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Summer Foods: गर्मियों में कैसा होना चाहिए स्वस्थ भोजन

Bharti Sahu 2
27 Jun 2024 6:11 AM GMT
Summer Foods: गर्मियों में कैसा होना चाहिए स्वस्थ भोजन
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Summer Foods: चिलचिलाती गर्मियां आते ही स्वास्थ्य तुरंत प्रभावित होता है। तो ऐसे में गॢमयों में कैसा हो आपका खानपान, इसके लिए कुछ टिप्स भीषण गर्मियों में स्वस्थ रहने के लिए खान-पान सम्बंधित भोजन व पेय पदार्थों को शामिल करने या छोड़ने की सलाह दी जाती है, जिससे पेट भी सही रहे और गर्मियों की विभिन्न बीमारियों से भी बचाव किया जा सके। गर्मियों में खान-पान की इन आदतों को शामिल करके आप गर्मी को मात दे सकते हैं।
तरबूज खीरा खाएं:इसमें 95 प्रतिशत पानी होता है, जो आपके शरीर में पानी कम नहीं होने देता। साथ ही इसमें कैलोरी और वसा कम होती है। इसके अलावा विटामिन, फोलेट और पोटेशियम की प्रचुर मात्रा होती है। यह वजन कम करने, मेटाबॉलिज्म और प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारने में मदद करता है। खाएं
गर्मियों के लिए ये रामबाण है। इसमें 90 प्रतिशत पानी होता है और बहुत कम कैलोरी होती है, जिसकी वजह से यह गर्मी में शरीर में पानी की मात्रा सही रखने के लिए पहला विकल्प बन जाता है।
पुदीना है शानदार:यह बेहद ताजगी भरा हर्ब है, जो कई रूपों में खाया जाता है। दही में मिलाकर रायता या चटनी भी बनाई जा सकती है।
हरी सब्जियां:हरी सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में पानी होता है। इन्हें खाने का सबसे सही समय तब है, जब सब्जियां हरी, ताजी और नरम हों। विटामिन, मिनरल और डायटरी फाइबर से भरपूर होने के चलते सब्जियां पाचन में मदद करती हैं
खीरा खाएं:इसमें 95 प्रतिशत पानी होता है, जो आपके शरीर में पानी कम नहीं होने देता। साथ ही इसमें कैलोरी और वसा कम होती है। इसके अलावा विटामिन, फोलेट और पोटेशियम की प्रचुर मात्रा होती है। यह वजन कम करने, मेटाबॉलिज्म और प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारने में मदद करता है।
गर्मियों में इन आदतों से बचें
स्पोर्ट्स ड्रिंक्स:चीनी और कैलोरी से भरे स्पोर्ट्स ड्रिंक आपको कुछ पल का सुकून तो दे सकते हैं, लेकिन इनसे आपको उम्मीद से कहीं ज्यादा नुकसान हो सकता है। इनमें ज्यादा सोडियम, आर्टिफिशियल फ्लेवर और खाने वाला रंग मिला होता है
तैलीय और जंक फूड:फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, पेटीज, समोसे, पापड़ पकोड़ों में ट्रांस फैट और नमक बहुत ज्यादा होता है। तला खाना शरीर को गर्म करके पाचन को खराब करते हैं। साथ ही गर्मियों में इनकी वजह से फूड पॉइजनिंग का खतरा भी रहता है
कोल्ड कॉफी:कॉफी में कैफीन और डाई-यूरेटिक गुण होते हैं। एक गिलास कोल्ड कॉफी आपके पाचन तंत्र को बिगाड़ने, पेट में गैस बनने और अपच का कारण बन सकती है। यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढाती है
दही खाएं:यह प्रोबायोटिक का सर्वश्रेष्ठ स्रोत है। दही में ठंडक होती है और इसे ऐसे लोग भी खा सकते हैं, जिन्हें लैक्टोज (दुग्ध पदार्थ) नहीं पचता है। इसमें कैल्शियम और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है। नियमित रूप से दही का सेवन दिल की बीमारियों के खतरे को भी कम करता है। गर्मियों में यह रामबाण है
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