ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां को इन वजहों से नहीं खाना चाहिए पत्ता गोभी
मां का दूध बच्चे के विकास के लिए सबसे बेहतर होता है। मां का दूध बच्चों को स्ट्रांग बनाता है
मां का दूध बच्चे के विकास के लिए सबसे बेहतर होता है। मां का दूध बच्चों को स्ट्रांग बनाता है और हर तरह की बीमारी से लड़ने की ताकत भी देता है। माँ के दूध से उनका इम्यून सिस्टम भी अच्छा रहता है। स्तनपान कराने वाली मां के लिए संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना बेहद ज़रूरी है क्योंकि बच्चे के पैदा होने के बाद आप जो कुछ भी खाती हैं, वही आपका बच्चा ब्रेस्टफीडिंग के ज़रिए आपसे ग्रहण करता है.इसलिए जब माँ बच्चे को दूध पिलाती है तब तक उन्हें कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए। कई चीजें ऐसी हैं, जो ब्रेस्टफीडिंग के दौरान खाने से नवजात शिशु को नुकसान पहुंचाती है। इसलिए इस आर्टिकल के ज़रिए हम आपको बताएँगे कि आपको कौन सी सब्जियां या फल ब्रेस्फीडिंग के दौरान नहीं खानी चाहिए।
खट्टे फल बिल्कुल न खाएं
ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को खट्टे फल जैसे अनानास, संतरा, नींबू नहीं खाने चाहिए। इन फलों में विटामिन सी काफी ज्यादा मात्रा में होता है जिस वजह से बच्चे का पेट खराब होने के चांस रहते हैं। आप खट्टे फलों की बजाय पपीता खा सकती हैं। पपीता इस समय में आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
स्मोकिंग और शराब से करें तौबा
ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को सिगरेट या अल्कोहल को हाथ भी नहीं लगाना चाहिए। इससे बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
ब्रोकली और पत्ता गोभी
स्तनपान कराने वाली मां को ब्रोकली और पत्ता गोभी जैसी सब्जियों का का सेवन करने से परहेज रखना चाहिए। ब्रोकली पोषक तत्वों से भरपूर है लेकिन अगर आप ब्रोकली खाती हैं तो इसका असर बच्चे पर भी होता है।वहीं पत्ता गोभी जैसी सब्जियां गैस की समस्या पैदा करती हैं।यदि मां के पेट में गैस की समस्या होगी तो बच्चे को भी हो जाएगी।इसलिए ऐसी सब्जियों से परहेज करना चाहिये
कॉफी का सेवन न करें
कॉफी बिल्कुल भी नहीं पीनी चाहिए। कॉफी में कैफीन की मात्रा काफी ज्यादा होती है। जिससे नवजात शिशु को काफी समस्या हो सकती है। इसलिए स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए।
चॉकलेट
ब्रेस्टफीडिंग के शुरुआती दौर में महिलाओं को चॉकलेट भी नहीं खानी चाहिए। चॉकलेट भला किसको अच्छा नहीं लगता है, लेकिन ये तो आपको पता ही होगा कि चॉकलेट को बनाने की प्रक्रिया के दौरान कॉफी के कैफीन का इस्तेमाल किया जाता है। भले ही इसमें कैफीन की मात्रा कम होती हैं लेकिन कैफीन की कम मात्रा भी बच्चे को नुकसान पहुंचाती है।
लहसुन
लहसुन की तासीर गर्म होती है और ये आपके बच्चे के लिए नुकसानदेह हो सकता है। अगर आप लहसुन का सेवन करती हैं तो इसके खाने के 2 घंटे बाद तक भी इसकी गंध दूध में मौजूद रहती है। इसलिए आप लहसुन का सेवन कम ही करें तो बेहतर रहेगा।
मसालेदार भोजन
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान मसालेदार भोजन नहीं करना चाहिए। ज्यादा तला भुना और मसालेदार खाना खाने से गैस की समस्या हो सकती है और इस वजह से बच्चे के पेट में दर्द भी हो सकता है