लाइफ स्टाइल

क्या है वॉल्यूमेट्रिक डायट? जाने

Kiran
13 Jun 2023 12:04 PM GMT
क्या है वॉल्यूमेट्रिक डायट? जाने
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वॉल्यूमेट्रिक्स डायट के सिद्धांतों के अनुसार, आपको ऐसे फ़ूड्स खाने चाहिए, जिसमें कैलोरी तो कम हो लेकिन फ़ाइबर, पानी और पोषण की मात्रा भरपूर हो. ऐसे में इस डायट के लिए ताज़े फल और सब्ज़ियां बेहतरीन ऑप्शन हैं, ख़ासकर जिसमें स्टार्च ना हो या कम हो. सूप और लो फ़ैट डेयरी प्रॉडक्ट्स इस डायट का ज़रूरी हिस्सा हैं, जिन्हें आप जितना चाहें उतना खा सकते हैं. इसके अलावा दिन भर में आप एक बार स्टार्च वाली सब्ज़ियां या फल, अनाज, लो फ़ैट मीट और दालखा सकते हैं. पनीर, फ्राइज़, ब्रेड और सैलेड ड्रेसिंग जैसे खाद्य पदार्थों का उपयोग सप्ताह में ज़्यादा से ज़्यादा दो से तीन बार ही करें. डायट के दौरान चिप्स, कुकीज़, डीप फ्राय फ़ूड्स , कैंडी और मक्खन से जितना हो सके दूरी बना कर रखें.
यह डायट वज़न कम करने में कारगर साबित होती है, क्योंकि जो फ़ूड्स आप अपनी डायट में इस्तेमाल करते हैं, वह वॉल्यूम में तो ज़्यादा होते हैं, लेकिन कैलोरीज़ में काफ़ी कम और इसी वजह से ज़्यादा खाने पर भी आपका वज़न बढ़ने का जोख़िम नहीं रहता है. इस डायट की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें समय और खाने की कोई लिमिट नहीं है, तो इस डायट में भूख की परेशानी से दो-चार नहीं होना पड़ता है.
यह डायट बहुत ही पौष्टिक है और इसे लंबे समय तक बिना किसी नुक़सान के फ़ॉलो किया जा सकता है. हालांकि इसके साथ एक परेशानी यह है कि कम कैलोरी डायट लेने की वजह से हो सकता है कि आप कुछ ऐसे फ़ैटी एसिड्स न खाएं, जो आपके ‌लिए फ़ायदेमंद हो सकते हैं. अखरोट, मूंगफली, बादाम, खरजूब के बीज जैसे सीड्स व नट्स, एवोकाडो और मछली ये सभी आपके दिल की सेहत के लिए फ़ायदेमंद हैं.. हालांकि किसी भी फ़ूड को खाने की मनाही नहीं है और आप दिन में एक बार ओमेगा-3 और फ़ैटी एसिट से भरपूर फ़ूड्स को कम मात्रा में अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं.
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