Ayurvedic remedy: खट्टी डकार की समस्या को ठीक करता है ये आयुर्वेदिक उपाय

Update: 2024-06-23 17:25 GMT
Ayurvedic remedy: एसिडिटी (Acidity) एक आम समस्या है, जो लगभग हर एक व्यक्ति को होता रहता है। लेकिन कभी-कभी यह गंभीर समस्या बन जाती है। कुछ लोग एसिडिटी में अधिक पानी पीते हैं। लेकिन अधिक पानी पीना एसिडिटी पेशेंट के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि एसिडिटी पेशेंट को पानी पीने से एसिडिटी और बढ़ जाती है। पेट में आग लगी रहती है, सीने में जलन ऐसे में अधिक पानी पीने से पित्त ऊपर की ओर आ जाता है। ऐसे में जौ का पानी या काढ़ा पीने
(Barley Kadha For Acidity)
की सलाह दी जाती है। आयुर्वेद में शरीर को डिटॉक्स करने के लिए जौ का पानी पीने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर तन्मय गोस्वामी, एमडी (आयुर्वेद) ने विस्तार से बताया कि एसिडिटी पेशेंट को कैसे और कब जौ का पानी पीना चाहिए।
एसिडिटी पेशेंट को अधिक पानी कर सकता है नुकसान Acidity patientअगर अधिक पानी पीता है, तो उसे और परेशानी हो सकती है। और अधिक गैस की समस्या हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि वह जौ का पानी पिये।
एसिडिटी के उपचार के लिए कैसे बनाएं जौ का काढ़ा
जौ का काढ़ा बनाने के लिए 2 लीटर पानी में एक मुट्ठी जौ, पिप्पली और परवल का पत्ता डालकर इसको अच्छे से उबालें। इसके बाद ठंडा करके एक बोतल में पेशेंट को दे दें। जब प्यास लगे थोड़ा-थोड़ा पिये। अगर पेशेंट शुगर का मरीज नहीं है, तो काढ़े में थोड़ा शहद मिला दें। इससे एसिडिटी की समस्या हमेशा-हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।
जौ केवल पेट, Liver और किडनी की सफाई करती है बल्कि स्क्रीन से संबंधित कई समस्याओं को दूर करती है। इसके साथ ही यह शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
जानिए जौ का पानी पीने के फायदे
ब्लड प्यूरीफायर
खून साफ करने के लिए जौ का पानी बेहद कारगर है। यह खून में जमें टॉक्सिन को बाहर निकलने में मदद करता है। इसके साथ ही हार्ट के लिए भी फायदेमंद होता है।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल
जौ का पानी Cholesterol को कंट्रोल करने में सहायक होता है। यह धमनियों में जमे फैट के कणों से चिपक कर बाहर प्लस आउट कर देता है। अगर आपका वेट तेजी से बढ़ रहा है, तो आप जौ का पानी पी सकते हैं।
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