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सर्दी के सितम के बीच टीबी के पुराने मरीज वापिस लौटे
![सर्दी के सितम के बीच टीबी के पुराने मरीज वापिस लौटे सर्दी के सितम के बीच टीबी के पुराने मरीज वापिस लौटे](https://jantaserishta.com/h-upload/2023/01/05/2394857-86767561tuberculosis.webp)
आगरा न्यूज़: सर्दी के सितम के बीच सांस संबंधी दिक्कतें बढ़ गई हैं. साथ ही हड्डियां दर्द करने लगी हैं. एसएन मेडिकल कालेज की ओपीडी में सप्ताह के पहले दिन इन्हीं बीमारियों के सबसे ज्यादा मरीज रिकार्ड किए गए. हालांकि पहले दिन की अपेक्षा मरीजों की संख्या कम रही. एसएनएमसी की ओपीडी को भी सर्दी लग गई. सप्ताह के पहले दिन अमूमन 3000 से अधिक मरीज आते हैं.
सबसे सर्द दिन होने के कारण इनमें कमी आई है. कुल 2296 मरीज आए, इनमें 270 पुराने थे. यानि लगभग 700 मरीजों की गिरावट आई है. सबसे ज्यादा मेडिसिन विभाग में 421 मरीज आए. इसमें सांस लेने में दिक्कत, सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के थे. कारण कि सर्दी में रक्त गाढ़ा हो जाता है. रक्त नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं. ऐसे में कई बार ब्लॉकेज हो जाते हैं. सांस लेने में दिक्कत हो सकती है, अटैक तक पड़ सकता है. दूसरे नंबर पर हड्डी रोग विभाग में 307 मरीज आए. सर्द हवाएं लगने के बाद हड्डियां दर्द करने लगती हैं. पुराने जोड़ या हड्डियों के रोगियों की दिक्कतें बढ़ जाती हैं. तीसरे नंबर पर 223 मरीज त्वचा रोग विभाग में आए.
इधर, जिला अस्पताल में भारी लापरवाही देखी गई. अस्पताल के कर्मचारी नसबंदी वाले ऑपरेशन थियेटर तक स्कूटी लेकर पहुंच गए.
सर्दी, शीतलहर, कोहरा, धुंध का असर सांस पर पड़ रहा है. सांस नलिकाओं के जरिए फेंफड़ों तक धुंध और कोहरे में घुले तत्व पहुंच रहे हैं. इसने टीबी मरीजों की मुश्किल बढ़ा दी है. टीबी विभाग में आए कुल 210 में से 143 पुराने मरीज थे. जबकि नए मरीजों (पर्चों) की संख्या सिर्फ 67 थी. यानि पुराने रोगियों को मौसम भारी पड़ रहा है.