सरसों के तेल के 5 फायदे, मसाज से लेकर डैंड्रफ दूर करने तक

Update: 2023-05-17 11:06 GMT
सरसों के तेल के फायदे बारे में कौन नहीं जानता है?
सरसों का तेल, कुकिंग के लिए भारत में सालों से इस्तेमाल किया जा रहा है। मेरे दादा जी अपने बालों में पीली सरसों का तेल ही लगाया करते थे। 82 साल की उम्र में दुनिया छोड़ने तक उनके बाल काले और पूरे थे।
यहां तक कि घर में नवजात शिशुओं की मालिश से लेकर कान में दर्द होने तक और जाड़े में स्किन फटने से लेकर स्किन की ड्राईनेस दूर करने का एकमात्र आसान समाधान सरसों का तेल ही हुआ करता था।
सरसों का तेल, भारतीय सभ्यता और संस्कृति का अटूट हिस्सा है। यहां तक कि हिंदू शादियों में वर और वधू को तेल चढ़ाने की रस्म भी होती है। इसके अलावा, किसी परिजन के निधन पर तेल का स्पर्श करने की भी रस्म होती है।
अगर आप भी बालों में सरसों के तेल के प्रयोग के बारे में सोच रहे हैं तो, ये आर्टिकल आपके लिए ही है। इस आर्टिकल में मैं आपको बालों के लिए सरसों का तेल लगाने से जुड़े 5 फायदे के बारे में जानकारी दूंगा। इसके बारे में जानकर आप भी इसके उपयोग से लाभ उठा सकते हैं। 1. मसाज के लिए है बेस्ट
सरसों के पौधे के बीजों से सरसों का तेल निकलता है। यह मसालेदार तेल भारतीय और नेपाली खाने की जान भी माना जाता है। कुछ लोग बालों की देखभाल के लिए भी इस तेल का उपयोग करते हैं।
सरसों का तेल कई प्रकार का होता है। लेकिन मुख्य रूप से काली सरसों, पीली सरसों और सफेद सरसों ही मुख्य रूप से प्रयोग की जाती है। लेकिन, अमेरिका जैसे कुछ देशों में सरसों के तेल को वहां का खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) खाद्य सेवन के लिए सुरक्षित नहीं मानता है।
सरसों के तेल में यूरिक एसिड की मात्रा 40 प्रतिशत तक हो सकती है। पशुओं पर किए गए अध्ययन में इस मात्रा को खतरनाक माना गया है। लेकिन अमेरिका में भी, सरसों का तेल बालों और मालिश के तेल के रूप में उपलब्ध है।
इसलिए, आप भी बिना किसी हिचक के मसाज और ड्राई स्किन की समस्या में सरसों के तेल का उपयोग कर सकते हैं।
पैच टेस्ट भी है जरूरी
अगर आप पहली बार स्किन या स्कैल्प पर सरसों का तेल या मस्टर्ड ऑयल लगाने जा रहे हैं तो, पैच टेस्ट जरूर कर लें। पैच टेस्ट के लिए तेल की बूंद को कलाई या हाथ के भीतरी हिस्से पर लगाकर देखें।
तेल लगाने के 24 घंटे बाद अगर स्किन पर किसी किस्म की लालिमा, जलन या सूजन नहीं होती है तो इस तेल को प्रयोग के लिए सुरक्षित माना जा सकता है।
2. देता है गहराई से पोषण
सरसों का तेल नेचुरल फैट्स से भरपूर होता है। इन फैट्स के कारण ही ये बालों के लिए बेहतरीन कंडीशनर माना जाता है।
प्रति 100 ग्राम सरसों के तेल में,
59 ग्राम मोनोअनसैचुरेटेड फैट
21 ग्राम पाॅलीअनुसैचुरेटेड फैट
12 ग्राम सैचुरेटेड फैट
पाया जाता है।
सरसों के तेल को बालों में लगाने पर ये बालों की जड़ों में समाकर पोषण देता है। इसे हेयर मास्क के तौर पर भी लगाया जा सकता है।
सरसों के तेल में पाए जाने वाले नेचुरल फैटस बालों के हर रेशे को कवर कर लेते हैं। इससे बालों के रेशे पर किसी तरह से बाहरी प्रदूषण का कोई असर नहीं होता है। ये बालों को चमकदार और मुलायम बनाता है।
सरसों के तेल के नियमित इस्तेमाल से,
ड्राई हेयर
ड्राई और पपड़ीदार स्किन
बालों के उलझने
दोमुंहे बालों
बालों के टूटने
हीट डैमेज
वाॅटर डैमेज
आदि से बचा जा सकता है।
3. स्कैल्प की खुजली को कम करें
गाने से सिर की त्वचा में खुजली होने की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है। स्कैल्प में लगाने पर सरसों का तेल वाॅर्मिंग प्रभाव देता है। मसल्स के दर्द को दूर करने के लिए आसान घरेलू उपाय के रूप में इसका इस्तेमाल सालों से किया जा रहा है।
रिसर्च के अनुसार, सरसों के तेल में कैप्सेसिन के समान गुण पाए जाते हैं। कैप्सेसिन, पौधों में पाया जाने वाला यौगिक है, इसी के कारण मिर्च को उसका तीखा स्वाद मिलता है। सरसों में भी मिर्च की तरह एंटी इंफ्लेमेट्री, दर्द, जलन और खुजली से छुटकारा देने के गुण पाए जाते हैं।
यही कारण है कि स्कैल्प की कुछ सबसे गंभीर समस्याओं जैसे,
डर्मेटाइटिस
एग्जिमा
सोरायसिस
फुंसियां निकलने की समस्या
आदि में भी सरसों के तेल के प्रयोग से गजब के फायदे मिलते हैं।
4. डैंड्रफ की समस्या को दूर करता है
रिसर्च में पाया गया है कि सरसों के तेल में जीवाणुरोधी पदार्थ और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। इसे नियमित रूप से इस्तेमाल करने से स्कैल्प में होने वाली रूसी या डैंड्रफ को रोकने या कम करने में मदद मिल सकती है।
इसके अलावा भी, यीस्ट ग्रोथ के कारण होने वाली रूसी या फिर स्कैल्प में होने वाले एक्ने या मुंहासे की समस्या को दूर करने में भी सरसों का तेल मदद कर सकता है।
5. स्कैल्प ट्रीटमेंट में मदद करता है
सरसों के तेल को स्कैल्प में होने वाली स्किन से जुड़ी समस्याओं के उपचार के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। स्कैल्प के लिए सरसों के तेल को इस्तेमाल करने के लिए, तेल को थोड़ी मात्रा में लेकर चार अंगुलियों को तेल में डुबो लें।
इन अंगुलियो में लगे तेल को बालों के बीच में अच्छे से रगड़ें। पूरे स्कैल्प में अच्छी तरह से लग जाने के बाद करीब 1 घंटे तक इंतजार करें। बाद में, शैंपू से बालों को अच्छी तरह से धो डालें। इससे स्कैल्प में मौजूद एक्स्ट्रा तेल निकल जाएगा।
सरसों के तेल पर रिसर्च (Research On Mustard Oil)
सरसों के तेल के औषधीय गुणों पर कुछ प्रमाणिक रिसर्च भी मौजूद हैं। हालांकि, अधिकांश रिसर्च स्वास्थ्य पर पड़ने वाले सामान्य प्रभावों पर की गई है न कि बालों पर सरसों के तेल के प्रभाव पर। लेकिन, सरसों के तेल को शरीर के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद बनाने वाले कई गुण स्कैल्प और बालों के लिए भी अच्छे हैं।
सरसों के तेल को हाई फैट ऑयल माना जाता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड आदि की उच्च मात्रा पाई जाती है। ये आपकी त्वचा और स्कैल्प पर सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। स्कैल्प के उपचार के रूप में सरसों के तेल का उपयोग करने से घने बालों को जड़ों से मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।
वहीं चूहों पर साल 2016 में की गई स्टडी के अनुसार, सरसों का तेल शरीर में कुछ पेन रिसेप्टर्स को रोकने में मदद करता है।
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