समय पर इलाज शुरू हो तो गठिया व जोड़ों के दर्द से मिल सकती है निजात
मधुबनी न्यूज़: जोड़ों की तकलीफ का इलाज जितनी जल्दी शुरू होगी परेशानी उतनी कम होगी और इस समस्या से जल्द निजात भी मिलेगी. बच्चों में घुटने के आसपास सूजन के साथ दर्द हो तो अनदेखा न करें. इसका दुष्प्रभाव बच्चे के शारीरिक विकास पर भी पड़ सकता है. यही नहीं 15 साल से 45 साल आयु के बीच अगर किसी को कमर दर्द की शिकायत रहती है और सामान्य उपचार से ठीक नहीं होने पर भी इसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए. यह एंकाइलोजिंग स्पोंडलाइटिस जैसी ऑटो इम्यून बीमारी हो सकती है. ऐसी स्थिति में तुरंत रूमेटोलॉजिस्ट से मिलकर इलाज शुरू कराना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर आगे जाकर इसका दुष्प्रभाव किडनी, आंत, फेफड़े पर भी पड़ता है और मरीज कमर से झुक जाता है. ल्यूपस अन्य प्रकार की ऑटो इम्यून बीमारी है. जबतक यह बीमारी पकड़ में आती है तबतक इसका असर किडनी, आंख, फेफड़ा, हृदय, समेत शरीर के कई अंगों पर पड़ जाता है. कारण यह है कि मरीज जोड़ों में दर्द और बुखार जैसे लक्षण के साथ इलाज कराने आते हैं. कई दिनों तक उनका बुखार व दर्द का इलाज चलता है. कहा कि इस मौसम में सर्दी, खांसी व बुखार का मुख्य कारण वायरल संक्रमण व कोरोना भी हो सकता है. अगर तीन से चार दिन में राहत नहीं मिले तो जांच करा लेनी चाहिए.
अन्य महत्वपूर्ण सलाह:
● बीपी-शुगर को नियंत्रित रखने के लिए प्रतिदिन 40 मिनट का व्यायाम और प्राणायाम करें
● बदलते मौसम में एलर्जी भी सर्दी-खांसी का बड़ा कारण, ऐसे मौसम में सावधानी बरतें
● जोड़ों में सूजन के साथ दर्द हो तो इसको हल्के में ना लें, तत्काल इलाज कराएं
वजन को नियंत्रित रखने और व्यायाम करने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है
हाथ-पैर में झिनझिनी हो तो विटामिन बी12, विटामिन डी और कैल्शियम ले सकते हैं
सवाल मेरी उम्र 45 साल है. पिछले छह माह से दोनों हाथों के जोड़ों में दर्द और अकड़न है. - मीना द्विवेदी, पटना.
सलाह- आपको रूमेटाइड आर्थराइटिस हो सकता है. एक बार रूमैटोलॉजिस्ट से मिलकर जांच कराएं और उसके अनुसार इलाज कराएं.
सवाल्ा- मेरा यूरिक एसिड काफी बढ़ गया है. पैरों के अंगूठे और जोड़ों में दर्द भी रहता है. - गोविंद बाबू, आरा.
सलाह- यूरिक एसिड के बढ़ने पर जोड़ों में दर्द एक आम समस्या है. इसे नियंत्रित करने के लिए चिकित्सक से मिलकर सलाह लें.
सवाल- मेरा 10 साल के बेटे के जेाड़ों में सूजन और दर्द रहता है. चलने में परेशानी होती है. दर्द धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. - रोशनी अग्रवाल,मुजफ्फरपुर.
सलाह- आपके बेटे को जिया (जुवेनाइल इडियोपैथिक आर्थराइटिस) हो सकता है. इसका इलाज जल्द से जल्द कराना चाहिए क्योंकि इस बीमारी का कुप्रभाव बच्चे के शारीरिक विकास के साथ आंखों पर भी पड़ सकता है.
सवाल रूमेटाइड आर्थराइटिस का मरीज हूं. पिछले तीन महीने से दवा खा रहा हूं लेकिन जोड़ों में दर्द से राहत नहीं मिली. - हजारी प्रसाद, सीवान.
सलाह- अगर तीन महीने से लगातार दवा खाने के बाद भी दर्द से राहत नहीं मिली है तो इलाज सही दिशा में नहीं जा रहा है. कई नई दवाइयां आई हैं जो रूमेटाइड आर्थराइटिस में बेहद प्रभावी होती हैं. किसी रूमेटोलॉजिस्ट से मिलकर सलाह लें.
सवाल छह माह से बीपी के दवा खा रहा हूं. कभी-कभी अचानक छाती में दर्द होने लगता है. - दिलीप साह, छपरा.
सलाह- बीपी मरीजों में हार्ट अटैक की आशंका कुछ ज्यादा रहती है. अगर चलने, सीढ़ी चढ़ने में छाती में दर्द हो और दर्द बांह की ओर बढ़े तो तुरंत ईसीजी कराकर विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लें.
सवाल- शरीर में खून की कमी हो गई है. आयरन की गोलियां खाते हैं तो हिमोग्लेाबिन ठीक होता है लेकिन फिर कम हो जाता है. - अशोक कुमार, बिहटा.
सलाह- पहले खून की कमी के मूल कारण को खोजना होगा. इसके लिए कुछ जांच करानी होगी. अपने से आयरन की गोलियां खाना इसका इलाज नहीं है. खून कम बनने, खून के टूटने अथवा खून का रिसाव होना भी इसका कारण हो सकता है. अत अच्छे से जांच कराकर इलाज कराएं.
इन्होंने पूछे सवाल छपरा से राम अयोध्या सिंह, सोनपुर से महेश प्र. यादव, वाराणसी से अप्पू सिंह, गया से मो. परवेज आलम, बक्सर से गोपालजी सम्राट, मुजफ्फरपुर से नंदकिशेार गुप्ता, समस्तीपुर से विनोद कुमार, सीतामढ़ी से धीरेंद्र, वैशाली से नूर आलम, बेतिया से प्रशांत, फुलवारीशरीफ से आयशा खातून.