ताड़गोला एक ऐसा फल है, जिसके बारे में कम लोग ही जानते हैं, और जो जानते भी हैं वो शायद ही इसे खाते हों. वाइट जेली की तरह दिखने वाला यह फल खाने में हल्का मीठा होता है, जिसमें कई पोषक तत्वों के साथ भरपूर मात्रा में पानी मौजूद होता है. इसमें पानी की अधिक मात्रा होने की वजह से इसे गर्मियों में खाने की सलाह दी जाती है. यह हमारे शरीर को हाइड्रेटेड रखता है. यह फल इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने में मदद करता है.
गर्मी के मौसम में ताड़गोला भारत के तटीय क्षेत्रों जैसे-महाराष्ट्र के कोंकण गोवा और दक्षिण भारत दूसरे राज्यों में पाया जाता है. ठंडी तासीर के इस फल को इंग्लिश में आईस-एप्पल कहते हैं. गर्मी के मौमस में यह फल शरीर को ताज़गी देने के साथ-साथ ही गर्मी की वजह से पैदा होनेवाली बीमारियों से भी हमें बचाता है. ताड़गोला में विटामिन बी, आयरन, पोटैशियम, ज़िंक, फ़ॉस्फ़ोरस और कैल्शियम पाए जाते हैं. यह सभी पोषक तत्व शरीर के लिए आवश्यक होते हैं. खनिजों और विटामिन्स से भरपूर यह फल डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है.
ताड़गोला के फ़ायदे
ताड़गोला में विटामिन बी12 पाया जाता है, जो एसिडिटी में फ़ायदेमंद होता है.
एक ताड़गोला में 77 ग्राम पानी होता है जो गर्मियों में आपके शरीर को ठंडा रखने के साथ-साथ पानी की कमी को भी पूरा करता है.
हाई कैलोरी होने के कारण ताड़गोला के सेवन से गर्मियों के दिनों में होने वाली थकान से हमें राहत मिलती है. यह इंस्टेट एनर्जी लेवल बढ़ाने की क्षमता रखता है.
गर्भवती महिलाओं को यदि पेट संबंधित या कब्ज़ की परेशानी हो तो, उन्हें ताड़गोला फल को अपनी डायट में शामिल करना चाहिए. हालांकि डायट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें.
ताड़गोला में पोटैशियम की भरपूर मात्रा होने के कारण यह लिवर को साफ़ करने और बॉडी को डीटॉक्स करने में मदद करता है.
पीरियड्स के दौरान वाइट डिस्चाहर्ज़ की समस्या बढ़ जाती है, इस समस्या को कम करने के लिए ताड़गोले का सेवन किया जा सकता है. इसमें मौजूद कैल्शियम और फ़ॉस्फ़ोरस इस समस्या से आराम दिलाने में मदद करते हैं.
ताड़गोला के एक क्यूब में पाए जाने वाले पोषक तत्व
प्रोटीन 1 ग्राम
पानी 77 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 21 ग्राम
कैल्शियम 9 मिलीग्राम
फ़ॉस्फ़ोरस 33 मिलीग्राम
थायमिन .04 मिलीग्राम पाई जाती है.