लाइफस्टाइल : दिन पर दिन गर्मी भीषण रूप लेती जा रही है। हाल ही में, मौसम विभाग ने भी आने वाले कुछ दिनों में देश के कुछ हिस्सों में तेज लू चलने और तापमान बढ़ने की भी चेतावनी जारी की है। Heat Waves की वजह से हमारी सेहत पर काफी प्रभाव पड़ता है। तापमान बढ़ने की वजह से हमें स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन्हीं परेशानियों में एक पाचन से जुड़ी समस्या भी है।
ज्यादा गर्मी की वजह से पेट खराब होने या पाचन से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए Heat Waves के दौरान क्यों पाचन से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं और कैसे इनसे बचा जा सकता है, इस बारे में जानने के लिए हमने डॉ. अनुकल्प प्रकाश (सी.के. बिरला अस्पताल, गुरुग्राम के गैस्ट्रोएंटीरोलॉजी के लीड कंसल्टेंट) से बात की। आइए जानते इस बारे में उन्होंने हमें क्या जानकारी दी।
डॉ. प्रकाश ने बताया कि हीव वेव्स की वजह से पाचन से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं और इनके पीछे कुछ खास कारण भी हो सकते हैं। जैसे-
डिहाइड्रेशन- तापमान ज्यादा बढ़ने की वजह से अधिक पसीना आता है और इसके कारण शरीर से ज्यादा पानी का लॉस होता है। इसकी वजह से डिहाइड्रेशन हो सकता है, जो पाचन क्रिया में बाधा डालता है। शरीर में पानी की कमी की वजह से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और कब्ज हो सकती है।
कम भूख लगना- कुछ लोगों को गर्मी के मौसम में कम भूख लगती है, जिसके कारण वे कम खाना खाते हैं। लेकिन अपनी सामान्य डाइट से कम खाना खाने के कारण आपकी पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती है।
खाने से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ता है- गर्मी के मौसम में तापमान ज्यादा होने के कारण खाने में जर्म्स आसानी से पनपते हैं, जिसके कारण खाने के जरिए फूड पॉइजनिंग, जैसी बीमारियां फैल सकती हैं। खाने से होने वाली बीमारियों के सामान्य लक्षणों में मितली, उल्टी, डायरिया, पेट दर्द, पेट में ऐंठन आदि शामिल हैं। इन बीमारियों की वजह से खाना पचाने में मुश्किल हो सकती है।
डॉ. प्रकाश ने कहा कि इन परेशानियों से बचाव करने के लिए जरूरी है कि बढ़ते तापमान के साथ कुछ सावधानियों का ध्यान रखा जाए, ताकि पाचन तंत्र दुरुस्त रहे। इसके लिए-
हाइड्रेटेड रहें- गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खूब तरल पदार्थों का सेवन करें, खासकर पानी। कोशिश करें कि आप रोज कम से कम 8-10 गिलास पानी पीएं और अगर पसीना ज्यादा आ रहा है, तो और पानी पीएं। साथ ही, ऐसा खाना खाएं, जो ज्यादा तेल-मसाले का न हो और पचाने में आसान हो। इसके अलावा, खाने में सलाद, सूप, फल और सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। इन फूड आइटम्स से जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं और शरीर में पानी की कमी भी नहीं होती, जो पाचन के लिए फायदेमंद है।
ज्यादा तेल, मसाले और फैट्स वाले खाने से परहेज करें- ऐसा खाने को पचाने में काफी मुश्किल होती है, खासकर गर्म मौसम में। इसलिए तला हुआ, मिठाइयां और गाढ़े सॉस वाले फूड्स कम खाएं। इनकी वजह से पाचन में समस्या हो सकती है और पेट दर्द जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं।
खाने की सुरक्षा का ख्याल रखें- खाने को खराब होने और इससे फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए खाने को अच्छे से स्टोर करें। बचे हुए खाने को फ्रिज में रखें, खाने को अच्छे से पकाएं, जो खाना जल्दी खराब हो सकता है, उसे न बचाएं और क्रॉस कंटेमिनेशन, यानी एक खाने की वजह से दूसरा खाना खराब होना से खाने को बचाएं।
शराब और कैफीन की मात्रा सीमित करें- बढ़ते तापमान में शराब और कैफीन का सीमित मात्रा में ही सेवन करें, क्योंकि इनकी वजह से डिहाइड्रेशन हो सकता है। इसलिए इनकी जगह हाइड्रेटिंग और नॉन एल्कोहोलिक ड्रिंक्स, जैसे- हर्बल टी, पानी और एलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर ड्रिंक्स का सेवन करें। कोशिश करें कि शराब का बिल्कुल सेवन न करें। इसके कारण और भी कई स्वास्थय समस्याएं हो सकती हैं।
ठंडा रहने की कोशिश करें- हीट वेव्स में शरीर का तापमान नियंत्रित करना जरूरी है। इसलिए हल्के रंग और ढीले कपड़े पहनें। साथ ही, ज्यादा देर तक सीधी धूप में न जाएं, खासकर 10-4 बजे के बीच। अपने घर में वेंटिलेशन का ख्याल रखें, ताकि आपके घर में हवा आ-जा सके।
अपनी बॉडी के संकेतों पर ध्यान दें- आपका शरीर आपसे क्या कहना चाह रहा है, यह समझने की कोशिश करें। पता करने की कोशिश करें कि कब आपको भूख लगी है और उसी हिसाब से खाना खाएं। इसके अलावा, अगर आपको लग रहा है कि आप डिहाइड्रेटेड हैं या आपका पेट खराब हो रहा है, तो धूप से किसी छांव और ठंडी जगह पर जाएं और पानी पीएं और डॉक्टर से पेट से जुड़ी समस्या के लिए दवा लें।