फूल केवल दिखने में ही ख़ूबसूरत और मन को सुगंधित करनेवाले नहीं होते. कुछ फूल ऐसे भी हैं जो महज ख़ूबसूरत ही नहीं होते , बल्कि वे आपके स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं. इन फूलों में ज़्यादातर विटामिन सी पाया जाता है. इन फूलों को यदि आप अपनी डायट और खाने में शामिल करती हैं, तो यक़ीनन ये फूल आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ-साथ आपकी अनियमित जीवनशैली में एक सकारात्मक बदलाव लाएंगे. जानें वे कौन-से फूल हैं, जिन्हें आप अपनी डायट में शामिल कर सकती हैं.
गुड़हल
गुड़हल में ऐंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जो आपके शरीर के ख़राब कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल स्तर को बढ़ाता है. साथ ही यह लिवर की समस्याओं के लिए भी काफ़ी फ़ायदेमंद है. इसका नियमित सेवन त्वचा और बालों को सेहतमंद बनाता है.
वॉयलेट्स
इसमें कोई दो राय नहीं कि इस फूल की ख़ुशबू बेहद कमाल की होती है. इसमें ऐंटी- इन्फ़्लैमेटरी गुण होते हैं. इसके अलावा इसमें मौजूद रुटिन रक्तवाहिनियों को सेहतमंद बनाए रखता है. यह रेस्परेटरी सिस्टम से जुड़ी बीमारियों को ठीक करने में भी मदद करता है. पोटैशियम से भरपूर ये फूल दिल के लिए भी काफ़ी फ़ायदेमंद होता है .
गुलाब की पंखुड़ियां
गुलाब के फ़्लेवर वाला दूध केवल स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी लाभकारी होता है. प्राचीन समय में चाइना में इसका इस्तेमाल डाइजेस्टिव और मेन्स्ट्रु अल डिस्ऑ र्डर्स को दुरुस्त करने के लिए किया जाता था. इस फूल में लो कैलोरीज़ और उच्च मात्रा में पानी की मात्रा के साथ-साथ विटामिन ए और ई भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपके शरीर को अंदरूनी और बाहरी मज़बूती प्रदान करते हैं. यदि आप डायट पर हैं, तब भी आप इस फूल का सेवन कर सकती हैं.
केलैन्ड्युला
केलैन्ड्युला (एक तरह का गेंदे का फूल) का प्रयोग त्वचा संबंधी बीमारियों को ठीक करने के लिए काफ़ी समय से त्वचा के ऊपर लगाकर किया जाता है. लेकिन इस फूल को खाना भी सेहत के लिहाज़ से काफ़ी फ़ायदेमंद है. इसका हाई-फ़्लैवोनॉइड कंटेट कोशिकाओं की सेहत को दुरुस्त करता है और कैंसर को रोकने में मदद करता है. इसमें मौजूद ल्यूटिन और ज़ेक्साथिन आंखों की बीमारी को ठीक करने में मददगार साबित होते हैं.
कैमोमाइल और लैवेंडर
चाय में इस्तेमाल किए जानेवाले इन दोनों फूलों से आप अच्छे से परिचित होंगी. ताज़ा पत्तियों या फिर पत्तियों के पेस्ट को चाय में मिलाकर पीने से इनका पूरा-पूरा फ़ायदा आप उठा सकती हैं. ये दोनों फूल पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं. साथ ही इनको डायट में शामिल करने से आपका तनाव कम होता है और नींद सुकूनदेह बनती है. लैवेंडर में भरपूर मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है.
सावधानी बरतें
बिना सोचे-समझे किसी भी फूल का इस्तेमाल ना करें. फूलों को अपनी डायट में शामिल करने से पहले, डॉक्टर से सलाह-मशविरा ज़रूर करें. साथ ही फ़ॉक्सग्लोव और क्रोकस जैसे ज़हरीले फूलों से दूर ही रहें.