लाइफस्टाइल : देसी घी का एक चम्मच ही काफी है खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए। तीज-त्योहारों और व्रत में तो खासतौर से घी में ही पकवान बनाए जाते हैं। देसी घी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन आजकल मार्केट में दूध ही मिलावटी बेचा जा रहा है। ऐसे में बाजार में मिलने वाला घी कितना शुद्ध है यह कह पाना बड़ा ही मुश्किल है। नकली घी सेहत को कई तरीकों से नुकसान पहुंचा सकता है। अगर आप बिना सेहत बिगाड़े देसी घी का आनंद लेना चाहते हैं, तो घर में भी बहुत ही आसानी से तैयार कर सकते हैं एकदम शुद्ध घी। जान लें इसका तरीका।
मलाई से घी निकालना
दूध की मलाई से बहुत ही आसानी से घी निकाल सकते हैं।
इसके लिए 2-3 हफ्तों तक दूध की मलाई स्टोर करके रख लें। फुल क्रीम दूध की मलाई से ज्यादा अच्छा घी निकलता है। मलाई को फ्रिज में स्टोर करना है।
घी बनाने के लिए मलाई को एक बड़े बर्तन में डालकर पिघलने के लिए रख दें। गैस की आंच धीमी रखें। कुछ ही देर में मलाई से घी अलग होने लगेगा। मलाई को चम्मच से हिलाते रहना है वरना ये बर्तन की तली में चिपक जाएगा।
घी के टेक्सचर को बेहतर बनाने के लिए उसमें एक चुटकी नमक डाल दें। फिर गैस बंद कर दें।
हल्का ठंडा होने पर छलनी से छान लें। तैयार है शुद्ध घी।
बहुत पुराने मलाई से घी अच्छा नहीं बनता।
मलाई से मक्खन बनाकर घी निकालना
दूसरा तरीका है मलाई से मक्खन फिर घी बनाना, जिसमें कम समय लगता है और घी भी ज्यादा मात्रा में बनता है। इसके लिए मलाई को पहले मिक्सी में पीस लें। इसमें कुछ बर्फ के टुकड़े और पानी डालें और पीस लें।
मिक्सी में फेंटने पर मलाई से मक्खन अलग हो जाता है।
मक्खन को कड़ाही में डालकर गर्म होने दें।
मक्खन को चम्मच से लगातार चलाते रहें। कुछ ही देर में मक्खन से घी अलग हो जाएगा। गैस बंद कर दें और ठंडा होने पर इसे छान लें।
शुद्ध घी तैयार है।
इम्युनिटी बूस्टर बन जाएगा घी
रोजाना सब्जी बनाते वक्त उसमें घी, जीरे, हल्दी व हींग का छौंक लगा दें। इससे सब्जी का स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही उसका पोषण भी। वैसे घी को तेज आंच पर पकाकर खाना सेहत के लिए उतना फायदेमंद नहीं होता जितना बिना पकाए। घी को रोटी, दाल और सब्जी में ऊपर से डालकर खाना सबसे बेस्ट ऑप्शन है। ये भी जान लें घी में तली हुई चीजें सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छी नहीं होती।