गैस और एसिडिटी से परेशान है तो करें ये योग
बालासन एक ऐसा आसन है जो करने में भी बहुत आसान होता है
गैस और एसिडिटी से बहुत परेशान रहते हैं। दरअसल सर्दियों के मौसम मने सभी लोग चाय और कॉफी का बहुत सेवन करते हैं और उसके साथ हैवी फूड्स को भी खाते हैं। ठण्ड में चाय और कॉफी के साथ गर्मागर्म पकोड़े, पराठे और समोसे आदि खाने में बहुत अच्छे लगते हैं लेकिन ये हमें कई प्रकार कि मुसीबतों में भी डाल देते हैं।
दरअसल जब हमारे शरीर की कोशिकाएं खाए गए भोजन से अपना तालमेल नहीं बिठा पाती तो अपच की समस्या हो जाती है। जो अल्सर, कब्ज, स्टमक इंफेक्शन जैसी दूसरी परेशानियों में बदल जाती है। इसके अलावा नियमित तौर पर दवाओं का सेवन करने वाले व्यक्तियों को भी गैस की प्रॉब्लम हो सकती है। इसके अलावा जो लोग ज्यादा सिगरेट, शराब आदि का सेवन करते हैं या फिर जंक फूड खाते हैं तो उन लोगों को भी ये समस्या हो जाती है। आइये आज हम आपको बताते हैं कि योगासन के माध्यम से कैसे इस समस्या से निजात पाई जा सकती है।
अर्धमत्स्येन्द्रासन
बता दें कि अर्धमत्स्येन्द्रासन डायबिटीज के साथ ही गैस व एसिडिटी में भी बेहद कारगर साबित होता है। इससे पेट पर दबाव पड़ता है जिससे गैस आसानी से रिलीज हो जाती है। साथ ही बॉडी को डिटॉक्स होती है। यह पेट के अंदरूनी अंगों में ब्लड के सर्कुलेशन को भी बढ़ाता है।
बालासन
बालासन एक ऐसा आसन है जो करने में भी बहुत आसान होता है और इसके लाभ भी बहुत होते हैं। अगर आप गैस व एसिडिटी से निजात पाना चाहते हैं तो इस आसन को कर सकते हैं। इस आसन से पेट के अंगों की मालिश होती है जिससे पाचन ठीक रहता है और साथ ही अंदरूनी अंग मजबूत भी होते हैं। बालासन के अभ्यास से तनाव भी दूर रहता है।
अधोमुख श्वान
बता दें कि अधोमुख श्वान को करने से गैस व एसिडिटी की समस्या दूर होती है। यह आसन से पेट पर दबाव पड़ता है जिससे गैस रिलीज होती है साथ ही पेट में ऑक्सीजन की सप्लाई भी सही तरह से होती है।
वज्रासन
वज्रासन एक आसान आसन है जो आप कभी भी कर सकते हैं। खासकर जब आप खाना खाते हैं तो उसके तुरंत बाद अगर 3-4 मिनट वज्रासन में बैठ जाएं तो आप पाचन से जुड़ी कई समस्याओं से दूर रह सकते हैं। यह आसन पेट और आंत में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती है और भोजन को सही से पचाने में भी मदद करती है।
मार्जरीआसन
मार्जरीआसन गैस से निजात दिलाने में बहुत ही फायदेमंद है। इस आसन को करने से पाचन अंगों की मसाज होती है और वहां ब्लड का सर्कुलेशन भी सही तरह से होता है। जिससे गैस के साथ ही एसिडिटी से भी राहत मिलती है।