन और ल्यूटिन नाम का खास तत्व पाया जाता है, जो सूरज की हानिकारक किरणों से त्वचा को प्राकृतिक सुरक्षा परत प्रदान करता है।
डिहाइड्रेशन को इनसे दें मात
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी होना एक आम समस्या है। शरीर की इस जरूरत को सिर्फ पानी के माध्यम से ही दूर नहीं किया जा सकता। इसके लिए कुछ खास मौसमी फल व सब्जियों को आहार का हिस्सा बनाना जरूरी है। कौन-से खाद्य पदार्थ इसमें आएंगे काम, आइए जानें:
• तरबूज: तरबूज का अधिकांश हिस्सा पानी होता है और यह शरीर में पानी की कमी को दूर करने के कारगर साबित होता है। इसमें लाइकोपिन भी होता है, जो त्वचा की कोशिकाओं को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता है। तरबूज पेक्टिन का भी अच्छा स्रोत होता है। तरबूज को आप फल या सलाद के रूप से खा सकती हैं।
• लौकी: लौकी विटामिन-बी, सी और आयरन से भरपूर तथा पचने में आसान होती है। गर्मियों में यह प्यास बुझाती है, थकावट दूर करती है और तरोताजा रखती है। सुबह खाली पेट एक गिलास लौकी के जूस में एक चुटकी नमक डालकर पीने से दिन भर ताजगी बनी रहती है थकावट भी नहीं होती। यह जूस शरीर में सोडियम की कमी को भी रोकता है।
• खरबूज: वजन कम करना चाहती हैं तो खरबूज को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। इसके एक प्याले में सिर्फ 57 कैलोरी होती हैं। इसका जूस भूख न लगने, कब्ज, मूत्रमार्ग के संक्रमण, एसिडिटी और अल्सर में काफी लाभकारी है।
टमाटर
टमाटर विटामिन-सी, एंटीऑक्सिडेंट्स और लाइकोपिन नाम के पोषक तत्चों का शानदार स्रोत है। ये पोषक तत्व त्वचा और संपूर्ण सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। टमाटर को आप रायता, सलाद और सैंडविच आदि के रूप में डाइट का हिस्सा बना सकती हैं।
• खीरा: लगभग 98 प्रतिशत पानी से भरपूर खीरा गर्मियों की एक बेहद ठंडी सौगात है। शरीर को ठंडक पहुंचाने के साथ-साथ इसमें मौजूद फाइबर की उच्च मात्रा इसे पाचन तंत्र के लिये भी लाभकारी बना देती है। खीरे में विटामिन-बी, प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो तनाव और एसिडिटी से राहत देता है। इसमें मौजूद विटामिन-के आंखों के नीचे पड़ने वाले काले घेरों को प्रभावशाली ढंग से दूर करता है।