प्रेगनेंसी में रोजा पीएं रैस्पबेरी टी... जानें बनाने का तरीका

प्रेगनेंसी में महिलाओं को खान-पान का खास ख्याल रखना होता है क्योंकि जरा-सी भी लापरवाही शिशु को नुकसान पहुंचा सकती है

Update: 2021-08-24 13:06 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |    प्रेगनेंसी में महिलाओं को खान-पान का खास ख्याल रखना होता है क्योंकि जरा-सी भी लापरवाही शिशु को नुकसान पहुंचा सकती है। इस दौरान औरतों को खासतौर पर चाय ना पीने की सलाह दी जाती है लेकिन डॉक्टर की सलाह पर आप हर्बल टी (Herbal Tea) पी सकती हैं। अपने इस आर्टिकल में हम आपको रैस्पबेरी चाय के बारे में बताएंगे, जो प्रेग्नेंट औरतों के लिए फायदेमंद होती है लेकिन इससे कुछ नुकसान भी होते हैं।

प्रेगनेंसी में फायदेमंद रैस्पबेरी टी
पुराने समय से ही रैस्पबेरी की पत्तियों का इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधीय के रूप में होता आ रहा है। वहीं, इसकी चाय पीने से ना सिर्फ भ्रूण का बेहतर विकास होता है बल्कि डिलीवरी के बाद रिकवरी भी तेजी से होती है। विदेशों के अलावा आजकल भारतीय महिलाओं ने भी प्रेगनेंसी में रैस्पबेरी लीफ टी पीना शुरू किया है।
कितनी चाय पीनी चाहिए?
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही यानि 1 से 3 महीने के बीच की चाय ज्यादा ना पीएं। पहली तिमाही के दौरान रोज 1 कप से ज्यादा चाय न पिएं। इसके बाद आप 2 कप चाय ले सकती हैं।
चाय बनाने का तरीका
रैस्पबेरी की पत्तियों को अच्छी तरह धोकर 1 कप पानी में धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक वो आधा ना रह जाए। फिर इसे कप में छालकर थोड़ा-सा शहद मिलाएं। अब इसका सेवन करें।
चलिए अब आपको बताते हैं रैस्पबेरी चाय पीने के फायदे
कई पोषक तत्वों से भरपूर
इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, जिंक, आयरन के अलावा फ्लैवोनॉइड्स और टैनिन्स भी होते हैं, जो एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं। ऐसे में प्रेगनेंसी में इसका सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है।
मॉर्निंग सिकनेस से छुटकारा
सुबह 1 कप रैस्पबेरी चाय का सेवन मॉर्निंग सिकनेस, उल्टी, जी मचलाना, चक्कर आना जैसी समस्याओं को दूर करने में भी मददगार है।
महिलाओं के लिए फायदेमंद
इसकी पत्तियों को 'वीमेन हर्ब' भी कहा जाता है क्योंकि इससे पीरियड्स प्रॉब्लम्स, जी मिचलाना, चक्कर आना, डायरिया और पेल्विक संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।
नहीं होगी खून की कमी
इसमें मौजूद आयरन शरीर में खून बढ़ाता है और एनीमिया को दूर रखता है इसलिए प्रेगनेंसी में इसका सेवन बहुत फायदेमंद है।
कम करता है लेबर पेन
शोध के अनुसार, प्रेगनेंसी में नियमित रैस्पबेरी चाय पीने से डिलीवरी के वक्त दर्द कम होता है। साथ ही इससे प्रीमेच्योर बेबी की संभावना भी कम होती है।
डिलीवरी के बाद तेजी से होगी रिकवरी
यह चाय पीते रहने से प्रसव के बाद शरीर जल्दी रिकवर होता है और साथ ही कमजोरी, दर्द जैसी कई परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
वजन घटाएं
डिलीवरी के बाद बढ़े हुए वजन को कम करने में भी रैस्पबेरी की पत्तियों की चाय बहुत फायदेमंद है। साथ ही ये चाय पेल्विक मसल्स को टाइट करती है।
होते हैं कुछ नुकसान भी
बेशक सेहत के लिए यह चाय फायदेमंद है लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं।
1. पहले 1 से 3 महीने में रैस्पबेरी चाय का ज्यादा सेवन करने से गर्भपात की संभावना रहती है इसलिए पहले अपने डॉक्टर की सलाह ले।
2. ज्यादा मात्रा में इसका सेवन पतला पेचिश (पतला मल होना) या जल्दी-जल्दी पेशाब आने की समस्या हो सकती है, लेकिन इसके बड़े नुकसान नहीं देखे गए।


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