सॉरी! हैप्पी दिवाली सर!

चार यार अभी वर्मे के ऑफिस के कोने वाले कमरे रोज की तरह जश्न मनाने बैठे ही थे कि अचानक शर्मा को पता नहीं क्या सूझी कि उसने टेबल पर रखे माल की यार दोस्तों के साथ वीडियो बनानी शुरू कर दी

Update: 2021-11-02 18:56 GMT

चार यार अभी वर्मे के ऑफिस के कोने वाले कमरे रोज की तरह जश्न मनाने बैठे ही थे कि अचानक शर्मा को पता नहीं क्या सूझी कि उसने टेबल पर रखे माल की यार दोस्तों के साथ वीडियो बनानी शुरू कर दी। वर्मा उसे बहुत रोकता रहा कि यार! पार्टी में सब बनाए पर मेरे कमरे में पार्टी की वीडियो मत बना। पर वह नहीं माना तो नहीं माना। पार्टी शुरू हुई तो फिर वीडियो। शर्मा ने पार्टी में खाया कम और वीडियो बनाया अधिक। पार्टी को यादगार बनाने के लिए। वैसे भी वह ऑफिस में काम करने के लिए नहीं, वीडियो बनाने के लिए ही अधिक जाना जाता है। …और फिर पता नहीं कैसे मस्ती मस्ती में शर्मे से सोशल मीडिया पर वह वीडियो वायरल हो गया। इधर वीडियो के माध्यम से बॉस को ऑफिस में पार्टी करने की वीडियो मिली तो बॉस का गुस्सा आठवें आसमान पर। मेरे ही ऑफिस में मेरी ही नाक तले मुझसे ही चोरी चोरी पार्टी! बॉस की वीडियो देख आंखें फटी की फटी रह गईं। हद है यार बेशर्मी की भी ! उनके बिना ही उनके मातहत उनके ही ऑफिस में पार्टी मना रहे हैं? अभी पार्टी चली ही हुई थी कि साहब का फोन वर्मे के फोन पर आ गया, 'और वर्मे! ये क्या हो रहा है तुम्हारे कमरे में?' 'सर! बस, छोटी सी पार्टी मना रहे थे।' वर्मे ने लड़खड़ाती आवाज में कहा तो बॉस ने पूछा, 'किसकी परमिशन से?

ऑफिस में पार्टी मनाना अच्छी बात है, पर मेरे बिना ही?' 'सर! उतनी बड़ी पार्टी नहीं थी कि आप भी उसमें सादर पार्टीस्पेट करते।' 'पार्टी किस खुशी में है? चार बजे तक तो कहीं कुछ नहीं था।' 'सर! दिवाली की खुशी में बस जरा यों ही…'। 'तो किसी के घर नहीं मना सकते थे पार्टी? ऑफिस में पार्टी का वीडियो बना बदनाम कर दिया यार तुम लोगों ने मुझे।' 'सर! घर में जरा मुश्किल हो जाती ऐसी पार्टी करने में सो….सोचा पांच बजे के बाद ऑफिस का कमरा वैसे भी तो खाली रहना ही है तो क्यों न…।' 'देखो! मैं बहुत नाराज हूं तुम लोगों से। इसलिए नहीं कि तुमने मुझे पता नहीं लगने दिया। इसलिए कि तुमने अपने बॉस को फिल्टर किया। मैं जो पार्टी में होता तो वीडियो कतई वायरल न होने देता। पता है हेड ऑफिस तक तुम्हारी पार्टी का वीडियो पहुंच चुका है! किसने किया ये बचकाना काम?' 'शर्मा से गलती से हो गई होगी सर जोश जोश में।
आप तो इसको जानते ही हैं सर! तो अब सर?' तीनों दोस्तों का नशा काफूर। 'ये है ही ऐसा। अब सर वर कुछ नहीं। पार्टी का कारण पता होने के बाद भी अब तो मुझे कागजी कार्रवाई करते तुम्हारे अगेंस्ट ऑफिस में पार्टी मनाने का कारण बताओ नोटिस जारी करना ही पड़ेगा। यार! पार्टी जो ऑफिस में ही करनी थी तो वीडियो बना लेते पर कम से कम वायरल तो न करते।' 'सर! आपको तो सब पता है सर कि मनाते तो पहले भी यहीं थे पर…आप तो सब जानते हैं सर! रोज रोज पार्टी घर में कौन मनाने देगा? रही और जगह की बात तो ऑफिस के रेस्ट हाउस में तो पहले ही बडे़-बड़े लोग पार्टी रचाए रहते हैं। हम जैसों हाथ फिर हट फिर कर ऑफिस के ये अंधेरे कमरे ही आते हैं सर!' 'देखो! हेड ऑफिस से जांच के आदेश व्हाट्सएप पर ही आ गए हैं। अब मुझे न चाहते हुए भी…।' बॉस ने फोन पर कड़क हो कुड़ कुड़ करते कहा तो चौहान ने कहा, 'सर! तो एक पार्टी और रख लेते हैं मेरी तरफ से। पैनल्टी के तौर पर। उसमें आप भी आ जाएं तो पार्टी की रौनक कुछ और ही हो सर!' 'मतलब?' 'सॉरी साहब! अब जो हो गया सो हो गया सर! अब पेट से निकाल माल बोटल में तो डाल नहीं जा सकता सर! तो दिवाली पार्टी दिवाली के बाद सर! हम सबकी ओर से। यहीं। इसी वक्त! तो फाइनल सर?' शर्मा ने कहा तो तब जाकर बॉस कुछ नरम हुए।
अशोक गौतम
ashokgautam001@Ugmail.com


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