चीन का चेहरा
पिछले करीब साल भर से लद्दाख क्षेत्र में भारत और चीन के बीच जैसी खींचतान चल रही है, वह जगजाहिर है। इस बीच चीन ने जैसी हरकतें की हैं
पिछले करीब साल भर से लद्दाख क्षेत्र में भारत और चीन के बीच जैसी खींचतान चल रही है, वह जगजाहिर है। इस बीच चीन ने जैसी हरकतें की हैं, वह भी छिपी नहीं है। जब भी भारत ने सख्त रुख अख्तियार किया और विश्व जनमत इससे सहमत होता दिखा तब चीन ने दिखावे के लिए अपने कदम पीछे हटाने की बात की। लेकिन जैसे ही उसके रुख को हालात बदलने के तौर पर देखा जाने लगा, चीन ने फिर अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया। उदाहरण के तौर पर हाल ही में यह खबर आई थी कि चीन ने पूर्वी लद्दाख के विवादित क्षेत्र से अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है। लेकिन अब एक बार फिर उसने जिस तरह की अकड़ दिखाई है, उससे यह साफ है कि उस पर फिलहाल भरोसा करना मुश्किल है। विडंबना यह है कि ग्यारहवें दौर की सैन्य वार्ता के बाद भी इन इलाकों से संघर्ष को खत्म करने में कोई मदद नहीं मिली। अब उसने पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग के संघर्ष वाले क्षेत्रों में सैनिकों को पीछे हटाने से से इनकार कर दिया है। सवाल है कि उसके इस ताजा रुख को कैसे देखा जाएगा!