ग्रामीण पर्यटन : एक सुखद अनुभव

हिमाचल प्रदेश उत्तर भारत का एक सुंदर और प्रसिद्ध राज्य है

Update: 2021-12-30 04:42 GMT
भीड़भाड़ से दूर अगर पर्यटक कहीं शांतिपूर्ण छुट्टियां बिताना चाहते हैं तो हिमाचल प्रदेश आपके लिए एक बेहतरीन जगह साबित होगी। आप यहां की खूबसूरती देखकर यकीनन कह उठेंगे कि यह जगह स्वर्ग से जरा भी कम नहीं है। हिमाचल प्रदेश प्रकृति प्रेमियों के लिए एक उत्तम स्थान है। पर्यटन गतिविधियों में वृद्धि के कारण गांवों के लोगों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है ताकि उन्हें नौकरियां प्राप्त करने में मदद मिले। अगर ग्रामीण शिक्षा प्राप्त करेगा तो वह अपने उत्पादों और सेवाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया टूल्स का भी उपयोग कर सकता है…
हिमाचल प्रदेश उत्तर भारत का एक सुंदर और प्रसिद्ध राज्य है। हर वर्ष लाखों लोगों का हिमाचल में आगमन होता है क्योंकि यहां कई मंत्रमुग्ध करने वाले स्थान हैं। हिमाचल में ग्रामीण पर्यटन यात्रियों को एक ताजा और नया जीवन जीने का सुंदर-सुनहरा अवसर देता है। यहां आप प्रकृति के आंचल में आकर आनंद की अनुभूति कर सकते हैं। हिमाचल के ग्रामीण जीवन में यात्री मिट्टी के घर में रहने से लेकर फसल की बुवाई तक का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। आसपास के आकर्षक दृश्यों का आनंद शायद ही कोई अपने जीवनकाल में भूल सकता है। हिमाचल के पहाड़ी लोग अपने मिलनसार व्यवहार और वफादारी के लिए लोकप्रिय हंै। अगर मौका मिले तो आप अनुभव करोगे कि हिमाचली लोग विशेषकर बुजुर्ग व्यक्ति आपको दर्जनों दिलचस्प कहानियां और आपबीती सुनाएंगे। हिमाचल के गांव की तुलना किसी से नहीं की जा सकती। प्रकृति की गोद में बसे गांव आपको बार-बार अपनी तरफ आकर्षित करेंगे।
ब्रिटिश काल में राज्य कुछ पर्यटक स्थानों तक ही सीमित था। 1990 के दशक के मध्य से हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हुई है। हिमाचल प्रदेश घाटियों में फैला हुआ राज्य है जिसमें बहुत सी नदियां बहती हैं। हिमाचल की लगभग 90 फीसदी आबादी गांव में रहती है। हिमाचल में लगभग 99 फीसदी घरों में बिजली पहुंचाई जा चुकी है। खुले में शौचमुक्त हिमाचल प्रदेश को 2016 में ही घोषित कर दिया गया है। हिमाचल का पर्यटन राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग पर्यटकों से काफी कुछ सीख और समझ भी रहे हैं। साफ-सुथरा रहन-सहन लोग अपनी दिनचर्या में अपना रहे हैं। ग्रामीण पर्यटन हमारे समाज को एक आकार देने में कारगर है। सरकार को देखना चाहिए कि वह ग्रामीण लोगों की आर्थिक स्थिति को बढ़ाने में किस प्रकार मदद कर सकती है। कई स्थानीय परंपराएं जैसे नाटक, कला, नृत्य आदि ग्रामीण क्षेत्रों की सांस्कृतिक संपदा को बढ़ाते हैं जिससे पर्यटकों को और ज्यादा आकर्षित किया जा सकता है।
हिमाचल की पहाड़ी संस्कृति में आम तौर पर गरीब और मध्यम परिवार के लोग देखने को मिलेंगे। परंपरागत रूप से हिमाचल के लोग लाल मांस, गेहूं की रोटी, चावल, सिड्डू, चीले, पटरोड और बबरू खाते हैं। शादियों और समारोह में परोसी जाने वाली धाम पर्यटकों द्वारा अत्यधिक पसंद की जाती है। हिमाचल प्रदेश में ग्रामीण पर्यटन की गतिविधियां स्वाभाविक रूप से आकर्षित करती हंै। खच्चर की सवारी करते हुए फलों के बागों तथा सेब को पेड़ से तोड़ने का अनुभव आपको एक सुखद अनुभूति देगा। मुंह में पानी ला देने वाले हिमाचली व्यंजन शायद ही आप जीवन में भूल पाएं। ग्रामीण इलाकों में ट्रैकिंग, गांव की सुंदरता, रंगीन पक्षियों को देखना और हिरण के झुंड का पीछा करना आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। इसके साथ ही आपका भ्रमण और रोमांचकारी हो जाता है जब आप गोरल, सांभर, लंगूर, भालू तथा जंगली सूअर को सामने देखने का अनुभव लेते हैं। हिमाचल के ग्रामीण इलाके में लोग हस्तशिल्प के कालीन, शाल-टोपी बनाने से लेकर लकड़ी का काम और पेंटिंग आदि कर अपनी आजीविका कमाते हैं। इतनी व्यस्तता के बावजूद ग्रामीण हिमाचल के लोग पर्यटकों का खुले दिल से स्वागत करते हैं। हिमाचल के गांवों का दौरा करना एक सुखद अनुभव है, जिसे जीवन में कम से कम एक बार अवश्य लेना चाहिए। हिमाचल के ग्रामीण इलाकों का भ्रमण वास्तविकता में लुभावना है जो आपके दिमाग में हमेशा के लिए अंकित हो जाएगा। सरकार द्वारा चलाई गई योजना 'हर गांव की कहानी' भीड़भाड़ वाले स्थानों से पर्यटन में विविधता लाने के लिए शुरू की गई। यह योजना यात्रियों द्वारा काफी पसंद की जा रही है और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक इस योजना के तहत शुरू किए गए होमस्टे में रहने का विकल्प चुन रहे हैं। इस तरह की योजनाएं हिमाचल की परंपराओं और संस्कृति के अस्तित्व को बचाने में मदद कर रही हैं।
इस तरह की योजनाएं सीधे स्थानीय लोगों की जीवन शैली से जुड़ी हुई हैं और स्थानीय संस्कृति, विरासत और परंपराओं की रक्षा के लिए भी तैयार हैं। कोविड-19 के बाद लोगों ने अपना सोचने का नजरिया काफी बदला है। स्वाभाविक है कि विदेश यात्रा का विकल्प बहुत ही कम है और लोग अपने ही देश में घूमने का रास्ता ढूंढ रहे हैं। अब समय आ गया है कि स्थानीय लोगों को भी पर्यटन से लाभ मिले और उनकी आजीविका में बढ़ोतरी हो। भीड़भाड़ से दूर अगर पर्यटक कहीं शांतिपूर्ण छुट्टियां बिताना चाहते हैं तो हिमाचल प्रदेश आपके लिए एक बेहतरीन जगह साबित होगी। आप यहां की खूबसूरती देखकर यकीनन कह उठेंगे कि यह जगह स्वर्ग से जरा भी कम नहीं है। हिमाचल प्रदेश प्रकृति प्रेमियों के लिए एक उत्तम स्थान है। पर्यटन गतिविधियों में वृद्धि के कारण गांवों के लोगों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है ताकि उन्हें नौकरियां प्राप्त करने में मदद मिले। अगर ग्रामीण शिक्षा प्राप्त करेगा तो वह अपने उत्पादों और सेवाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया टूल्स का भी उपयोग कर सकता है। सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर पर विकसित किया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक और सांस्कृतिक विविधता को देखते हुए प्रदेश के पास ग्रामीण पर्यटन के दोहन के भरपूर अवसर हैं। यह गरीबी, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण लोगों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की क्षमता रखता है।
डा. पंकज शर्मा
एसोसिएट प्रोफेसर
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