खानपान को लेकर ऐसे मिथ्स (Myths) पॉपुलर हैं, जिनपर लोग आंख बंद करके भरोसा कर लेते हैं। कोई सोचता है कि देसी घी से वजन बढ़ सकता है, वहीं किसी को लगता है कि कार्ब्स से शरीर में एक्सट्रा फैट (extra fat) बढ़ जाता है। अधिकतर लोगों को ये लगता है कि देसी घी हमारे वजन को बढ़ाने का ही नहीं गले को खराब करने का भी काम करता है। खानपान से जुड़े इन मिथ्स पर बिना जानकारी के भरोसा करना कभी-कभी नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही कुछ मिथ्स के बारे में बताने जा रहे हैं। जानें इनके बारे में…
मिथ: वजन घटाने के लिए ग्लूटेन को करें इग्नोर
आजकल ये ट्रेंड में चल रहा है कि वजन घटाने के लिए ग्लूटेन का सेवन नहीं करना चाहिए, जबकिये प्रोटीन का बेस्ट सोर्स होता है। अगर किसी को किडनी से जुड़ी समस्या हो तो उन्हें ग्लूटेन के सोर्स गेहूं के आटे का सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि, वजन घटाने के नाम पर ग्लूटेन को इग्नोर करना आपके शरीर में कमजोरी ला सकता है। वेट लॉस अच्छा है, लेकिन पोषक तत्वों की कमी भी नहीं होने देनी चाहिए।
मिथ: कार्ब्स से बढ़ता है वजन
लोगों में ये मिथ फैली है कि कार्ब्स वाला फूड वजन बढ़ा सकता है, जबकि ऐसी चीजें वेट गेन करती हैं, जिनमें कार्ब्स के अलावा कैलोरी की अधिकता हो। कार्ब्स एक ऐसा न्यूट्रिएंट है, जो हमारे दिमाग के लिए जरूरी माना जाता है। अगर आप हेल्दी और बैलेंस डाइट (balance diet) का रूटीन फॉलो करते हैं, तो इस कंडीशन में मोटापा आपको तंग नहीं कर सकता। वजन के बढ़ने का अहम कारण बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल और जरूरत से ज्यादा फूड का सेवन हो सकता है।
मिथ: देसी घी बढ़ा सकता है वजन
भारत में पुराने समय से देसी घी को सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना गया है, लेकिन आज के समय में लोग हेल्दी बनने के चक्कर में इसे इग्नोर करने लगे हैं। लोगों को लगता है कि इससे बॉडी फैटी हो सकती है, जबकि घी से हमें हेल्दी फैट मिलता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स (Antioxidants and Vitamins) ए,डी, के और ई प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये इतना फायदेमंद है कि इससे पुरुष और महिला दोनों में फर्टिलिटी बूस्ट हो सकती है। इतना ही नहीं घी हमारे दिमाग, जोड़ों और स्किन को पोषण देने का काम करता है और इससे बॉडी में एनर्जी बनी रहती है।