ये योगा बॉडी पॉश्चर के अलावा पेट कम करने में मददगार

लगातार एक जगह बैठकर लैपटॉप पर काम करते रहने से कब हमारे कंधे आगे की ओर झुक जाते हैं, हमें इसका अहसास नहीं होता. ये स्थिति हमारे बॉडी पॉश्चर को खराब कर देती है.

Update: 2022-01-12 10:43 GMT

 जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  लगातार एक जगह बैठकर लैपटॉप पर काम करते रहने से कब हमारे कंधे आगे की ओर झुक जाते हैं, हमें इसका अहसास नहीं होता. ये स्थिति हमारे बॉडी पॉश्चर को खराब कर देती है. अगर आपके साथ भी ऐसी परेशानी है तो रोजाना दो योगासन के अभ्यास से आप पॉश्चर को सुधार सकते हैं.

भुजंगासन और पश्चिम नमस्कारासन
वर्क फ्रॉम होम (Work from Home) के कल्चर में लोग घंटों एक जगह बैठकर लैपटॉप पर काम करते हैं. ऐसे में उन्हें होश भी नहीं होता कि कब काम करते करते उनके कंधे आगे की ओर झुक जाते हैं. धीरे धीरे उनका शरीर इसी तरह से बैठने और काम करने का आदी हो जाता है. ऐसे में कंधों पर काफी जोर पड़ता है. अगर समय रहते अपनी इस आदत को नहीं सुधारा गया तो बॉडी पॉश्चर (Body Posture) बिगड़ जाता है. झुके हुए कंधे आपकी पर्सनैलिटी को तो प्रभावित करते ही हैं, साथ ही आपके अंदर आत्मविश्वास को भी कम कर देते हैं. यहां जानिए ऐसे कुछ योगासन जो आपकी बॉडी पॉश्चर (Yogasanas for improving Body Posture) को ठीक करने में उपयोगी साबित हो सकते हैं.
भुजंगासन 
भुजंगासन में सांप के फन के समान मुद्रा बनाई जाती है, इसलिए इसे कोबरा आसन भी कहा जाता है. ये आपकी पीठ, कमर और कंधों के लिए काफी फायदेमंद होती है. यह आपके बॉडी पॉश्चर के अलावा आपके पेट को कम करने में मददगार है.
भुजंगासन करने का तरीका
भुजंगासन करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं. अब अब अपने हथेली को कंधे के सीध में लाएं. दोनों पैरों के बीच की दूरी को कम करें और पैरों को सीधा रखें. अब एक लंबी सांस लेते हुए अपनी छाती को नाभि तक उठाएं. कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और सांस को रोककर रखें. इसके बाद सांस छोड़ते हुए वापस सामान्य मुद्रा में आ जाएं. इस अभ्यास को आप एक बार में कम से कम 4 से 5 बार दोहराएं.
पश्चिम नमस्कारासन 
पश्चिम नमस्कारासन भी आपके बॉडी पॉश्चर को ठीक करने में काफी लाभकारी माना जाता है. ये आसन आपके कंधों को मजबूत बनाता है और पेट को बैलेंस करता है. इसे विपरीत नमस्कारासन के नाम से भी जाना जाता है.
पश्चिम नमस्कारासन करने का तरीका
आसन को आप बैठकर या खड़े होकर कर कैसे भी सुविधानुसार कर सकते हैं. इसे करने के लिए सबसे पहले अपने कंधों को फ्री यानी कंफर्टेबल अवस्था में रखें. इसके बाद अपने हाथों को पीछे की ओर ले जाकर पीठ से टिकाते हुए जोड़ लें. यानी पीछे की तरफ हाथ जोड़कर प्रार्थना की पोजीशन में आपको आना है. आसन के दौरान गहरी सांस लें और छोड़ें. इस स्थिति में कम से कम 30 सेकंड तक रहें. इसके बाद सामान्य मुद्रा में आ जाएं. ये अभ्यास एक बार में 5 से 6 बार दोहराएं.


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