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बॉडी की इनर इन्फ़्लेमेशन के लिए ये पांच चीज़ें हो सकती हैं जिम्मेदार

Kiran
8 July 2023 2:41 PM GMT
बॉडी की इनर इन्फ़्लेमेशन के लिए ये पांच चीज़ें हो सकती हैं जिम्मेदार
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अगर आप बॉडी के इनर इन्फ़्लेमेशन से परेशान हैं, तो आपको अपनी लाइफ़स्टाइल और खानपान में तुरंत बदलाव लाने की ज़रूरत है. एक रिसर्च की मानें, तो दुनिया में लगभग 80 प्रतिशत लोगों की मृत्यु हार्ट अटैक, स्ट्रोक, डायबिटीज़, कैंसर और लिवर सिरोसिस जैसी बीमारियों से होती है और इन बीमारियों के होने की एक बड़ी वजह बॉडी में इनर इन्फ़्लेमेशन यानी शरीर में अंदरूनी सूजन है.
इन्फ़्लेमेशन दो तरह की होती है, एक शरीर के बाहरी अंगों में, जब वे किसी वायरस, बैक्टीरिया या कीड़े-मकोड़े के विष के संपर्क में आ जाते हैं और दूसरी शरीर के अंदरूनी अंगों में, जिसकी वजह रोज़मर्रा के खानपान में इस्तेमाल होनेवाली कई चीज़ें हैं. आइए जानते हैं कि वो कौन-सी पांच चीज़ें हैं, जो हमारे शरीर में इन्फ़्लेमेशन को बढ़ाती हैं औैर इनसे कैसे बचा जा सकता है.
मैदा
मैदा और मैदा से बनी चीज़ें हमारी सेहत पर बहुत ही नकारात्मक प्रभाव डालती हैं. इससे बनने वाले ब्रेड, पिज़्ज़ा, बर्गर और तमाम खाद्य पदार्थ बहुत ही नुक़सानदायक होते हैं. इन्हें खाने से आपके अंदर शक्कर, नमक और रिफ़ाइंड कार्ब्स एक साथ पहुंचता है, जो सेहत के लिए बहुत ही ज़्यादा ख़तरनाक साबित होता है. अगर आपको बहुत पसंद है, तो भी इन्हें रोज़ाना ना खाएं.
शक्कर
अधिक मात्रा में शक्कर के इस्तेमाल से शरीर में इन्फ़्लेमेशन का ख़तरा हमेशा बना रहता है और इम्यूनिटी सिस्टम भी कमज़ोर हो जाता है. ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के साथ ही हार्मोंस भी असंतुलित रहता है, इसलिए अपने खाने में शक्कर का इस्तेमाल कम से कम करें और हो सके तो बिल्कुल ही छोड़ दें. रिफ़ाइंड शुगर की जगह आप फलों और डायफ्रूट्स का सेवन करें.
नमक
नमक के अधिक सेवन से हाई ब्लड प्रेशर का ख़तरा होता है, साथ ही शरीर इन्फ़्लेमेशन का भी शिकार हो जाता है. इसलिए अपने खानपान में उन चीज़ों को शामिल करने से बचना चाहिए, जिसमें बहुत अधिक मात्रा में नमक होता है, जैसे- पैक्ड फ़ूड्स, बाज़ार में मिलनेवाले अचार और रेडी-टू ईट फ़ूड्स. इन्हें कम से कम खाएं और घर के बने खाने और स्नैक्स पर अधिक फ़ोकस करें.
फ्राइड फ़ूड्स
डीप फ्राइ किए हुए फ़ूड्स हमारी सेहत को बहुत ज़्यादा नुक़सान पहुंचाते हैं, ख़ासकर बाज़ार के फ्राइड फ़ूड्स. इनमें ट्रान्सफ़ैट की मात्रा बहुत अधिक होती है और यह सबसे अनहेल्दी फ़ैट माना जाता है. अगर फ्राइड फ़ूड्स का सेवन बहुत फ्रिक्वेंटली करते हैं वो भी बाज़ार का, तो आपके शरीर में इन्फ़्लेमेट्री प्रोटीन बढ़ने लगता है और आप मोटापा, कैंसर, डायबिटीज़, हाई कोलेस्टेरॉल और हार्ट अटैक के अलावा कई बीमारियों के शिकार हो जाते हैं.
शराब
बॉडी में इनर इन्फ़्लेमेशन का एक बहुत बड़ा कारण अधिक शराब का सेवन भी है. हालांकि शराब में कैलोरीज़ अच्छी-ख़ासी मात्रा में मौजूद होती है, लेकिन न्यूट्रिएंट्स बिल्कुल भी नहीं होते, जिससे बॉडी कैलोरीज़ को ऑब्ज़र्ब नहीं करती है बल्कि सीधे फ़ैट में बदल देती है. शराब के कारण होनेवाले इन्फ़्लेमेशन का सबसे अधिक ख़तरा लिवर को होता है, जिससे फ़ैटी लिवर या लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों के गिरफ़्त में आ जाते हैं. इसलिए शराब का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए.
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