कोरोना के खिलाफ इन दिग्गज कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की मदद के लिए आगे आया
देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच भारतीय उद्योग जगत अपने कर्मचारियों उनके परिवार की मदद के लिए आगे आया है।
देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच भारतीय उद्योग जगत अपने कर्मचारियों उनके परिवार की मदद के लिए आगे आया है। अनेक कंपनियां कोविड महामारी से संक्रमित कर्मचारियों के परिवारों को वित्तीय मदद, दवाएं और अन्य सहायता उपलब्ध करा रही हैं। देश में कोविड महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर कंपनियां बीमा की सुविधा भी प्रदान कर रही हैं ताकि वे स्वयं अपना और अपने परिवार का बिना किसी चिंता के ख्याल रख सके।
रिलायंस
रिलायंस इंडस्ट्रीज की निदेशक नीता अंबानी ने रिलायंस के कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में कहा था कि सभी कर्मचारियों और उनके परिवारों के टीकाकरण का पूरा खर्च रिलायंस वहन करेगी। नीता अंबानी ने पत्र में आग्रह किया कि योग्य कर्मचारी, सरकार द्वारा चलाए जा रहे टीकाकरण प्रोग्राम में जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करवाएं। अपने वादे को दोहराते हुए नीता अंबानी ने कहा कि वह कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ीं हैं। एक अनुमान के अनुसार रिलायंस अपने कर्मचारियों और उनके परिवार को मिलाकर करीब 10 लाख लोगों के वैक्सीनेशन का खर्च उठाएगी।
बोरोसिल
कांच का सामान बनाने वाली कंपनी बोरोसिल ने इस महीने की शुरुआत में कोरोना महामारी से मरने वाले अपने चार कर्मचारियों के परिवारों को दो साल का वेतन दिया। अब कई और बड़ी तथा छोटी कंपनियां अपने कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों को वित्तीय, चिकित्सा और शैक्षिक सहायता उपलब्ध करा रही हैं। बोरोसिल समूह के प्रबंध निदेशक श्रीवर खेरुका ने एक मई को कहा था कि कोरोना संक्रमण के कारण मरने वाले चार कर्मचारियों के परिजनों को शैक्षिक, चिकित्सा और बीमा सहायता के अलावा दो साल के वेतन की सहायता दी जाएगी।
महिंद्रा एंड महिंद्रा
दिग्गज ऑटो कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपने सभी डीलरों के कर्मचारियों की वैक्सीन लगाने का खर्च खुद वहन करने का फैसला किया है। कंपनी मार्च 2022 तक अपने डीलर के हर कर्मचारी पर वैक्सीन के दो डोज का खर्च खुद उठाएगी। इसके लिए प्रति व्यक्ति 1500 रुपये रिइम्बर्स किए जाएंगे। इतना ही नहीं, कंपनी ने डीलर के कर्मचारियों के कोरोना के इलाज के लिए एक लाख रुपये की मेडिकल इंश्योरेंस की भी घोषणा की है। यह इंश्योरेंस एक साल की है। साथ ही कोरोना से किसी कर्मचारी की मौत होने पर उसके परिवार को 2.5 लाख रुपये की सहायता देने की भी घोषणा की गई।
एचडीएफसी लाइफ
एचडीएफसी लाइफ ने अपने कर्मचारियों के लिए 'डॉक्टर ऑन कॉल, कोविड-19 टीकाकरण की सुविधा, मेडिक्लेम ई-कार्ड और अस्पताल में भर्ती की सुविधा जैसे कदम उठाए थे। चुनिंदा शहरों में 'ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर' की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई थी।
कैपजेमिनी
परामर्श और प्रौद्योगिकी कंपनी कैपजेमिनी ने केंद्रीकृत अखिल भारतीय कमांड सेंटर बनाया है। इसके जरिए कंपनी अपने कर्मचारियों और उनके आश्रितों को चिकित्सा आपात स्थिति में मदद कर रही है। वह अस्पतालों में बिस्तर, आईसीयू,
जेएसडब्ल्यू
जेएसडब्ल्यू के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी दिलीप पटनायक ने कहा, 'संयंत्रों में हमने पाली को अलग-अलग किया है। सामाजिक दूरी का पालन किया जा रहा है। साथ ही प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है ताकि लोगों का आमना-सामना कम-से-कम हो।' कंपनी अपने सभी कर्मचारियों, उनके परिवार के सदस्यों तथा सहयोगियों के टीके का खर्चा वहन कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि टीककरण अभियान सभी संयंत्रों में तेजी से चले।
स्पाइसजेट
मानन कंपनी स्पाइसजेट ने अपने सभी कर्मचारियों के लिए 17 मई से कंपनी प्रायोजित टीकाकरण अभियान शुरू किया।
अभियान की शुरुआत दिल्ली और गुरुग्राम से होगी, जो स्पाइसजेट का मुख्यालय है और इसके साथ ही उसके नेटवर्क के सभी स्टेशनों पर विमानन कंपनी के कर्मचारियों को इसमें शामिल किया जाएगा।