कई लोग यह जानना चाहते हैं कि रात को योग या योगाभ्यास कर सकते हैं या नहीं? कई लोग कहते हैं कि यदि खाली पेट हो तो योगाभ्यास रात में भी कर सकते हैं। लेकिन क्या यह उचित है? दिन में भोजन करने के बाद क्या कोई रात में भी खाली पेट होता है? आओ जानते हैं कि योग रात में करना चाहिए या नहीं।
रात में योग करना चाहिए या नहीं (rat me yoga karna chahiye ya nahi):
1. आयुर्वेद में कहा गया है कि सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करना चाहिए। हमारी जठराग्नि दिन में जागृत रहती है और रात में सो जाती है। इसी तरह रात में हमारे शरीर के अंग शिथिल पड़ जाते हैं और वे सभी आराम चाहते हैं।
2. योगाचार्य कहते हैं कि यदि योगाभ्यास या योग आपके आचरण के रूप में जीवन में शामिल है या आप योगी हैं तब फिर कभी भी योग किया जा सकता है लेकिन यदि आप योग सेहत बनाए रखने या फिटनेस के लिए कर रहे हैं तो नहीं करना चाहिए।
3. रात में योग करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन यह देखना होगा कि आपकी शरीर की स्थिति क्या है? आप किस तरह का भोजन करते हैं। यदि दिन में योग किया है तो फिर रात में करने की कोई जरूरत नहीं है।
4. मूलत: योगाभ्यास करने के लिए आपका पेट खाली होना चाहिए, दूसरा चीज यह है कि उस दौरान ऑक्सीजन प्रचूरता होना चाहिए और तीसरी चीज यह है कि उस समय प्रदूषणभरा वातावरण नहीं होना चाहिए।
5. रात में भोजन करने के 3 घंटे बाद ही आप योग कर सकते हैं, लेकिन यह संभव नहीं हो पाता है इसीलिए कहते हैं कि रात में आप ध्यान और प्राणायाम ही कर सकते हैं योगासन और योग क्रियाएं नहीं।
6. यदि आप शाम को 6 बजे के आसपास भोजन कर लेते हैं तो रात की 9 बजे आप योगाभ्यास कर सकते हैं। योगाभ्यास प्रात:काल इसलिए करते हैं क्योंकि उस दौरान ऑक्सीजन प्रचूर मात्रा में होती है।
7. रात में कुछ ऐसे योगासनों का अभ्यास करना अच्छा हो सकता है, जिनसे आपको ऊर्जा और शांति मिलती है। लेकिन अधिकतर योगाचार्य मानते हैं कि रात में योगासन या योग क्रियाएं नहीं करना चाहिए।