SpiceJet को एक और झटका

Update: 2022-07-28 08:33 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए की SpiceJet पर सख्ती का असर एयरलाइन के शेयरों पर हुआ है. गुरुवार को कंपनी के शेयर (Stocks) बुरी तरह टूटकर 2 साल के निचले स्तर पर पहुंच गए. DGCA ने स्पाइसजेट को अगले 8 हफ्ते के लिए 50 फीसदी उड़ानें ही संचालित करने का आदेश दिया है.

गुरुवार को शेयर बाजारों (Stock Market) में कारोबार शुरू होने के साथ ही SpiceJet के शेयरों में गिरावट शुरू हो गई. जैसे-जैसे कारोबार आगे बढ़ा और शेयरों (Stocks) के टूटने की रफ्तार भी तेज होती गई. खबर लिखे जाने तक स्पाइसजेट के शेयर 9.66 फीसदी की गिरावट के साथ 34.60 रुपय पर आ गए थे. यह दो साल का निचला स्तर है. मार्च 2020 में एयरलाइन कंपनी के शेयर 7 फीसदी टूटकर 35.75 रुपये पर पहुंच गए थे. हालांकि, निचले स्तर पर पहुंचने के बाद शेयरों में कुछ सुधार भी दिखा है.
SpiceJet एयरलाइन के विमानों में लगातार आ रही तकनीकी खराबी के एक के बाद एक मामलों को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कार्रवाई की है. बीते कुछ ही समय में 19 जून से लेकर 6 जुलाई के भीतर एयरलाइन के विमानों में तकनीकी खराबी के 8 मामले सामने आए थे. इसको लेकर कंपनी को नोटिस भी जारी किया गया था.
बुधवार को ही स्पाइसजेट विमानों में तकनीकी खराबियों के मामले में DGCA ने बड़ा एक्शन लेते हुए 8 हफ्तों के लिए 50% उड़ानों पर रोक लगाने का आदेश दिया है. इन आठ हफ्तों तक एयरलाइन को अतिरिक्त निगरानी में रखा जाएगा. वहीं अगर भविष्य में एयरलाइन 50 फीसदी से ज्यादा उड़ानें चाहती है तो उसे साबित करना होगा कि वो इसके लिए फिट है और उसके पास पर्याप्त संसाधन और स्टॉफ मौजूद है.
विमानों में खराबी की हालिया घटनाओं की बात करें तो बीते 5 जुलाई को एक स्पाइसजेट विमान जो चीन जा रहा था, उसका वैदर रडार काम न करने के चलते कोलकाता में इमरजैंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी. इसके अलावा 2 जुलाई को जबलपुर जा रहे स्पाइसजेट विमान की इमरजेंसी लैंडिंग हुई, क्योंकि उस फ्लाइट में 5000 फीट की ऊंचाई पर धुंआ देखा गया.

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