घर ही वह जगह होती है जहां हम सारे दिन की थकावट के बाद आराम फरमाते हैं, जहां हम सुकून महसूस करते हैं। इसीलिए घर को बनाते व सजाते समय हम कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते और अपने घर को हम सबसे अच्छा व परफेक्ट लुक देना चाहते हैं। वहीं घर का खास हिस्सा होता है लिविंग रूम या बैठक का कमरा जहां बैठकर हम अपने परिवार के साथ समय बिताते हैं इसलिए लिविंग रूम का कम्फर्टेबल होना बहुत जरूरी है। इन बातों का ख्याल रखकर आप लिविंग रूम की सजावट और भी अच्छे से कर सकती हैं। तो चलिए जानते हैं लिविंग रूम की सजावट करते समय आपको किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।
भ्रम पैदा करें
अगर आपको लगता है कि छोटे लिविंग रूम में सोफे को दीवार के साथ लगाना चाहिए तो जान लें कि दीवार और सोफे के बीच कुछ दूरी रखने से स्पेस का भ्रम पैदा होता है। अगर आपका लिविंग रूम लंबा लेकिन संकरा है तो काउच या सोफे को दीवार के साथ लगाने के बजाय लिविंग एरिया को दो हिस्सों में बांट दें। इसमें फर्नीचर गु्रपिंग करें और दूसरे हिस्से को थोड़ा-खुला छोड़ दें। लिविंग में दोनों कॉर्नर्स पर साइड टेबल्स रखें। इससे लिविंग स्पेस खुला दिखेगा लेकिन इस बात का खास खयाल रखें कि फर्नीचर हैवी न हो।
लिवंग रूम में रोशनी की सही व्यवस्था
अगर आपके लिविंग रूम में रोशनी की सही व्यवस्था नहीं की गई है तो वह आपकी कमरे की सजावट भी खराब कर देगा। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि लिविंग रूम की छत के ऊपर एक लाइट न लगाएं। आप लिविंग रूम सीलिंग लाइट डैकोरेशन भी कर सकते हैं।
कॉफी टेबल का कमाल
आजकल ऑफलाइन और ऑनलाइन कई तरह की स्मॉल कॉफी टेबल उपलब्ध हैं। इन्हें अपने लिविंग में जगह दें। वुड का शौक है तो टेबल के नीचे का पोर्शन वुडन रखें और ऊपर ग्लास लगवाएं, इससे स्पेशियस लुक मिलेगा।
लिवंग रूम में फर्नीचर की पोजीशन
लिविंग रूम में सोफे, टीवी या कोई फर्नीचर रखते समय उसकी पोजीशन का खास ख्याल रखें। इस बात पर भी ध्यान दें कि सबकुछ एक साथ न हों। लिविंग रूम को इस तरह सेट करें कि स्पेस बच जाए।
दीवारों का रंग
लिवंग रूम की दीवारों पर डार्क की बजाए लाइट कलर करवाएं। डार्क कलर से कमरा छोटा और खराब लगता है। इसके अलावा कमरे के कलर भी लिविंग रूम से मिलते-जुलते करवाएं।