गर्मीयों में शरीर को ठंडा रखने के लिए प्रतिदिन करें ये योगासन

Update: 2024-04-06 08:29 GMT
लाइफस्टाइल : गर्मियों में बढ़ते तापमान के कारण लोग आमतौर पर व्यायाम और योग के अभ्यास से बचते हैं, क्योंकि चिलचिलाती गर्मी में पसीना बहाना किसी को पसंद नहीं आता है। जबकि असल में योग का अभ्यास गर्मी से राहत देने में मददगार साबित हो सकता है। योग के जरिए मन और तन दोनों को साधने का अभ्यास किया जाता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है और यह मानसिक शांति आपके शरीर को भी शीतलता प्रदान करती है।
इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ही योगासनों के बारे में बता रहे हैं जो तपती गर्मी से राहत पहुंचाने में मददगार साबित हो सकते हैं। बता दें कि हमने इस बारे में योगा एक्सपर्ट त्रिधा जायसवाल से बात की है और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
शवासन (Shavasana)
शवासन का अभ्यास मन और शरीर को शीतलता प्रदान कर गर्मी से राहत दिलाने में बेहद मददगार साबित होता है। दरअसल, यह योगासन मन-मस्तिष्क और शरीर पर बिना कोई अतिरिक्त दबाव डाले उसे शांत करता है। बता दें कि इसके नियमित अभ्यास से श्वसन मार्ग खुलता है, मांसपेशियों का तनाव दूर होता है और उच्च रक्तचाप से राहत मिलती है। इसके साथ ही यह योगासन शुगर की बीमारी, मनोरोग, हृदय संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक होता है। इस तरह से देखा जाए तो इसका अभ्यास जितना सरल होता है, उसके फायदे उतने ही बेहतरीन होते हैं।
ऐसे करें अभ्यास- इसके लिए किसी शांत जगह पर योगा मैट बिछा कर उस पर पीठ के बल लेट जाएं। इसके बाद अपने हाथों और पैरों को सिर और धड़ से थोड़ी दूरी पर रखकर उन्हें विश्राम की स्थिति में लाएं। ध्यान रहे की इस अवस्था में आपकी हथेलियां आसमान की तरफ रहनी चाहिए। अब खुद को शांत करने की कोशिश करें और लंबी और गहरी सांसें लें। इस तरह से धीरे- धीरे सांसें लेते हुए इस अवस्था में 5 से 10 मिनट तक स्थिर बने रहें और फिर वापस सामान्य अवस्था में आ जाएं।
वृक्षासन (Tree pose)
वृक्षासन को 'वृक्ष मुद्रा' भी कहते हैं, क्योंकि इस आसन के अभ्यास के दौरान व्यक्ति की शारीरिक मुद्रा पेड़ के समान दिखती है। बात करें इसके लाभ की तो यह योगासन तनाव और मानसिक समस्याओं को दूर करने में बेहद सहायक माना जाता है। इसके अभ्यास से हाथ-पैरों की मांसपेशियों का तनाव दूर होता है, जिससे शरीर को आराम मिलता है। ऐसे में यह योगासन दिमाग और शरीर को राहत देते हुए गर्मी से उपजी परेशानियों को कम करने में मददगार साबित होता है।
ऐसे करें अभ्यास- इसके लिए योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और अपने दाहिने पैर के घुटने को मोड़ते हुए उसके तलवे को बाएं पैर की जांघ पर रखें। ध्यान रहे कि दाएं पैर का तलाव, बाएं पैर के जांघ पर रखना है, घुटने पर नहीं। इसके बाद पूरे शरीर का वजन अपने बाएं पैर पर डालते हुए संतुलन बनाकर सीधे खड़े होने की कोशिश करें। फिर लंबी-गहरी सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों से सिर के ऊपर नमस्कार की मुद्रा बनाएं। कुछ देर के लिए इस मुद्रा में बने रहे।
शीतली प्राणायाम (Sheetali Pranayam)
गर्मी के कारण शरीर में पित्त बढ़ता है जिससे पसीना आना, सीने में जलन और अपच जैसी समस्याएं जन्म लेती है। ऐसे में शीतली प्राणायाम का अभ्यास पित्त को संतुलित कर गर्मी से उपजी समस्याओं से राहत दिलाने में मददगार साबित होता है। असल में शीतली प्राणायाम एक तरह की श्वास तकनीक है जिसके जरिए ठंडी हवा भर कर शरीर को ठंडा करने का प्रयास किया जाता है।
ऐसे करें अभ्यास- इसके लिए किसी खुली और स्वच्छ जगह पर ध्यान की स्थिति में बैठ जाएं। इसके बाद अपनी जीभ को रोल करते हुए बाहर निकालें और उसके जरिए सांस अंदर की तरफ खींचे। कुछ देर के लिए सांस को रोककर रखें और फिर सांस छोड़ दें। इस प्रक्रिया को कम से कम 5 से 10 बार दोहराएं और फिर वापस सामान्य अवस्था में आ जाएं।
बता दें कि नौकासन, पवनमुक्तासन और हलासन जैसे योगासन का अभ्यास भी गर्मी में शरीर को राहत पहुंचाने में मददगार होता है। उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें।
Tags:    

Similar News

-->